Top NewsIndiaWorld
Other States | Delhi NCRHaryanaUttar PradeshBiharRajasthanPunjabJammu & KashmirMadhya Pradeshuttarakhand
Business
Sports | CricketOther Games
Bollywood KesariHoroscopeHealth & LifestyleViral NewsTech & AutoGadgetsvastu-tipsExplainer
Advertisement

Fighter Plane को मिलेंगे 2 नए साथी 'अंगद' और 'उत्तम' , जानिए ! क्या है इसकी खासियत ?

03:28 AM Oct 16, 2023 IST | Shera Rajput

भारतीय सशस्त्र बलों को जल्द ही दो नए साथी 'अंगद' और 'उत्तम' मिलने वाले है बता दे कि ये ( अंगद और उत्तम ) लड़ाकू विमानों ( Fighter Planes ) में लगाए जाने वाले स्वदेशी सिस्टम है। आपको बता दे कि 'उत्तम' एक रडार है और वही 'अंगद' इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर सूट है। साथ ही विमानों में इन स्वदेशी सिस्टम को इंस्टॉल कराने का निर्णय लिया गया है।
रक्षा विशेषज्ञों के अनुसार, भारत में ही बने लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट (एलसीए) यानी हल्के Fighter Planes में 'उत्तम' रडार लगाया जाएगा। इसके अलावा 'अंगद' इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर सूट को भी विमानों में फिट करने का फैसला लिया गया है। आपको बता दे कि इन नई तकनीकों के इस्तेमाल से सेना की ताकत बढ़ेगी। इसके साथ ही उपकरणों को लेकर Indian Army की विदेशी कंपनियों पर निर्भरता कम होगी।
सैन्य जानकारों ने बताया कि भारत में निर्मित हल्के Fighter Planes 'मार्क1ए' में सबसे पहले 'उत्तम' रडार और 'अंगद' इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर सूट फिट किया जाएगा। रक्षा अधिकारियों का कहना है कि उत्तम एक्टिव इलेक्ट्रॉनिकली स्कैन्ड एरे रडार और अंगद इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर सूट को स्वदेशी रूप से विकसित किया जा रहा है। यह बहुत जल्द एलसीए मार्क-1ए विमान के साथ इंटीग्रेट होने के लिए तैयार हो जाएगा।
गौरतलब है कि Indian Air Force ने 83 'एलसीए मार्क-1 ए' के लिए एक अनुबंध पर हस्ताक्षर किए थे। Air Force का कहना है कि वह इनमें से 97 और विमान चाहती है, तब उसके पास180 विमान हो जाएंगे।
कहना है कि इन विमानों के लिए यह नए और आधुनिक सिस्टम देश में ही तैयार किया जा रहे हैं। इसके तहत 41वें Plane से लेकर 83 एलसीए मार्क1ए Planes के ऑर्डर तक, इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर सूट और एईएसए रडार भारत में बनाए जाएंगे। दरअसल, रक्षा के क्षेत्र में भारत स्वदेशी उपकरणों को बढ़ावा दे रहा है। Indian Air Force ने मिनिस्ट्री ऑफ़ डिफेन्स के समक्ष 156 स्वदेशी लाइट कॉम्बैट हेलीकॉप्टर्स 'प्रचंड' की मांग भी रखी है। इससे Air Force की शक्ति में जबरदस्त इजाफा होगा।
एक और खास बात यह कि सभी 156 हेलीकॉप्टर स्वदेशी होंगे। साथ ही सभी 'प्रचंड' हेलिकॉप्टर हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड बना रहा है। आर्मी के कॉम्बैट सर्च एंड रेस्क्यू, डिस्ट्रक्शन ऑफ एनेमी एयर डिफेंस, काउंटर इनसर्जेंसी ऑपरेशन व रिमोटली पायलेटेड एयरक्राफ्ट को धराशायी करने में प्रचंड हेलिकॉप्टर खासे मददगार हैं। यह हेलीकॉप्टर हाई एल्टीट्यूड बंकर बस्टिंग ऑपरेशंस में भी काफी सहायक हैं। इस पर 700 KG तक के हथियार फिट किए जा सकते हैं।

Advertisement
Advertisement
Next Article