किसान कल शंभू बॉर्डर पर मनाएंगे 'प्रार्थना दिवस अरदास दिहाड़ा'
किसान शंभू बॉर्डर पर करेंगे ‘प्रार्थना दिवस अरदास दिहाड़ा’ का आयोजन
किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने घोषणा की कि किसान अपने चल रहे विरोध प्रदर्शन के तहत बुधवार को शंभू बॉर्डर पर “प्रार्थना दिवस अरदास दिहाड़ा” मनाएंगे। उन्होंने आगे बताया कि 101 किसानों का एक समूह 14 दिसंबर को दिल्ली की ओर मार्च करेगा। पंधेर ने आज मिडिया को बताया, हम कल बॉर्डर पर प्रार्थना दिवस अरदास दिहाड़ा मना रहे हैं और हम पूरे देश को इस मार्च की सफलता के लिए प्रार्थना करने के लिए आमंत्रित कर रहे हैं। 101 किसानों का जत्था 14 दिसंबर को शंभू बॉर्डर से दिल्ली की ओर मार्च करेगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हरियाणा दौरे की भी आलोचना
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हरियाणा दौरे की भी आलोचना करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री हरियाणा में थे, लेकिन उन्होंने किसानों के बारे में कुछ नहीं कहा। मोदी सरकार को अपनी ताकत पर गर्व है…वे किसानों से बात नहीं करना चाहते। अगर उन्होंने कृषि के लिए कुछ किया है, तो उन्हें बोलना चाहिए। प्रधानमंत्री मोदी ने सोमवार को हरियाणा के पानीपत में महिलाओं को वित्तीय जागरूकता के साथ सशक्त बनाने और उन्हें बीमा एजेंट बनाने के उद्देश्य से एलआईसी बीमा सखी योजना का औपचारिक रूप से अनावरण किया। भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) की यह पहल 18-70 वर्ष की आयु की महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए बनाई गई है, जो दसवीं कक्षा पास हैं। कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री ने करनाल में महाराणा प्रताप बागवानी विश्वविद्यालय के मुख्य परिसर की आधारशिला भी रखी।
100 फीसदी एमएसपी पर फसल खरीदेंगे
495 एकड़ में फैले मुख्य परिसर और छह क्षेत्रीय अनुसंधान केंद्र 700 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से स्थापित किए जाएंगे। इस बीच, हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) के मुद्दे पर कांग्रेस और विपक्षी दलों की आलोचना की। कांग्रेस द्वारा किसानों को समर्थन देने के दावे और किसानों को एमएसपी देने के वादे पर प्रतिक्रिया देते हुए सैनी ने कहा कि हिमाचल और तेलंगाना में कांग्रेस सरकारें एमएसपी पर फसल खरीदने में विफल रही हैं। सैनी ने कहा, पिछले 10 सालों में हमने एमएसपी पर फसल खरीदी है। हिमाचल प्रदेश, कर्नाटक और तेलंगाना में कांग्रेस सरकार यह नहीं कह सकती कि वे 100 फीसदी एमएसपी पर फसल खरीदेंगे।
किसान फसलों के लिए एमएसपी समेत 12 मांगों का एक चार्टर मांग रहे
लोग उनकी असलियत समझ चुके हैं। एक महीने में आप भी ईवीएम के बारे में बात करना शुरू कर देगी। लोगों ने उन्हें नकार दिया है।” हरियाणा के मुख्यमंत्री की यह टिप्पणी हरियाणा पंजाब सीमा पर किसानों के लगातार विरोध प्रदर्शन के बीच आई है। किसान फसलों के लिए एमएसपी समेत 12 मांगों का एक चार्टर मांग रहे हैं, जिसे राज्य और केंद्र सरकार पूरा करे। किसान नेता स्वर्ण सिंह पंधेर ने कहा था कि किसान भाजपा और भारत ब्लॉक नेताओं दोनों से नाखुश हैं। उन्होंने कहा, “चाहे वह भारत गठबंधन हो या सत्तारूढ़ भाजपा सरकार, किसान दोनों में से किसी से भी खुश नहीं हैं। किसानों के अलग मुद्दे हैं और युवाओं के अलग मुद्दे हैं।
पंजाब-हरियाणा शंभू सीमा पर तनाव
किसान नेता ने मीडिया से कहा, गुस्सा दूर करने के लिए वे (सरकार) एमएसपी (न्यूनतम समर्थन मूल्य) का झूठा वादा कर रहे हैं, जो वे देंगे। लेकिन हमारा काम सिर्फ़ एमएसपी देना नहीं है, बल्कि एमएसपी की घोषणा के बाद आप मंडियों से फसल न खरीदें। हमारी मांग है कि फसल खरीदी जाए। पंजाब-हरियाणा शंभू सीमा पर तनाव बढ़ गया, जहाँ पुलिस ने दिल्ली की ओर मार्च करने की कोशिश कर रहे किसानों को रोकने के लिए आंसू गैस का इस्तेमाल किया। पंधेर ने पहले पंजाब सरकार पर विरोध को दबाने के लिए केंद्र सरकार का साथ देने का आरोप लगाया था। विपक्षी नेताओं ने सरकार के हालात से निपटने के तरीके की आलोचना की है, जिसमें किसानों के सामने आने वाले मुद्दों जैसे कि उर्वरक की कमी और एमएसपी को उजागर किया गया है।