आतंकी हमले पर फ्रांस, इटली और मिस्र ने पीएम मोदी से की फोन पर बात
पहलगाम हमले के बाद भारत को मिला वैश्विक समर्थन, पीएम मोदी से की गई बातचीत
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद दुनिया भर के देश इस दुख की घड़ी में भारत के साथ खड़े हैं। मिस्र, इटली और फ्रांस के राष्ट्राध्यक्षों ने गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ फोन पर बात की। साथ ही उन्होंने कहा कि आतंकवाद के खिलाफ हम भारत के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े हैं। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने एक्स पर एक पोस्ट शेयर कर बताया कि फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से फोन पर बात की। इस दौरान उन्होंने केंद्र शासित प्रदेश जम्मू और कश्मीर में हुए जघन्य आतंकी हमले में निर्दोष लोगों की नृशंस हत्या पर अपनी व्यक्तिगत संवेदना व्यक्त की। उन्होंने हमले की कड़ी निंदा की और भारत के लोगों के साथ पूर्ण समर्थन और एकजुटता व्यक्त की।
फ्रांस के राष्ट्रपति ने पीएम मोदी से फोन पर की बात
मैक्रों ने कहा कि इस तरह की बर्बरता पूरी तरह से अस्वीकार्य है। प्रधानमंत्री मोदी ने उनके समर्थन संदेश के लिए उन्हें धन्यवाद दिया और अपराधियों को न्याय के कटघरे में लाने के लिए भारत के दृढ़ संकल्प से अवगत कराया। रणधीर जायसवाल ने बताया, इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को फोन किया और भारतीय जमीन पर हुए आतंकी हमले की कड़ी निंदा की। उन्होंने पीड़ितों के लिए अपनी संवेदनाएं और प्रार्थनाएं व्यक्त कीं। साथ ही घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना की। उन्होंने आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में इटली का पूरा समर्थन व्यक्त किया।
जॉर्जिया मेलोनी ने पीएम मोदी से की बात
प्रधानमंत्री मोदी ने उनके फोन कॉल और आतंकवाद तथा इसके पीछे के लोगों के खिलाफ समर्थन के स्पष्ट संदेश की सराहना की। भारत और इटली आतंकवाद विरोधी प्रयासों को मजबूत करने के लिए अंतरराष्ट्रीय मंचों सहित मिलकर काम करना जारी रखेंगे। इसके अलावा, मिस्र के राष्ट्रपति अब्दुल फत्ताह अल-सीसी ने भी पहलगाम हमले को लेकर पीएम मोदी से बात की। रणधीर जायसवाल ने एक्स पर जानकारी देते हुए बताया, मिस्र के राष्ट्रपति अल-सीसी ने पीएम मोदी को फोन किया और भारतीय धरती पर हुए आतंकी हमले में मारे गए लोगों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त की।
मिस्र के राष्ट्रपति ने पीएम से की बात
उन्होंने आतंकी हमले की कड़ी निंदा की। राष्ट्रपति सीसी ने दोहराया कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में मिस्र भारत के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा है। प्रधानमंत्री ने राष्ट्रपति अल-सीसी को सीमा पार आतंकी हमले के बारे में जानकारी दी और उनके समर्थन और एकजुटता के लिए उनका आभार जताया। इससे पहले, इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू, जॉर्डन के किंग अब्दुल्ला द्वितीय और जापान के प्रधानमंत्री शिगेरू इशिबा ने भी प्रधानमंत्री मोदी को फोन किया था। उन्होंने जम्मू-कश्मीर में हुए आतंकी हमले में लोगों की मौत पर अपनी गहरी संवेदना व्यक्त की थी।