अयोध्या को उसका हक मिलना ही चाहिए : CM योगी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अयोध्या में श्रीरामजन्मभूमि पर भव्य राम मंदिर निर्माण हर भारतीय की प्रबल इच्छा है।
01:15 PM Aug 03, 2019 IST | Desk Team
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उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अयोध्या में श्रीरामजन्मभूमि पर भव्य राम मंदिर निर्माण हर भारतीय की प्रबल इच्छा है। मंदिर आंदोलन के महानायक रहे परमहंस रामचन्द, दास की 16वीं पुण्यतिथि के मौके पर श्री योगी ने शनिवार को दिगम्बर अखाडा में पुष्पांजलि अर्पित करने के बाद कहा ‘‘ अयोध्या में श्रीरामजन्मभूमि पर भव्य राम मंदिर निर्माण का मार्ग प्रशस्त हो, यह हर एक व्यक्ति की प्रबल इच्छा है। अब तो उच्चतम न्यायालय में छह अगस्त से इस पर प्रतिदिन सुनवाई होने जा रही है।
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हम सबको पूर्ण विश्वास है कि न्यायालय में अवश्य ही जनभावनाओं का सम्मान होगा और हमारे सैकड़ों वर्षों की तमन्ना पूरी होगी। हमें पूरे धैर्य के साथ सहयोग देना है। ’’ मंहत परमहंस रामचन्द, दास के बारे में मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्हें हर व्यक्ति जानता है कि यह ही उनका जीवन देश, धर्म व जाति के लिये समर्पित रहा है। अयोध्या को अपना कार्यक्षेत्र साधन स्थली बनाकर उन्होंने धार्मिक कार्यक्रमों को एक नई गति दी और विहिप के नेतृत्व में यह आंदोलन आगे बढ़या। उन्होंने कहा कि रामचन्द, दास का पूरा जीवन राम मंदिर आंदोलन के लिये समर्पित रहा।
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1949 से उन्होंने इसकी कार्ययोजना बनायी और 2003 तक अंतिम सांस तक राम मंदिर मुक्ति की बात करते रहे। मुख्यमंत्री ने याद दिलाते हुए कहा कि 1990 में जब तत्कालीन केन्द, सरकार ने अयोध्या में कायराना हमला गोली काण्ड करवाया जिसमें कई निहत्थे कारसेवक मारे गये। उन बलिदानी कार्यकर्ताओं की स्मृति के लिये उन्होंने दिगम्बर अखाडा में भूमि दे दी जो आज भी कोठारी बंधुओं की स्मृति बनी हुई है। योगी ने बताया कि गोली काण्ड में मारे गये कोठारी बंधु राम मंदिर आंदोलन से जुड़ रहे।
परमहंस को याद करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि वे सबसे अलग थे। उन्हें लाभि हानि की कोई चिंता नहीं थी। परमहंस रामचन्द, दास वर्तमान पीढ़ के लिये प्रेरणा हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि राम मंदिर आंदोलन में विश्व हिन्दू परिषद के सर्वेसर्वा अशोक सिंहल की भी महत्वपूर्ण भूमिका थी। उन्होंने पूरे देश के संतों को एक मंच पर किया जो अपने आप में बहुत बड़ा कार्य है। उन्होंने कहा ‘‘ वर्ष 1934 में गोरक्षपीठ मंदिर आंदोलन से जुड़ा और राम मंदिर मुक्ति समिति के अध्यक्ष हमारे गुरू महाराज अवैद्यनाथ बनाये गये। हमारे सामने एक अवसर है अयोध्या को उसके गौरव के अनुसार पहचान बनाना। अयोध्या का गौरव रखने की हम सबकी जिम्मेदारी है।
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केन्द्र, प्रदेश सरकार भरपूर मदद कर रही है। पहले त्यौहारों पर बिजली नहीं मिलता था अब चौबीस घंटे बिजली मिल रही है। श्री योगी ने कहा कि दो वर्ष के अंदर अयोध्या में व्यापक परिवर्तन हुए। अयोध्या ने देश को दीपोत्सव जैसा पर्व दिया यह अयोध्यावासियों के लिये गौरव की बात है। जिला कमिश्नरी का नाम लोग अब अयोध्या के नाम से जानने लगे। संतों की प्रेरणा से ही हम इस कार्य को आगे बढ़ रहे हैं। इससे पहले मुख्यमंत्री ने बाईपास के किनारे मीरापुर दोआबा में जमीन का निरीक्षण किया जहां पर भगवान राम की 241 मीटर ऊंची प्रतिमा स्थापित होनी है।
उसके बाद दिगम्बर अखाडा में श्रद्धालुओं की सुविधा के लिये निर्मित रामचन्द, दास बहुउद्देशीय हाल का लोकार्पण भी किया। इस अवसर पर मणिराम छावनी के मुख्यमंत्री महंत कमलनयन दास शास्त्री, जगद्गुरू रामानुजाचार्य स्वामी वासुदेवाचार्य विद्या भास्कर, उदासीन आश्रम के महंत डा। भरत दास, स्वामी रामदिनेशाचार्य, रसिकपीठाधीश्वर जन्मेजय शरण, दिगम्बर अखाड़ के महामंत्री शिवशंकर दास, महन्त रामानंदचार्य, जगद्गुरू माधवाचार्य, महंत कन्हैयादास रामायणी, महंत अवधेश दास, निर्वाणी अनी के महासचिव गौरीशंकर दास, दिगम्बर अखाड़ के महंत सुरेश दास, अयोध्या के महापौर ऋषिकेश उपाध्याय, विधायक वेदप्रकाश गुप्ता सहित विधायक भाजपा के कार्यकर्ता मौजूद थे।
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