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फतेहवीर सिंह की अस्थियां कीरतपुर के अस्थिघाट पर पारिवारिक सदस्यों की मोजूदगी में प्रवाह, वारिसों ने लगाएं गंभीर आरोप

पंजाब के कई इलाकों में बने मौत के कुएं मासूम बच्चों की अकासमिक मौत का कारण बनते जा रहे है। हाल ही में सुनाम के इलाके भगवानपुरा में घटित अढ़ाई वर्षीय फतेहसिंह की मौत की सुर्खियां अभी सूखी भी नहीं थी

02:09 PM Jun 15, 2019 IST | Shera Rajput

पंजाब के कई इलाकों में बने मौत के कुएं मासूम बच्चों की अकासमिक मौत का कारण बनते जा रहे है। हाल ही में सुनाम के इलाके भगवानपुरा में घटित अढ़ाई वर्षीय फतेहसिंह की मौत की सुर्खियां अभी सूखी भी नहीं थी

लुधियाना-पठानकोट : पंजाब के कई इलाकों में बने मौत के कुएं मासूम बच्चों की अकासमिक मौत का कारण बनते जा रहे है। हाल ही में सुनाम के इलाके भगवानपुरा में घटित अढ़ाई वर्षीय फतेहसिंह की मौत की सुर्खियां अभी सूखी भी नहीं थी कि आज सीमावर्ती पठानकोट के इलाके भोआ के अंतर्गत गांव कीड़ी मोरा में बोर करवाने के लिए बनाए गए कुएं में एक अढ़ाई वर्षीय बच्चा गिरने से समस्त इलाके में सनसनी फैल गई। 
उक्त बच्चे को स्थानीय लोगों ने बिना किसीस प्रशासनिक सहायता से करीब ढाई घंटे की मेहनत मश्क्कत के उपरांत बाहर निकालने में कामयाबी हासिल कर ली। बुरी तरह घायल बच्चे को बाहर निकालने के बाद पठानकोट स्थित एक निजी अस्पताल में इलाज हेतु दाखिल करवाया गया है। बच्चे की पहचान प्रदीप सुपुत्र बिटटू निवासी कीड़ी मोरा के रूप में हुई है। 
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यह भी पता चला है कि घायल बच्चे की टांगों पर कई स्थानों से फ्रेक्चर हुए है और उसके जिस्म पर भी कई गंभीर चोटे लगी है। इस संबंध में बच्चे के पिता बिटटू ने बताया कि देर शाम जब वह काम से घर वापिस लौट रहा था तो उसने अपने बेटे प्रदीप और बड़े बेटे गोरू को 10रूपए दिए थे ताकि वे दोनों बाहर अपनी मनपसंद चीजें खरीद सकें। 
इस दौरान जब वह वापिस लोट रहे थे बोर करवाने हेतु बनाए गए 4 फुट चोड़े और 20 से 22 फुट करीब गहरे कुएं में उसका बेटा प्रदीप अचानक गिर गया। उक्त कुएं को लकडिय़ों से ढका गया था और इस घटना के बाद शोर सुनते ही आसपास के लोगों में रस्सियों की सहायता के साथ बच्चे को बाहर निकालने में कामयाबी हासिल की और उसे अस्पताल पहुंचाया जहां डॉक्टरों द्वारा गंभीरता से उसका इलाज किया जा रहा है।
दूसरी तरफ संगरूर के भगवानपुरा में बोरवेल के कुएं में गिरने से मासूम फतेहसिंह की मौत के बाद आज फतेहवीर के फूल अर्पण की क्रिया के अंतर्गत इकटठे हुए हजारों लोगों की एक बार फिर आंखें नम हो गई। फूल इकटठेेकरनेे के बाद पारिवारिक सदस्यों ने कीरतपुर साहिब के गुरूद्वारा पातालपुरी साहिब पर बने अस्थियां घाट पर जल प्रवाह किया गया। इस दौरान जल प्रवाह के बाद पारिवारिक सदस्यों ने गुरूद्वारा साहिब में जाकर मासूम फतेहवीर सिंह की अध्यात्मिक शांति हेतु अरदास करवाई और कीर्तन श्रवण किया। 
फतेहवीर के वारिसों में दादा अजमेर सिंह और फ ूफा गुरलाल सिंह ने बताया कि प्रशासन और सूबा सरकार ने उनके बच्चे को सही सलामत निकाले हेतु उचित कदम नहीं उठाएं बल्कि उन्होंने उनके परिवार को काफी परेशान किया। उन्होंने बताया कि प्रशासनिक अधिकारी उनके घर पर एयर कंडीशनर लगाकर आराम करते बेठे रहे और कई प्रकार की नजायज मांगे भी मनवाते रहे।
– सुनीलराय कामरेड
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