पटना में राज्य निर्वाचन आयोग कार्यालय में लगी आग
राज्य निर्वाचन आयोग कार्यालय में भीषण अग्निकांड
पटना में राज्य निर्वाचन आयोग के कार्यालय में गुरुवार सुबह आग लगने से हड़कंप मच गया। कर्मचारियों ने धुआं उठते देखा और परिसर खाली करवाया। दमकल विभाग ने समय रहते आग पर काबू पाया, जिससे कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ। शॉर्ट सर्किट को आग की वजह माना जा रहा है।
पटना में गुरुवार सुबह राज्य निर्वाचन आयोग के कार्यालय में अचानक आग लगने से हड़कंप मच गया। आग लगते ही कर्मचारियों ने कमरे से धुआं उठता देखा और आनन-फानन में पूरे परिसर को खाली करवाया गया। घटना की जानकारी मिलते ही दमकल विभाग की टीमें मौके पर पहुंचीं और आग पर काबू पा लिया। प्रारंभिक जांच में शॉर्ट सर्किट को आग की वजह माना जा रहा है, हालांकि तकनीकी टीम की रिपोर्ट के बाद ही इसकी पुष्टि की जाएगी। गनीमत रही कि आग समय रहते बुझा ली गई, जिससे किसी तरह का बड़ा नुकसान नहीं हुआ और आयोग के सभी महत्वपूर्ण दस्तावेज सुरक्षित रहे।
धुआं निकलते ही कर्मचारियों ने मचाया शोर
सुबह-सुबह कार्यालय में काम शुरू ही हुआ था कि कुछ कर्मचारियों ने एक कमरे से धुआं निकलते देखा। पहले तो कुछ समझ नहीं आया, लेकिन जैसे-जैसे धुएं की मात्रा बढ़ी, कर्मचारियों ने शोर मचाया और सभी को तुरंत बाहर निकलने के लिए कहा गया। अफरा-तफरी के बीच पूरे परिसर को खाली कराया गया और बिजली आपूर्ति तुरंत बंद कर दी गई।
शॉर्ट सर्किट से आग लगने की आशंका
प्लेसमेंट रूम के इलेक्ट्रिकल पैनल या वायरिंग सिस्टम में खराबी की आशंका जताई जा रही है, जिससे आग लगी हो सकती है। हालांकि, अधिकारियों ने स्पष्ट किया है कि तकनीकी जांच के बाद ही आग लगने के वास्तविक कारण का पता चलेगा। फिलहाल, घटनास्थल पर तकनीकी टीम को बुलाया गया है जो वायरिंग और अन्य उपकरणों की जांच कर रही है।
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दमकल विभाग की तत्परता से टला बड़ा हादसा
जैसे ही आग लगने की सूचना मिली, दमकल विभाग की कई गाड़ियां तुरंत मौके पर पहुंचीं। आग को समय रहते नियंत्रित कर लिया गया जिससे वह अन्य हिस्सों में नहीं फैल सकी। आग बुझने के बाद आयोग के अधिकारियों ने जानकारी दी कि कार्यालय पूरी तरह सुरक्षित है और सभी जरूरी दस्तावेज और रिकॉर्ड को किसी तरह की क्षति नहीं पहुंची है। राज्य निर्वाचन आयोग की ओर से कहा गया है कि घटना की गंभीरता को देखते हुए अब कार्यालय में सुरक्षा मानकों को और मजबूत किया जाएगा। बिजली से जुड़े उपकरणों की समय-समय पर जांच की जाएगी और किसी भी संभावित खतरे से निपटने के लिए जरूरी कदम उठाए जाएंगे।