Indira Ekadashi 2025 Date: कब मनाई जाएगी इंदिरा एकादशी, जानें शुभ मुहूर्त और इस दिन का महत्व
Indira Ekadashi 2025: हिंदू धर्म में हर एकादशी का अपना अगल महत्व है। हर एकादशी को हिंदू धर्म में बड़ी ही धूम-धाम से मनाया जाता है। एकादशी को आस्था का सबसे काफी पवित्र दिन माना जाता है। बता दें कि पूरे साल में कुल 24 एकादशियां होती हैं, हर महीने कृष्ण और शुक्ल पक्ष में एक-एक एकादशी आती है। अधिक मास (मलमास) होने पर यह संख्या बढ़कर 26 तक भी हो सकती है।
इसी महीने में इंदिरा एकादशी आती है। हिंदू धर्म में इंदिरा एकादशी (Indira Ekadashi 2025) का विशेष महत्व है, जो पितृपक्ष में आती है। हिंदू धर्म में ऐसी मान्यता है कि इंदिरा एकादशी के दिन व्रत करने से और इसके साथ-साथ पुण्य कर्म करने से पितरों को मुक्ति मिलती है और उनका आर्शीवाद मिलता है। बता दें कि इस साल आने वाली इंदिरा एकादशी पर गौरी योग भी बन रहा है। आइए जानते हैं किस दिन रखा जाएगा इंदिरा एकादशी का व्रत और जानते हैं इसका शुभ मुहूर्त और इस एकादशी का महत्व।
Also Read:- Vishnu Bhagwan Ki Aarti Lyrics: इन आरतियों से करें भगवान विष्णु का गुणगान, सुख संपत्ति समेत मिलेगी असीम कृपा
Indira Ekadashi 2025 Date & Time: जानें इंदिरा एकादशी का शुभ मुहूर्त और तिथि
इस साल एकादशी पर काफी शुभ योग बन रहे हैं। इस साल 16 सितंबर से आश्विन माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि की शुरुआत हो रही है। इस तिथि की शुरुआत 16 सितंबर देर रात 12 बजकर 21 मिनट हो रही है। वहीं इस तिथि की समाप्ति 17 सितंबर को देर रात 11 बजकर 39 मिनट पर हो जाएगी। इसके अनुसार 17 सितंबर के दिन रखा जाएगा। इस एकादशी में व्रत के साथ-साथ श्राद्ध किया जाएगा। इसके साथ ही इस एकादशी पर शुभ गौरी योग का शुभ संयोग बन रहा है।
इस एकादशी के दिन चंद्रमा अपनी स्वराशि कर्क में विराजमान रहेंगे। इसके अनुसार इस दिन गौरी योग बनेगा। इसी कारण इस दिन व्रत और श्राद्ध कर्म करने वालों को पुण्य फल की प्राप्ति होगी। वहीं इंदिरा एकादशी के व्रत का पारण अगले दिन 18 सितंबर को किया जाएगा। व्रत का पारण साधक 18 सितंबर को सुबह 06 बजकर 07 मिनट से लेकर 08 बजकर 34 मिनट के मध्य स्नान-ध्यान के बाद पूजा-पाठ करने के बाद कर सकते हैं।
Also Read:- Ghar Me Peepal Ka Ped Ugna: घर में पीपल का पेड़ उगने पर क्या करें, जानें इसका महत्व और वास्तु के नियम
Indira Ekadashi Mahatav: जानें हिंदू धर्म में क्या है इंदिरा एकादशी का महत्व
हिंदू धर्म में एकादशी तिथि का विशेष महत्व बताया गया है। बता दें कि हर महीने में 2 एकादशी तिथि आती हैं। लेकिन पितृपक्ष में जो एकादशी मनाई जाती है उसे इंदिरा एकादशी के नाम से जाना जाता है। इंदिरा एकादशी को हिंदू धर्म में बहुत ही पवित्र और शुभ माना जाता है। इस दिन व्रत करने और सभी नियमों का पालन करके पुण्य कर्म करने से पितरों को मुक्ति मिलती है।
इस दिन व्रत करने से पितरों को मोक्ष की प्राप्ति होती है। इस दिन व्रत और तर्पण करने से पितरों को शांति मिलती है और उनके द्वारा किए गए पापों का नाश होता है। हिंदू धर्म में ऐसी मान्यता है कि इंदिरा एकादशी का व्रत करने से साधक को सुख समृद्धि, शांति और आध्यात्मिक उन्नति प्राप्त होती है। इतना ही नहीं इस व्रत को करने से साधक को बैकुंठ धाम की प्राप्ति होती है।
इस दिन पितरों के नाम से दान पुण्य जरूर करना चाहिए। शास्त्रों की मानें तो ऐसा माना जाता है कि इंदिरा एकादशी के व्रत को करने से जो पुण्य साधक को मिलता है उससे पितरों को उच्च लोक प्राप्त होता है। इतना ही नहीं इंदिरा एकादशी का व्रत उन लोगों के लिए किया जाता है जिन लोगों की मृत्यु अकाल हुई हो। उनके लिए यह व्रत काफी फलदायी होता है।
Also Read:- Pitra Dosh Ke Upay: गरुड़ पुराण में बताए गए ये उपाय करेंगे पितृ दोष को दूर, जानें इसके लगने का कारण