Top NewsIndiaWorldOther StatesBusiness
Sports | CricketOther Games
Bollywood KesariHoroscopeHealth & LifestyleViral NewsTech & AutoGadgetsvastu-tipsExplainer
Advertisement

45 मिनट के बातचीत के बाद धमाका, युवराज ने पंत और हार्दिक को सराहा

युवराज मध्यक्रम के लोहा माने जाते थे. उन्होंने अपने करियर में कई सारे ऐसी परिस्थिति देखी होगी, जिसमें उन्होंने टीम को जीत दिलाई है. भारत जब पहला टी 20 वर्ल्ड कप और 2011 का वनडे वर्ल्ड कप जीता था तब दोनों में युवराज प्लेयर ऑफ दा टूर्नामेंट बने थे

12:34 PM Jul 19, 2022 IST | Desk Team

युवराज मध्यक्रम के लोहा माने जाते थे. उन्होंने अपने करियर में कई सारे ऐसी परिस्थिति देखी होगी, जिसमें उन्होंने टीम को जीत दिलाई है. भारत जब पहला टी 20 वर्ल्ड कप और 2011 का वनडे वर्ल्ड कप जीता था तब दोनों में युवराज प्लेयर ऑफ दा टूर्नामेंट बने थे

भारत के पूर्व धुआंधार बल्लेबाज युवराज सिंह ने अपने ट्वीट के जरिए एक राज की बात बताई है और वो बात है और कोई नहीं बल्कि भारत के स्टार युवा बल्लेबाज ऋषभ पंत और हार्दिक पांड्या की, स्पेशली पंत को लेकर. युवराज सिंह ने ट्वीट के जरिए बताया कि कैसे 45 मिनट के बातचीत ने रंग लाई. युवराज के कहने का मतलब साफ था कि उनके और ऋषभ पंत के बीच 45 मिनट की गंभीर बातचीत हुई थी, जिसमें उन्होंने ऋषभ को गाइड किया होगा. युवराज के गाइडेन्स के बाद ही ऋषभ ने इंग्लैंड के खिलाफ आखिरी और निर्णायक वनडे में एक संभली हुई पारी खेली और भारत को जीत की दहलीज तक ले गए.
Advertisement
युवराज के इस ट्वीट का जवाब भी उन्हें मिला और जवाब दूसरा कोई नहीं बल्कि खुद ऋषभ पंत ने दिया. ऋषभ ने युवराज के 45 मिनट वाले ट्वीट को सही करार करते हुए कहा कि It did, indeed yuvi paji. इसका मतलब साफ है कि दोनों के बीच आखिरी वनडे से पहले कुछ जरूर बात हुई होगी कि टीम को कैसे मिडिल ऑर्डर में आकर संभालना है. शुरुआत अगर अच्छी ना हो तो आपकी क्या जिम्मेदारी होनी चाहिए. प्रेशर को कैसे टैकल किया जाए. विपक्षी टीमों की रणनीति को कैसे समझा जाए, क्योंकि हम और पूरा देश जानते है कि युवराज कैसे खिलाड़ी थे और उन्होंने इस तरह के कितने सारे मैच जीताएं हैं.
युवराज मध्यक्रम के लोहा माने जाते थे. उन्होंने अपने करियर में कई सारे ऐसी परिस्थिति देखी होगी, जिसमें उन्होंने टीम को जीत दिलाई है. भारत जब पहला टी 20 वर्ल्ड कप और 2011 का वनडे वर्ल्ड कप जीता था तब दोनों में युवराज प्लेयर ऑफ दा टूर्नामेंट बने थे और माना जाता है कि अगर उन्हें 2011 वर्ल्ड कप के बाद कैंसर ना हुआ होता तो वो और भी आगे तक क्रिकेट खेलते और एक अलग लेवल के खिलाड़ी के रूप में पहचाने जाते.  
वहीं ऋषभ ने अपनी बल्लेबाजी से पहले 20 मिनट तक कोच राहुल द्रविड़ के साथ भी वक्त बिताया था. जिसके बाद उन्होंने अपने वनडे करियर का पहले शतक लगाया और अपनी टीम को 8 साल बाद इंग्लैंड में एक बार और सीरीज जीतने में अपनी अहम भूमिका निभाई. 
Advertisement
Next Article