W3Schools
For the best experience, open
https://m.punjabkesari.com
on your mobile browser.
Advertisement

सम-विषम योजना : 2000 अतिरिक्त बसें तैनात, मेट्रो 61 अतिरिक्त फेरे लगाएगी

दिल्ली सरकार सोमवार से राजधानी में 12 दिन तक वाहनों को सम-विषम के आधार पर चलाने की योजना के लिए तैयार है और इसके लिए 2000 अतिरिक्त बसें लगाई गयी हैं। यात्रियों की सुविधा के लिए मेट्रो भी 61 अतिरिक्त फेरे लगाएगी।

05:26 PM Nov 01, 2019 IST | Shera Rajput

दिल्ली सरकार सोमवार से राजधानी में 12 दिन तक वाहनों को सम-विषम के आधार पर चलाने की योजना के लिए तैयार है और इसके लिए 2000 अतिरिक्त बसें लगाई गयी हैं। यात्रियों की सुविधा के लिए मेट्रो भी 61 अतिरिक्त फेरे लगाएगी।

सम विषम योजना   2000 अतिरिक्त बसें तैनात  मेट्रो 61 अतिरिक्त फेरे लगाएगी
Advertisement
दिल्ली सरकार सोमवार से राजधानी में 12 दिन तक वाहनों को सम-विषम के आधार पर चलाने की योजना के लिए तैयार है और इसके लिए 2000 अतिरिक्त बसें लगाई गयी हैं। यात्रियों की सुविधा के लिए मेट्रो भी 61 अतिरिक्त फेरे लगाएगी।
Advertisement
Advertisement
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने वरिष्ठ अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। उन्होंने अधिकारियों से यह सुनिश्चित करने को कहा कि सम-विषम योजना के तहत किसी को असुविधा नहीं हो।
Advertisement
सरकार के अनुसार ओला, उबर जैसी कैब कंपनियों को परामर्श जारी किये गये हैं कि योजना के दौरान दामों में इजाफा नहीं किया जाए। ऑटो और ई-रिक्शा चालकों से भी अतिरिक्त किराया नहीं वसूलने को कहा गया है।
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शुक्रवार को स्वीकार किया कि इस योजना के दौरान स्कूली बच्चों को लेकर जाने वाले वाहनों को लेकर थोड़ी भ्रम की स्थिति है। हालांकि विश्वास के आधार पर ऐसे वाहनों को चलने की इजाजत होगी। ऐसा ही रोगियों को लेकर जा रहे वाहनों के मामले में होगा।
स्कूली बच्चों के वाहनों के मुद्दे के अलावा विशेषज्ञों और कुछ दिल्लीवासियों ने सार्वजनिक परिवहन प्रणाली की खराब हालत, सीएनजी वाहनों पर प्रतिबंध तथा दो पहिया वाहनों को दी गयी छूट को लेकर सरकार की आलोचना की।
केजरीवाल ने योजना की अधिसूचना जारी करने के दौरान संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘स्कूली बच्चों के वाहनों को लेकर थोड़ी भ्रम की स्थिति है। स्कूल सुबह 8 बजे से पहले खुलते हैं और हमारा मानना है कि अभिभावक सुबह आठ बजे से पहले लौट सकते हैं। अगर वे बच्चों को लेने दोपहर में जाते हैं तो हम उन्हें विश्वास के आधार पर अनुमति देंगे। ऐसा ही रोगियों को लेकर जा रहे वाहनों के मामले में होगा।’’
हालांकि कुछ अभिभावकों ने विश्वास आधारित व्यवस्था को लेकर आशंका जताई।
एक महिला ने इस संबंध में कहा कि इस मामले में अधिक स्पष्टता होनी चाहिए। यातायात पुलिसकर्मी को कैसे पता चलेगा कि आप अभिभावक हैं और बच्चे को स्कूल छोड़कर लौट रहे हैं।
Author Image

Shera Rajput

View all posts

Advertisement
Advertisement
×