एकल श्री राम कथा का चौथा दिन, कथावाचक की वाणी से श्रोता मंत्रमुग्ध
कथावाचक ने बताया राम चरित मानस के चार घाटों का महत्व
पश्चिमी दिल्ली, (पंजाब केसरी): दिल्ली के पंजाबी बाग स्टेडियम में चल रही राम कथा का मंगलवार को चौथा दिन था। कथावाचक की वाणी ने सभी श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। इस कथा में बड़ी संख्या में साधु-संत भी राम कथा सुनने के लिए पहुंचे थे। महामंडलेश्वर परम पूज्य स्वामी नवल किशोर दास, महामंडलेश्वर परम पूज्य स्वामी कंचन गिरि, महामंडलेश्वर परम पूज्य स्वामी धीरेन्द्र पुरी राम और विश्व हिंदू परिषद् के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष आलोक कुमार ने श्रीराम कथा को सुना। कथावाचक श्री रमेश भाई ओझा ने कहा कि राम चरित मानस एक सरोवर है और इसके चार घाट है एक ज्ञान का दूसरा भक्ति का तीसरा कर्म का और चौथा शरणागति का। ये सारे घाट जीवन के लिए आवश्यक है।
लेकिन जो लोग राम के शरणागति हो जाते सही अर्थों में उनके जीवन की ही सार्थकता होती है। ज्ञान के घाट के रूप में भगवान शिव जी हैं। भक्ति के रूप में माता पार्वती है। जो श्रोता के रूप में हैं। कार्यक्रम में कमल मॉडल सीनियर सेकेंड्री स्कूल, वंदना इंटरनेशनल सीनियर सेकेंड्री स्कूल और ग्लोबल हाइट्स स्कूल के बच्चों ने सांस्कृतिक कार्यक्रमों की शानदार प्रस्तुति दी।
इस मौके पर एकल अभियान के प्रणेता श्याम गुप्ता, भारत लोक शिक्षा परिषद के ट्रस्ट बोर्ड के चेयरमैन लक्ष्मी नारायण गोयल, मुख्य संयोजक सुभाष अग्रवाल, ट्रस्टी ओम प्रकाश सिंघल, विनीत कुमार गुप्ता, नरेश कुमार, सुरेश कुमार जिंदल, सुरेन्द्र पाल गुप्ता, विवेक नागपाल मुख्य यजमान अनिल गुप्ता, मैनेजिंग कमेटी के चेयरमैन नीरज रायजादा, राष्ट्रीय प्रधान अखिल गुप्ता, राष्ट्रीय उपप्रधान संजीव टेकड़ीवाल, राष्ट्रीय महामंत्री राजीव अग्रवाल, राष्ट्रीय संयुक्त महामंत्री सुनील गुप्ता सहित गणमान्य उपस्थित रहे ।