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नोएडा में फर्जी पत्रकार गिरफ्तार, सोशल मीडिया पर विज्ञापन से ठगी

फर्जी पत्रकार ने बेरोजगार युवाओं से ठगे लाखों रुपये…

01:43 AM Jun 05, 2025 IST | Rahul Kumar Rawat

फर्जी पत्रकार ने बेरोजगार युवाओं से ठगे लाखों रुपये…

नोएडा में पुलिस ने एक फर्जी पत्रकार को गिरफ्तार किया, जो बेरोजगार युवाओं को नौकरी दिलाने का झांसा देकर पैसे ठगता था। आरोपी ने सोशल मीडिया पर फर्जी विज्ञापन देकर युवाओं को फंसाया। पुलिस ने उसके पास से बड़ी मात्रा में फर्जी दस्तावेज बरामद किए और मामले की गहन जांच कर रही है।

नोएडा के थाना सेक्टर-63 पुलिस ने एक ऐसे शातिर ठग को गिरफ्तार किया है, जो खुद को पत्रकार बताकर बेरोजगार युवाओं को बड़ी कंपनियों में नौकरी दिलाने का झांसा देता था और उनसे पैसे ठगता था। आरोपी सोशल मीडिया के माध्यम से फर्जी विज्ञापन कर युवाओं को अपने जाल में फंसाता था। पीड़ित युवक योगेन्द्र ने 26 मई को थाना सेक्टर-63 में शिकायत दर्ज कराई थी कि वसीम अहमद नामक व्यक्ति ने अपना नाम बदलकर खुद को रविन्द्र शर्मा बताते हुए नोएडा के सेक्टर-81 में एक ऑफिस खोला था और नौकरी दिलाने के नाम पर उससे ठगी की थी। 4 जून को थाना सेक्टर-63 पुलिस ने लोकल इंटेलिजेंस व गोपनीय सूचना के आधार पर बहलोलपुर गोल चक्कर के पास से आरोपी वसीम अहमद उर्फ रविन्द्र शर्मा को गिरफ्तार किया।

पुलिस ने आरोपी के पास से बड़ी मात्रा में फर्जी दस्तावेज बरामद किए हैं, जिनमें 240 विजिटिंग कार्ड, 85 इंटरव्यू फॉर्म, 2 जॉब बुकलेट, 20 ट्रेनिंग लेटर, 2 जॉइनिंग लेटर, 1 माइक आईडी, ऑफिस पंपलेट, 1 मुहर, 2 मोबाइल फोन, 840 रुपये नकद और एक सीज की गई वैगनार कार शामिल हैं। पूछताछ के दौरान पता चला कि आरोपी बीते 6 महीने से सेक्टर-81 स्थित ऑफिस में बैठकर युवाओं को सैमसंग, ओप्पो, वीवो, हेयर, एलजी जैसी बड़ी कंपनियों में नौकरी दिलाने का झांसा देता था।

वह अपने यूट्यूब चैनल टुडे जॉब्स नोएडा पर फर्जी विज्ञापन प्रसारित करता था, जिससे प्रभावित होकर दूर-दराज से बेरोजगार युवक नोएडा पहुंचते थे। उनसे रजिस्ट्रेशन व फाइल चार्ज के नाम पर पैसे लिए जाते थे। बाद में उनका फर्जी इंटरव्यू लेकर उन्हें जाली नियुक्ति पत्र दिए जाते थे। जब युवाओं को कंपनियों में नौकरी नहीं मिलती और वे पैसे वापस मांगते, तो आरोपी फोन बंद कर देता या खुद को पत्रकार बताकर डराता-धमकाता था।

आरोपी अब तक करीब 150 से अधिक युवाओं के साथ ठगी कर चुका है। योगेन्द्र से भी उसने 100 रुपए रजिस्ट्रेशन और 1500 रुपए फाइल चार्ज के नाम पर वसूले थे और बाद में पैसे वापस मांगने पर गाली-गलौज व धमकी दी थी। आरोपी वसीम अहमद वर्ष 2024 में भी थाना सेक्टर-49 में धोखाधड़ी के एक मामले में जेल जा चुका है। उसके खिलाफ अब तक कई आपराधिक मुकदमे दर्ज हो चुके हैं। वह 12वीं पास है। पुलिस की सतर्कता और लोकल इंटेलिजेंस के सहयोग से एक बड़ा फर्जीवाड़ा उजागर हुआ है। बेरोजगार युवाओं को ऐसे फर्जी विज्ञापनों से सतर्क रहने की सलाह दी गई है। पुलिस मामले की गहन जांच कर रही है और संभावना जताई जा रही है कि ठगी का यह नेटवर्क और भी बड़ा हो सकता है।

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