Union Budget 2024: अपने छठें बजट में वित्त मंत्री ने महिलाओं को दी ये बड़ी सौगात
Union Budget 2024: केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज अंतरिम बजट पेश किया है। इस बजट को लोग अपने-अपने नजरिये से देख रहे हैं। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज अपना छठा बजट पेश किया है जिसके साथ ही वह अपना छठा बजट पेश करने वाली देश की दूसरी वित्त मंत्री भी बनी हैं। इसके साथ ही मोदी सरकार के कार्यकाल का यह अंतिम बजट है। वित्त मंत्री ने बजट पेश करते हुए अनेक बातें कहीं बजट में प्रत्येक वर्ग के लिए कुछ न कुछ है। अपना बजट भाषण देते हुए वित्त मंत्री बोलीं, सरकार का दृष्टिकोण सबका साथ, सबका विश्वास है इसी के हिसाब से सरकार लगातार काम कर रही है। उन्होंने मोदी सरकार के बारे में बोलते हुए कहा कि, सरकार ने सामाजिक कल्याण के लिए सर्वांगीण, सर्वस्पर्शी और सर्व समावेशी नीति और कार्यक्रम लागू किये हैं। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इस बजट में महिलाओं को लेकर कई बड़ी घोषणाएं की हैं जिनके बारे में हम आपको यहां बताने जा रहे हैं।
- केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज अंतरिम बजट पेश किया है
- वित्त मंत्री ने बजट में महिलाओं को लेकर कई बड़ी घोषणाएं की
- गवर्नमेंट सर्वाइकल कैंसर वैक्सीन बनाने पर ध्यान केंद्रित करेगी- वित्त मंत्री
- अभी तक एक करोड़ महिलाओं को लखपति दीदी बनाया गया है
सरकार सर्वाइकल कैंसर के वैक्सीन पर देगी ध्यान- वित्त मंत्री
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने महिलाओं को लेकर घोषणा की कि, वर्तमान समय में बने हेल्थ ढ़ाचे का उपयोग कर सरकार बहुत जल्द मेडिकल कॉलेज बनाएगी। मेडिकल कॉलेज के निर्माण के साथ ही गवर्नमेंट सर्वाइकल कैंसर वैक्सीन बनाने पर ध्यान केंद्रित करेगी। इसके अलावा मां और बच्चे की देखरेख वाली योजनाओं को बड़े स्तर पर बढ़ावा दिया जायेगा और इस पर विशेष ध्यान दिया जायेगा। 9 साल से लेकर 14 साल की लड़कियों की वैक्सीन को बनाने के लेकर सरकार ध्यान देगी।
2 करोड़ लखपति दीदी को बढ़ाकर 3 करोड़ का लक्ष्य- वित्त मंत्री
इस बजट में महिलाओं के लिए सरकार ने बहुत कुछ दिया है। वित्त मंत्री न निर्मला सीतारमण ने बजट भाषण के दौरान कहा कि, अभी तक एक करोड़ महिलाओं को लखपति दीदी बनाया गया है और आने वाले साल में इनको बढ़ाया जाएगा। वित्त मंत्री ने कहा कि, भारत सरकार ने 2 करोड़ लखपति दीदी को बढ़ाकर 3 करोड़ तक का लक्ष्य बनाया है। भारत सरकार के इस लक्ष्य से लगभग 9 करोड़ महिलाओं का जीवन बदला है। ऐसा दावा किया गया कि, मत्स्य संपदा योजना से 55 लाख के आसपास व्यक्तियों को रोजगार मिला है। इसके अलावा इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट के विकास के लिए पूंजीगत व्यय 11.1 प्रतिशत बढ़ाकर 11.11 लाख करोड़ रुपये किया गया। यह सकल घरेलू उत्पाद (GDP) का 3.4 प्रतिशत होगा। डायरेक्ट तथा इनडायरेक्ट टैक्ससेस की मौजूदा दरों को बरकरार रखा गया। पिछले 10 साल के दौरान प्रत्यक्ष कर संग्रह तिगुना, रिटर्न दाखिल करने वालों की संख्या 2.4 गुना बढ़ी। सीतारमण ने कहा, महिलाओं की सफलता ने लगभग एक करोड़ महिलाओं को ‘लखपति दीदी’ बनने में मदद की है। वे दूसरों के लिए प्रेरणा हैं। उन्हें सम्मानित कर उनकी उपलब्धियों को मान्यता दी जायेगी।
महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए सरकार ने किया काम- निर्मला सीतारमण
बजट भाषण के दौरान वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण बोलीं कि, मोदी सरकार ने महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए बहुत प्रयास किया है उन्होंने कहा कि, हमारी सरकार ने बीते दस सालों में 30 करोड़ मुद्रा योजना का ऋण महिलाओं को दिया है। इससे महिलाओं को बहुत फायदा मिला है। महिलाओं के मुद्दों पर काम करना सरकार की प्रमुखता रही है। सीतारमण ने आगे कहा, उनकी सफलता ने लगभग एक करोड़ महिलाओं को लखपति दीदी बनने में मदद की है। वे दूसरों के लिए प्रेरणा हैं। उन्हें सम्मानित कर उनकी उपलब्धियों को मान्यता दी जायेगी। सफलता से उत्साहित होकर, लखपति दीदी का लक्ष्य 2 करोड़ से बढ़ाकर 3 करोड़ करने का निर्णय लिया गया है। मंत्री ने विज्ञान और इंजीनियरिंग सहित उच्च शिक्षा में महिलाओं की बढ़ती हिस्सेदारी के बारे में बात की। महिला उद्यमियों को तीस करोड़ मुद्रा योजना ऋण दिए गए हैं। दस वर्षों में उच्च शिक्षा में महिला नामांकन में अट्ठाईस प्रतिशत की वृद्धि हुई है। एसटीईएम पाठ्यक्रमों में, लड़कियों और महिलाओं का नामांकन तैंतालीस प्रतिशत है – जो दुनिया में सबसे अधिक है। ये सभी उपाय कार्यबल में महिलाओं की बढ़ती भागीदारी में परिलक्षित हो रहे हैं, उन्होंने कहा। एसटीईएम विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग और गणित और इन चार विषयों के अंतर्गत आने वाले विषयों को संदर्भित करता है। महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए हमारी सरकार ने बीते दस सालों में 30 करोड़ मुद्रा योजना का ऋण महिलाओं को दिया है।
अगले 5 साल में 2 करोड़ घर और बनाएं जाएंगे- वित्त मंत्री
बजट भाषण के दौरान वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने प्रधानमंत्री आवास योजना के बारे में बोलते हुए कहा कि, जो महिलाएं ग्रामीण क्षेत्रों में रहती हैं उनको प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत 70% आवास दिए गए हैं। वित्त मंत्री ने बजट में दावा किया कि, इस योजना के अंतर्गत आने वाले पांच सालों में सरकार 2 करोड़ घर और बनेगें। मंत्री ने कहा, उद्यमिता, जीवन जीने में आसानी और गरिमा के माध्यम से महिलाओं के सशक्तिकरण ने इन दस वर्षों में गति प्राप्त की है। नौ करोड़ महिलाओं के साथ 83 लाख एसएचजी सशक्तिकरण और आत्मनिर्भरता के साथ ग्रामीण सामाजिक-आर्थिक परिदृश्य को बदल रहे हैं।
आंगनवाड़ी केंद्र होंगे पहले से बेहतर- वित्त मंत्री
अंतरिम बजट के बारे में पढ़ते हुए वित्त मंत्री ने आंगनवाड़ी केंद्रों के बारे में भी बात की उन्होंने इसके विकास पर जोर दिया। वित्त मंत्री बोलीं कि, आंगनवाड़ी केंद्रों पर ध्यान दिया जायेगा इन्हें आने वाले समय में अच्छे तरीके से अपग्रेड किया जाएगा। वित्त मंत्री ने कहा कि, आयुष्मान भारत योजना के अनुसार सभी आशा और आंगनवाड़ी कर्मियों को पूरी सुविधा दी जाएगी। उन्होंने कहा कि, आने वाले 5 वर्षों में विकास की नई परिभाषा को गढ़ने का काम किया जाएगा। इसके अलावा उन्होंने कहा कि, आशा बहनों को आयुष्मान योजना का पूरा लाभ भी दिया जाएगा। वित्त मंत्री ने कहा, तीन तलाक को अवैध बनाना, लोकसभा और राज्य विधानसभाओं में महिलाओं के लिए एक तिहाई सीटें आरक्षित की गई हैं और पीएम आवास योजना के तहत सत्तर प्रतिशत से अधिक मकान महिलाओं को दिए जा रहे हैं।