For the best experience, open
https://m.punjabkesari.com
on your mobile browser.
Advertisement

Russia Ukraine War : यूक्रेन में जारी जंग के बीच बड़े पैमाने पर रूसी युद्ध अपराधों के मिले प्रमाण

यूक्रेन में दस महीने से जारी युद्ध के बीच इस बात के पर्याप्त प्रमाण मिले हैं कि रूसी सैनिकों ने युद्ध भूमि में आचरण और नागरिकों के साथ बर्ताव संबंधी अंतरराष्ट्रीय कानूनों की धज्जियां उड़ाते हुए पूर्ण युद्ध छेड़ रखा है।

10:06 PM Dec 30, 2022 IST | Shera Rajput

यूक्रेन में दस महीने से जारी युद्ध के बीच इस बात के पर्याप्त प्रमाण मिले हैं कि रूसी सैनिकों ने युद्ध भूमि में आचरण और नागरिकों के साथ बर्ताव संबंधी अंतरराष्ट्रीय कानूनों की धज्जियां उड़ाते हुए पूर्ण युद्ध छेड़ रखा है।

russia ukraine war   यूक्रेन में जारी जंग के बीच बड़े पैमाने पर रूसी युद्ध अपराधों के मिले प्रमाण
यूक्रेन में दस महीने से जारी युद्ध के बीच इस बात के पर्याप्त प्रमाण मिले हैं कि रूसी सैनिकों ने युद्ध भूमि में आचरण और नागरिकों के साथ बर्ताव संबंधी अंतरराष्ट्रीय कानूनों की धज्जियां उड़ाते हुए पूर्ण युद्ध छेड़ रखा है।
Advertisement
यूक्रेन अभी रूस के संभावित युद्ध अपराधों के 58 हजार से अधिक मामलों की जांच कर रहा है, जिनमें हत्या, अपहरण, अंधाधुंध बमबारी और यौन हमलों से जुड़े मामले शामिल हैं।
‘द एसोसिएटेड प्रेस’ (एपी) और ‘फ्रंटलाइन’ की रिपोर्ट में स्वतंत्र रूप से 600 से अधिक ऐसे मामलों की पहचान की गई है, जिनमें युद्ध कानूनों का उल्लंघन किए जाने के संकेत मिलते हैं। इनमें से कुछ मामले सैकड़ों नागरिकों का नरसंहार करने वाले हमलों से जुड़े हैं।
द हेग स्थित अंतरराष्ट्रीय अपराध न्यायालय में मुख्य अभियोजक करीम खान ने ‘एपी’ से कहा, ‘यूक्रेन एक अपराध स्थल है।’ उनकी यह टिप्पणी एक कड़वा सच है। प्राधिकारों के पास यूक्रेन में बड़े पैमाने पर रूसी युद्ध अपराधों के प्रमाण हैं। हालांकि, निकट भविष्य में यूक्रेनी नागरिकों पर हमला करने वाले सैनिकों, उन्हें आदेश देने वाले सैन्य अधिकारियों और हमलों को मंजूरी प्रदान करने वाले नेताओं को गिरफ्तार करने की कोई संभावना नहीं है।
Advertisement
विशेषज्ञों के मुताबिक, इसके पीछे कई वजहें हैं। उन्होंने कहा कि यूक्रेनी अधिकारी युद्ध क्षेत्र में पुख्ता सबूत जुटाने में काफी चुनौतियों का सामना कर रहे हैं। यही नहीं, कथित युद्ध अपराधों को अंजाम देने वाले ज्यादातर सैनिक यूक्रेनी अधिकारियों की गिरफ्त से बचने में सफल रहे हैं और अब रूसी सीमा में दाखिल हो चुके हैं।
यहां तक कि सफल अभियोगों में भी न्याय सीमित रहा है। मिसाल के तौर पर 21 वर्षीय टैंक कमांडर वादिम शिशमारिन से जुड़ा मामला ले लें, जो युद्ध अपराधों के आरोपों का सामना करने वाला पहला रूसी सैनिक था। उसने इस साल मार्च में आत्मसमर्पण कर दिया था। मई में कीव की एक अदालत ने उसे 62 वर्षीय एक यूक्रेनी नागरिक को सिर में गोली मारने के जुर्म में दोषी करार दिया।
शिशमारिन को पहले उम्रकैद की सजा सुनाई गई, जिसे अपील के बाद घटाकर 15 साल के कारावास की सजा कर दिया गया। आलोचकों का कहना था कि शिशमारिन को सुनाई गई प्रारंभिक सजा अनुचित रूप से कठोर थी, यह देखते हुए कि उसने अपना अपराध कबूल किया था। उन्होंने तर्क दिया कि शिशमारिन आदेशों का पालन कर रहा था और उसने अपने किए पर पछतावा जाहिर किया था।
संयुक्त राष्ट्र में रूस के राजदूत वासिली नेबेनजिया ने कहा कि कीव के उपनगर बूचा में नागरिकों को गंभीर यातना नहीं दी गई ना ही वहां किसी की हत्या की गई। हालांकि बूचा में पत्रकारों को युद्ध अपराध के कई प्रमाण मिले हैं और युद्ध अपराध के संबंध में जांच अधिकारी भी इसकी छानबीन कर रहे हैं।
नेबेनजिया ने कहा, ‘‘किसी भी हिंसक घटना में एक भी स्थानीय व्यक्ति हताहत नहीं हुआ।’’ बूचा की सड़कों पर बिखरे पड़े शवों की सामने आईं खौफनाक तस्वीरों और वीडियो के संबंध में उन्होंने कहा कि यूक्रेन ने जालसाजी से इसे तैयार किया।
Advertisement
Author Image

Shera Rajput

View all posts

Advertisement
×