मंगल का मेष राशि में गोचर, इन राशि वालों के शुरू होंगे अच्छे दिन
सभी ग्रह एक निश्चित समय पर अपनी राशि को बदलते हैं। इनमें से कुछ ग्रह केवल वक्री अवस्था में रहते हैं, जैसे राहु और केतु। इसी प्रकार से कुछ ग्रह हमेशा मार्गी अवस्था में रहते हैं जैसे सूर्य और चन्द्रमा और शेष मंगल, बुध, बृहस्पति, शुक्र और शनि कभी मार्गी तो कभी वक्री अवस्था में गोचर करते हैं। वर्तमान में ग्रहों की गति को गोचर कहते हैं। आप जो साढ़े साती जैसे शब्दों को सुनते और अनुभव करते हैं वह शनि के गोचर की अवस्था होती है। शनि जैसे ही आपकी राशि से बारहवां आता है वैसे ही उसकी साढ़े साती आरम्भ हो जाती है। और यह साढ़ेसाती आपकी राशि से जब शनि तीसरा आता है तब तक चलती है। अर्थात बारहवां, पहला और दूसरे भाव में शनि का होना शनि की साढ़े साती कही जाती है। इसी प्रकार से बाकी आठ ग्रहों का गोचर भी हमारी राशि पर चलता रहता है। हम आज मंगल के मेष राशि में गोचर के बारे में बात करेंगे।
कब होगा मेष में मंगल का गोचर
आगामी 1 जून 2024 को मंगल देव अपना एक राशि चक्र पूरा करके मेष राशि में प्रवेश करेंगे। आमतौर पर मंगल एक राशि में 45 दिन के करीब रहता है लेकिन कभी-कभी मंगल की वक्री अवस्था के कारण यह अवधि कम या ज्यादा भी हो सकती है। यहां मंगल 12 जुलाई तक रहेंगे। उसके बाद मंगल का वृषभ राशि में गोचर होगा। मेष राशि मंगल की स्वयं की राशि है इसलिए यह परिवर्तन महत्वपूर्ण हो जाता है।
शौर्य और शक्ति का प्रतीक है मंगल
मंगल को शक्ति का प्रतीक माना जाता है। इसलिए ग्रहों में इसे सेनापति का दर्जा प्राप्त है। जो लोग जो मंगल से प्रभावित हो वें हमेशा दुस्साहसी होंगे। बौद्धिक शक्ति भले ही कम हो लेकिन शारीरिक बल के मामले में मंगल प्रभावित जातक का कोई मुकाबला नहीं है। ऐसे लोगों को डर कर जीना पसन्द नहीं होता है। घबराहट इनके पास भी नहीं फटकती है। किसी भी जन्म कुंडली में मंगल भाई का कारक होता है। मंगल को क्रूर ग्रहों की श्रेणी में रखा गया है। वैसे वैदिक ग्रंथों में इसे पाप ग्रह माना जाता है। यदि किसी का मेष, कर्क, सिंह या वृश्चिक लग्न है तो उसके लिए मंगल की विंशोत्तरी दशा जीवन का गोल्डन पीरियड हो सकती है। मंगल को दशम स्थान में सबसे बली समझा जाता है और मंगल यहां कुलदीपक नामक प्रसिद्ध योग का निर्माण करता है।
मेष का मंगल किन राशि वालों की किस्मत जगायेगा
वैदिक ज्योतिष के अनुसार पाप ग्रहों की गोचर में तीसरे, छठे और ग्यारहवें भाव में शुभ स्थिति मानी जाती है। इसलिए मेष जिन राशि वालों के लिए तीसरे, छठे या ग्यारहवें घर में है उनके लिए चौतरफा उन्नति के मार्ग खुल सकते हैं। इसलिए कहा जा सकता है कि मेष का मंगल मिथुन, वृश्चिक और कुंभ राशि वालों का भाग्योदय हो सकता है। लेकिन गोचर ग्रहों के परस्पर वैध का भी असर होता है इसलिए सभी ग्रहों के सम्मिलित आकलन से ही किसी नतीजे पर पहुंच जाना चाहिए।
सभी बारह राशियों के लिए कैसा रहेगा मंगल का गोचर
मेष राशि
राशि स्वामी मंगल का मेष राशि में गोचर वास्तव में मेष राशि वालों के साहस में वृद्धि करेगा। स्वास्थ्य में सुधार होगा। और पिछले कई दिनों से लटक रहे कार्यों में तेजी दिखाई देगी।
वृषभ राशि
निःसंदेह बारहवें मंगल से किसी अच्छे समय की आशा तो आपको नहीं रखनी चाहिए। खर्च में बढ़ोत्तरी संभव है।
मिथुन राशि
ग्यारहवां मंगल बिजनेस में कोई नया अनुबंध करवा सकता है। बड़े भाइयों से लाभ संभव है। परिवार में सौहार्द का वातावरण बना रहेगा।
कर्क राशि
दसवें स्थान का मंगल साहस में वृद्धि करेगा। बिजनेस में जो पुराना स्टॉक रखा हुआ है वह निकल सकता है। नौकरीपेशा लोगों को काम से कुछ राहत का अनुभव होगा।
सिंह राशि
भाग्य स्थान का मंगल नौकरीपेशा लोगों के लिए विशेष शुभ होता है। लेकिन जो लोग बिजनेस करते हैं उनके लिए कुछ परेशानी संभव है। मंगल साहस के साथ जल्दबाजी भी देता है जिससे नुकसान होने की आशंका रहेगी।
कन्या राशि
कार्यस्थल पर वाद-विवाद की स्थिति पैदा हो सकती है। यदि पहले से कोई केस-मुकद्दमें चल रहे हैं तो परेशानी हो सकती है। मंगल की शान्ति करवाने से लाभ होगा।
तुला राशि
सातवें घर का मंगल परिवार में थोड़ी सी परेशानी देता है, अन्यथा इस घर का मंगल बहुत बुरा नहीं है। दैनिक रोजगार या वेतन वृद्धि संभव है। फिर भी विवादों से बचने का प्रयास अवश्य करना चाहिए।
वृश्चिक राशि
सरकार से लाभ की स्थिति बन रही है। इसलिए जो लोग सरकारी नौकरी में है या सरकार से किसी तरह से जुड़े हुए हैं उनके लिए अच्छा समय है। सरकारी लोन की प्राप्ति भी संभव है।
धनु राशि
संतान संबंधी चिंता हो सकती है। विशेष तौर पर संतान के करियर के संबंध में बहुत अच्छा समय नहीं कहा जायेगा। जुए-सट्टे से बचने की कोशिश करनी चाहिए।
मकर राशि
चौथा मंगल माता के स्वास्थ्य के संबंध में चिंता व्यक्त करता है। जो लोग जनता से जुड़े हुए हैं जैसे राजनीतिज्ञ आदि उनके लिए बहुत अच्छा नहीं है। दांपत्य में में तनाव को पैदा करता है।
कुंभ राशि
आत्मविश्वास में वृद्धि होगी। अब तक लटक रहे कार्यों में तेजी दिखाई देगी। अविवाहित युवकों-युवतियों के सगाई संबंध को लेकर कोई शुभ समाचार प्राप्त होगा। बिजनेस में अचानक कुछ लाभ होगा।
मीन राशि
दूसरे स्थान का मंगल किसी दूर स्थान की यात्रा करवा सकता है। बैंक बैलेंस में कुछ कमी को भी दर्शाता है। बिजनेस में उधारी की समस्या बढ़ सकती है।
Astrologer Satyanarayan Jangid
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