फिनलैंड के राष्ट्रपति ने पीएम मोदी से फोन पर की बातचीत, यूक्रेन संघर्ष को लेकर चर्चा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बुधवार को फिनलैंड गणराज्य के राष्ट्रपति अलेक्जेंडर स्टब ने फोन किया और दोनों देशों के विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की। राष्ट्रपति स्टब ने वॉशिंगटन में यूरोप, अमेरिका और यूक्रेन के नेताओं के बीच हाल ही में हुई बैठकों पर अपने विचार साझा किए, जिनका उद्देश्य यूक्रेन संघर्ष के समाधान को आगे बढ़ाना था। प्रधानमंत्री मोदी ने दोहराया कि भारत हमेशा से इस संघर्ष के शांतिपूर्ण समाधान और शीघ्र शांति एवं स्थिरता की बहाली का समर्थन करता आया है। दोनों नेताओं ने भारत-फिनलैंड द्विपक्षीय संबंधों की प्रगति की समीक्षा की और क्वांटम प्रौद्योगिकी, 6जी, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, साइबर सुरक्षा और सतत विकास जैसे उभरते क्षेत्रों में साझेदारी को और मजबूत करने पर सहमति जताई।
Had a good conversation with President Alexander Stubb. Finland is a valued partner in the EU. Discussed ways to strengthen cooperation in key sectors such as trade, technology and sustainability. Exchanged perspectives on the ongoing efforts for peaceful resolution of the…
— Narendra Modi (@narendramodi) August 27, 2025
दोनों देशों के बीच संबंध मजबूत
राष्ट्रपति स्टब ने भारत-यूरोपीय संघ मुक्त व्यापार समझौते के शीघ्र और लाभकारी निष्कर्ष का समर्थन दोहराया। उन्होंने 2026 में भारत द्वारा आयोजित किए जाने वाले एआई इम्पैक्ट समिट की सफलता के लिए भी समर्थन व्यक्त किया। प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्रपति स्टब को शीघ्र भारत यात्रा के लिए आमंत्रित किया। दोनों नेताओं ने निरंतर संपर्क में बने रहने पर सहमति व्यक्त की। बता दें कि रूस-यूक्रेन युद्ध को रोकने के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अलास्का में रूसी राष्ट्रपति पुतिन के साथ कई घंटों तक बैठक की थी। इस बैठक पर दुनिया भर की नजर थी, लेकिन यह बैठक पूरी तरह सफल नहीं रही।
अलास्का में ट्रंप और पुतिन की बैठक
अलास्का में ट्रंप से मुलाकात के बाद पुतिन ने कहा था, हमारी बातचीत रचनात्मक और परस्पर सम्मान के माहौल में हुई। उन्होंने ट्रंप का एक पड़ोसी के रूप में स्वागत किया और उनके साथ बहुत अच्छे सीधे संपर्क स्थापित किए। पुतिन ने कहा, मैं ट्रंप के साथ मिलकर काम करने और बातचीत में एक दोस्ताना और भरोसेमंद माहौल बनाए रखने के लिए धन्यवाद देना चाहता हूं। खास बात यह है कि दोनों पक्ष परिणाम हासिल करने के लिए दृढ़ थे। हमारी बातचीत सकारात्मक रही।