
भारत में कई सारे ऐसे गांव है जहां लाखों की संख्या में विदेशी पर्यटक घूमने के लिए आते हैं। खासतौर पर भारतीय संस्कृति और परंपरा इन्हें भारत के गांवों की तरफ आकर्षित करती है। वैसे आपको कभी न कभी भारत के गावों में विदेशी पर्यटक दिख भी जाते होंगे। उत्तराखंड के गांव में तो कई विदेशी लोग घूमने के लिए आते हैं। मगर इस राज्य का एक गांव ऐसा भी जहां पर विदेशी पर्यटकों का आना सख्त माना है।

वैसे आप सोच रहे होंगे ऐसा कौन सा गांव है तो बता दें ये चकराता गांव है। ये गांव देहरादून के पास में ही बसा हुआ है। यहां पर विदेशी पर्यटकों की एंट्री पूरी तरह से बैन है। वैसे ये अब से नहीं, बल्कि ब्रिटिश शासन के वक्त से ही है। अगर कोई विदेशी पर्यटक यहां पर आने की कोशिश करता है तो उसके खिलाफ सुरक्षाबल तुंरत एक्शन भी लेते हैं।
क्यों हैं गांव में एंट्री पर बैन
अब आप सोच रहे होंगे कि आखिर क्यों इस गांव में विदेशियों के प्रवेश पर रोक लगाई जाती है। दरअसल, यहां ब्रिटिश शासनकाल में सेना की छावनी बनाई गई थी, जिसके बाद से गांव के आसपास सुरक्षाबल तैनात रहते हैं। ब्रिटिश शासनकाल के समय इन्फैन्ट्री बेस के रूप में ये गांव कार्य करता है। सुरक्षाबलों की छावनी की वजह से बाहरी पर्यटकों के एंट्री पर बैन लगाया हुआ है।

वैसे ये गांव बेहद खूबसूरत होने के साथ-साथ काफी शांत और प्रदूषण मुक्त होने के लिए जाना जाता है। इस गांव में बहुत ज्यादा लोग नहीं रहते हैं। यहां पर जौनसारी जाति के लोग रहते हैं इस वजह से इस गांव को जौनसार बावर के नाम से जाना जाता है।