Top NewsIndiaWorld
Other States | Delhi NCRHaryanaUttar PradeshBiharRajasthanPunjabJammu & KashmirMadhya Pradeshuttarakhand
Business
Sports | CricketOther Games
Bollywood KesariHoroscopeHealth & LifestyleViral NewsTech & AutoGadgetsvastu-tipsExplainer
Advertisement

पंचकूला में नकली आर्मी कैप्टन गिरफ्तार, 17.50 लाख की ठगी का खुलासा

सेना का नकली कैप्टन गिरफ्तार, 17.50 लाख की ठगी का पर्दाफाश…

01:31 AM May 21, 2025 IST | Rahul Kumar Rawat

सेना का नकली कैप्टन गिरफ्तार, 17.50 लाख की ठगी का पर्दाफाश…

पंचकूला की इकोनॉमिक सेल ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए खुद को सेना का कैप्टन बताने वाले एक ठग को गिरफ्तार किया है। आरोपी का नाम सागर गुलरिया है। जांच में खुलासा हुआ है कि वह असल में सेना में कैप्टन नहीं, बल्कि एक पूर्व क्लर्क है, जिसे पहले ही सेना से भगोड़ा घोषित किया जा चुका है। आरोपी से सेना की नकली वर्दी, फर्जी मोहरें और दो मोबाइल फोन बरामद किए गए हैं। मोबाइल की जांच में यह बात सामने आई है कि वह लगातार बाहर के नंबरों से संपर्क में था, जिससे यह आशंका जताई जा रही है कि उसके संबंध देश के बाहर के लोगों से भी हो सकते हैं।

17.50 लाख की ठगी का पर्दाफाश

पुलिस जांच में सामने आया है कि सागर गुलरिया ने सेना में कार्यरत महिला अधिकारी मनप्रीत कौर और उनके पति सतपाल सिंह से 17.50 लाख रुपए की ठगी की थी। वर्ष 2024 में सतपाल सिंह चंडी मंदिर कमांड में तैनात थे और उन्होंने अपने घर के निर्माण के लिए लोन लेने की योजना बनाई थी। सतपाल सिंह के एक साथी सुरमुख सिंह के जरिए वह सागर के संपर्क में आए। सागर ने खुद को सेना का कैप्टन बताकर भरोसा दिलाया कि वह कई सैनिकों के लोन पास करवा चुका है। उसने दस्तावेज लिए और एसबीआई बैंक से 17.50 लाख रुपए का लोन पास करवाया, जो 8 मई 2024 को उनके जॉइंट अकाउंट में जमा हुआ।

जांच में जुटी पुलिस

इसके बाद आरोपी ने उन्हें लोन पर सब्सिडी दिलवाने का झांसा देकर पूरी राशि आरटीजीएस के जरिए अपने अकाउंट में ट्रांसफर करवा ली। अब लोन की ईएमआई हर महीने सतपाल सिंह की तनख्वाह से कट रही है, जबकि पूरी राशि आरोपी हड़प चुका है। जांच में यह भी सामने आया है कि सागर गुलरिया ने इसी तरह कई अन्य सैनिकों को भी अपना शिकार बनाया है। मामले की गंभीरता को देखते हुए एएसआई नरिंदर सिंह और एसएचओ कमलजीत सिंह स्वयं पूरे प्रकरण की जांच कर रहे हैं। इसके साथ ही, पुलिस अब आरोपी के मोबाइल से मिले नंबरों की गहराई से जांच कर रही है ताकि उसके नेटवर्क और अन्य पीड़ितों का पता लगाया जा सके। सेना के वरिष्ठ अधिकारी भी पहले से ही इस आरोपी की तलाश में जुटे हुए थे।

Advertisement
Advertisement
Next Article