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पीले दांतों से छुटकारा पाना, कैविटी से निजात पाना, Dr. Lilly Singh से जानिए सभी सवालों का जवाब

04:44 PM Sep 12, 2024 IST
पीले दांतों से छुटकारा पाना  कैविटी से निजात पाना  dr  lilly singh से जानिए सभी सवालों का जवाब

Oral Health: दिन में एक बार ब्रश करना, हद से ज्यादा मीठा खाना और जब तक दांतों में असहनीय दर्द न हो जाए तब तक डॉक्टर को विजिट न करना। ये रीत अभी से नहीं पहले से चली आ रही है। जहां एक तरफ लोग शरीर के किसी भी हिस्से में लगी छोटी सी खरोच को लेकर चिंता जाहिर करने लगते हैं कि कहीं इससे इंफेक्शन न हो जाए। वहीं, दूसरी तरफ मसूड़ों से बार-बार खून निकलने पर भी उसे नजरअंदाज करते रहते हैं। जब तक कि वह काफी बड़ी समस्या न हो जाए। काफी लोग इस बात से अनजान है कि मुंह का द्वार अगर (Oral Health)  स्वस्थ होता है तो पूरा शरीर स्वस्थ होता है। इसलिए दांतों की सफाई अच्छे से करना बहुत जरूरी है। डेंटल एक्सपर्ट डॉ. लिली सिंह से हमने डेंटल हेल्थ पर बात की। उन्होंने 24 साल तक अपोलो हॉस्पिटल में काम किया और अब वह अपना क्लिनिक चलाती है। चलिए जानते हैं डॉ. लिली सिंह का ओरल हेल्थ से जुड़ी समस्याओं और इनके समाधानों के बारे में क्या कहना है।

Oral Health Hygiene

 

Q. लोग डेंटल हेल्थ को लेकर काफी कम जागरूक है, ऐसा क्यों है?

A. देखिए, डेंटल हेल्थ के प्रति कम अवेयरनेस का कारण सबसे पहले स्कूल से शुरू होता है, क्योंकि स्कूल में अवेयरनेस कैंप नहीं लगाए (Oral Health) जाते हैं। अगर स्कूल में दांतों की हेल्थ को लेकर कैंप लगाए जाएंगे तो इससे टीचर, बच्चे और पेरेंट्स सभी जागरुक हो सकेंगे। इसलिए स्कूल में ओरल हेल्थ कैंप, मीडिया में अवेयरनेस और डेंटल एजुकेशन काफी जरूरी है।

Q. डेंटल हेल्थ से क्या पूरे शरीर के स्वास्थ पर प्रभाव पड़ता है?

A. ओरल हेल्थ पूरी बॉडी की हेल्थ के लिए काफी जरूरी है। मुंह में अगर आपके काफी सारे बैक्टीरिया होंगे तो उससे हार्ट की वाल्व पर इंफेक्शन हो सकता है। आपके लंग्स संक्रमित हो सकते हैं। आप बिना चबाएं खाना खा रहे हैं तो इससे आपकी पाचन शक्ति पर प्रभाव पड़ सकता है। दांत सिर्फ दांत नहीं हैं, ये पूरे शरीर का द्वार है। इसलिए इसे क्लीन रखना चाहिए।

Q.पीरियोडोंटल बीमारी के शुरुआती लक्षण क्या होते हैं, जिन्हें देख लोगों को जागरूक हो जाना चाहिए?

A. पेरिओडोन्टल रोग (मसूड़ों का रोग) बीमारी की शुरुआत मुंह गंदा रखने की वजह से होती है, इसे जिंजिवाइटिस डिजीज कहते है। इसके मुख्य लक्षण दांतों का पीला होना, ब्लीडिंग होना, मुंह से दुर्गंध आना, दांत का हिलना हैं। अगर आपको ये लक्षण दिखें तो डेंटल डॉक्टर से संपर्क जरूर करें।

Q. कई लोगों के दांत ब्रश करने के बाद भी पीले रहते हैं, क्या वह सही से ब्रश नहीं करते या उन्हें अपना ब्रश बदलना चाहिए?

A. दांतों के पीलेपन के पीछे का बड़ा कारण सही से ब्रशिंग की तकनीक को न अपनाना है। आप 20 रुपये वाला ब्रश लें या फिर 500 रुपये वाला पर अगर आप सही से ब्रश नहीं करते हैं, तो आपके दांत पीले हो सकते हैं। इस तकनीक के बारे में डेंटिस्ट ही आपको अच्छे से बता सकते हैं। वहीं, दातुन के इस्तेमाल पर डॉक्टर लिली कहती हैं कि आप महीने में एक बार दातुन का इस्तेमाल कर सकते हैं। क्योंकि ज्यादा यूज करने से दांत घिसने लगते हैं।

Q. किसी भी एक व्यक्ति को रेगुलर डेंटल चेकअप के लिए डॉक्टर को कितने टाइम बाद विजिट करना चाहिए क्या?

A. दांतों के चेकअप के लिए आपको साल में एक बार डॉक्टर को जरूर विजिट करना चाहिए। जिससे कोई परेशानी हो तो उसका इलाज आसानी से किया जा सके।

Q. खराब ओरल हेल्थ का क्या कारण है? क्या इसके लिए सिर्फ शुगर जिम्मेदार है या फिर हमें अन्य आदतों में भी बदलाव करने की जरूरत है?

A. देखिए, खराब ओरल हेल्थ का सबसे बड़ा कारण है कि लोग डेंटिस्ट के पास तब जाते हैं जब उनकी समस्या काफी बढ़ जाती है। जैसे किसी के दांत से खून निकल रहा है, तो वह व्यक्ति वहां दातुन शुरू कर देते हैं। ऐसे में जिस प्रॉब्लम को हम फिलिंग करके ठीक कर सकते थे उसका रूट कैनाल कर रहे होते हैं। इसके अलावा दांतों के खराब होने का कारण ज्यादा मीठा खाना, सही से ब्रश न करना, रात को सोने से पहले ब्रश नहीं करना हैं।

Q. क्या ब्रेसेस के बिना भी दांतों को ठीक किया जा सकता है?

A. ब्रेसेस तभी लगाया जाता है, जब ये बहुत जरूरी होता है, जैसे किसी व्यक्ति के दांत टेढ़े हैं, काफी बाहर है या सही से आप खाना नहीं खा पा रहे हैं। इसके अलावा अब अलाइनर्स भी मार्केट में आ गया है। इसमें बिना ब्रेसेस लगाए सिर्फ अलाइनर्स के इस्तेमाल से दांतों को ठीक कर सकते हैं।

Q. ओरल हेल्थ हाइजीन को मेंटेन करने के लिए आप लोगों को क्या सलाह देंगी?

A. दांतों के अच्छे स्वस्थ के लिए दिन में दो बार ब्रश करें, खासकर उसकी तकनीक को समझिए, हर 6 महीने में अपना ब्रश बदलें। साल में एक बार अपने डेंटिस्ट से जरूर मिलें। बहुत ज्यादा मीठे और एसिड वाले फूड का सेवन करने से बचें। तंबाकू पान, गुटका और स्मोकिंग से परहेज करें।

पूरा इंटरव्यू देखने के लिए यूट्यूब लिंक पर क्लिक करें

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Ritika Jangid

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