भारत के हिस्से का हर बूंद पानी भारत में ही रहेगा, सिंधु जल संधि पर बोले गजेंद्र शेखावत
भारत का पानी अब सिर्फ भारत में रहेगा: शेखावत
केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि भारत सिंधु जल संधि के तहत अपने हिस्से के पानी को पूरी तरह से सुरक्षित रखेगा। उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी की ‘खून और पानी एक साथ नहीं बहेंगे’ की नीति की तारीफ करते हुए कहा कि भारत अब अपने राष्ट्रीय हितों के साथ कोई समझौता नहीं करेगा।
केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने बुधवार को कहा कि सिंधु जल संधि के संबंध में भारत के हितों के साथ खिलवाड़ नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि भारत के हिस्से का एक-एक बूंद पानी देश के भीतर ही रहेगा। एएनआई से बात करते हुए गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा, “पीएम ने पहले भी कहा था कि खून और पानी एक साथ नहीं बहेंगे। परसों राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में उन्होंने कहा था कि खून और पानी एक साथ नहीं बहेंगे… 1965 के युद्ध, 1971 के युद्ध और कारगिल युद्ध के बावजूद भारत ने संधि का सम्मान किया। लेकिन अब संदेश साफ है – अब भारत इस पर समझौता नहीं करेगा। अब भारत के हितों के साथ खिलवाड़ नहीं किया जाएगा।”
उन्होंने कहा, “सिंधु जल संधि को निलंबित कर दिया गया है। हमने उनके साथ डेटा साझा करना बंद कर दिया है। भारत के हिस्से का एक-एक बूंद पानी भारत में ही रहेगा। सरकार इसके लिए प्रतिबद्ध है।” पाकिस्तान के साथ तनाव के बीच भारत ने सिंधु जल संधि को स्थगित रखने का फैसला किया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कल आदमपुर एयरबेस पर दिए गए भाषण की सराहना करते हुए शेखावत ने कहा कि भारत के राष्ट्रीय हितों को नुकसान पहुंचाने की कोशिश करने वाले लोग आगे ऐसा करने की हिम्मत नहीं कर पाएंगे।
उन्होंने कहा, “आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति और राष्ट्र प्रथम की नीति प्रधानमंत्री मोदी की कार्य संस्कृति का हिस्सा है, यह पूरा देश और दुनिया जानती है। जो लोग भारत पर बुरी नजर डालते हैं और भारत के खिलाफ कोई भी गतिविधि करते हैं, चाहे वह भारत की धरती से हो या भारत के बाहर कहीं से संचालित हो, यह नया भारत घर में घुसकर मारेगा। इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।”
प्रधानमंत्री मोदी की टिप्पणी को दशकों में भारत द्वारा दिया गया “सबसे कड़ा जवाब” बताते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा, “मेरा मानना है कि जिस तरह से आतंकवादियों के खिलाफ कार्रवाई की गई है और भारत ने जो संदेश दिया है, उससे भारत के खिलाफ काम करने वाले लोग सपने में भी ऐसा करने की हिम्मत नहीं कर पाएंगे।” पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में भारत ने आतंकी ढांचे पर सटीक हमला किया, जिसमें 26 लोग मारे गए थे।
सरकार ने कहा था कि अपराधियों को कड़ी सजा मिलेगी और ऑपरेशन सिंदूर में 100 से ज़्यादा आतंकवादी मारे गए। भारतीय सशस्त्र बलों ने पाकिस्तान के बाद के सैन्य आक्रमण को प्रभावी ढंग से विफल कर दिया और पाकिस्तान के कई एयरबेसों पर बमबारी की। पाकिस्तान के डीजीएमओ द्वारा अपने भारतीय समकक्ष से संपर्क करने के बाद दोनों देशों के बीच गोलीबारी और सैन्य कार्रवाई रोकने पर सहमति बन गई है।
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