पूर्व सहयोगियों ने केजरीवाल को लिया आड़े हाथ, नोटों पर लक्ष्मी - गणेश की तस्वीर वाले सुझाव पर कसा तंज
केजरीवाल अपनी सियासत में कुछ ना कुछ शिगूफा छोड़ते रहते हैं, आज उन्होनें गुजरात चुनाव के मद्देनजर हिंदु मतों को अपनी ओर खींचने के लिए नया बयान दिया हैं , जिसके बाद वह लगातार सियासी दलों के निशाने पर आ गए हैं।
06:46 PM Oct 26, 2022 IST | Desk Team
केजरीवाल अपनी सियासत में कुछ ना कुछ शिगूफा छोड़ते रहते हैं, आज उन्होनें गुजरात चुनाव के मद्देनजर हिंदु मतों को अपनी ओर खींचने के लिए नया बयान दिया हैं , जिसके बाद वह लगातार सियासी दलों के निशाने पर आ गए हैं। केजरीवाल ने पीएम मोदी को सुझाव देते हुए कहा था कि भारतीय नोटों पर लक्ष्मी -गणेश की तस्वीर लगाए जाए, ताकि देश की अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाया जा सके। उनके इस बयान को देने के बाद केजरीवाल अपने पूर्व सहयोंगियों के निशाने पर आ गए हैं। पूर्व आप नेता आशुतोष व कुमार विश्वास ने कहा केजरीवाल को धूर्त बौना जैसे शब्द जैसे इस्तेमाल किया।
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कुमार विश्वास ने केजरीवाल को बताया सदी का सबसे बड़ा धूर्त
सदी के सबसे बड़े धूर्त से फ़ालतू ही तर्क कर रहे हैं।उसे पता है कि अल्पसंख्यक वोटबैंक में तो अखिलेश-ममता-नीतीश, आधा दर्जन दावेदार हैं, 82% हिंदू वोटबैंक से आधा भी फँसा लो तो बाक़ी अल्पसंख्यक तो दुत्कारने पर भी मोदी विरोध में मजबूरी में वोट देंगे ही👌 । बता दे की कुमार विश्वास केजरीवाल के संस्थापक सदस्य हैं। वह आए दिन केजरीवाल की पोल -खोलते रहते हैं। पूर्व कुछ टिप्पणी को लेकर कुमार विश्वास पर केजरीवाल की पंजाब सरकार ने एफआईआऱ भी की थी, जिसको चंडीगढ़ हाईकोर्ट ने खारिज कर दिया था।
प्रशातं भूषण बोले – केजरीवाल ने गिरते रूपए का समाधान ढूढ ही लिया
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केजरीवाल ने निश्चित रूप से गिरते रुपये और भारतीय अर्थव्यवस्था का समाधान ढूंढ लिया है। हिंदुत्व की राजनीति में बीजेपी को पछाड़ने की कोशिश। प्रशांत भूषण केजरीवाल के सबसे मुखर विरोधियों में शुमार हैं, आप की सस्थापंक सदस्यों में से प्रशांत भूषण भी शामिल हैं ।
आशुतोष ने कहा – गांधी की तस्वीर हटा ही चुके हैं नोटों पर रखने की क्या जरूरत
से ये गांधी की तस्वीर अपनी दीवारों से तो हटा ही चुके हैं। नोटों पर भी रखने की क्या ज़रूरत है ? आशुतोष अपनी पत्रकारिता जरिए केजरीवाल की पार्टी पर लगातार तंज कसते रहते हैं। आम आदमी पार्टी में साइडलाइन किए जाने पर आशुतोष आम आदमी पार्टी को छोड़ चुके हैं । अन्यथा दिल्ली के पहले चनाव में आशुतोष की अहम भूमिका रही हैं।
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