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G20 Summit के लिए 'वेस्ट टू वंडर थीम' पर तैयार हुए दिल्ली के G20पार्क, देखते ही बनती है खूबसूरती...

बागवानी विभाग ने पार्क में G20 में भाग लेने वाले देशों – 19 देशों और यूरोपीय संघ के झंडे भी लगाए हैं। पार्क में केंद्रीय बिंदु तक जाने वाले तीन प्रवेश मार्ग हैं। प्रवेश बिंदुओं को लकड़ी की झोपड़ी के आकार के फिक्स्चर से सुशोभित किया गया है।

02:44 PM Sep 05, 2023 IST | Gulshan Kumar Jha

बागवानी विभाग ने पार्क में G20 में भाग लेने वाले देशों – 19 देशों और यूरोपीय संघ के झंडे भी लगाए हैं। पार्क में केंद्रीय बिंदु तक जाने वाले तीन प्रवेश मार्ग हैं। प्रवेश बिंदुओं को लकड़ी की झोपड़ी के आकार के फिक्स्चर से सुशोभित किया गया है।

g20 summit के लिए  वेस्ट टू वंडर थीम  पर तैयार हुए दिल्ली के g20पार्क  देखते ही बनती है खूबसूरती
Highlights 
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  • क्या है जी20 थीम पार्क
  • खराब समानो से बना है पार्क 
  • इन जानवरों को मिली है जगह

राजधानी में दिल्ली आगामी जी20 शिखर सम्मेलन के लिए पूरे तरह से तैयार हो चूकी है। जी20 शिखर सम्मेलन को ध्यान में रखते हुए दिल्ली में दो जी20 थीम पार्क बनाएं गए है, जो देखने में काफी ही दिलचस्प है। इन पाकों में सभी जी20 देशों के राष्ट्रीय जानवरों को दिखाया जाऐगा। ये पार्क शहर लुटियंस दिल्ली और ग्रेटर कैलाश में होगें, जो बीतें दिनों आम जनता के लिए खूल गए है। 

नई दिल्ली नगर परिषद ने जी20 थीम वाले पार्क को चाणक्यपुरी में और दिल्ली नगर निगम ने जीके-2 एम-ब्लॉक बाजार के पास एक जी20 लोगो स्थापित किया है। ये पार्क दिल्ली के साथ -साथ सभी देशवासियों को गर्व का पल महसूस कराएगा।
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क्या है जी20 थीम पार्क
ये पार्क उन पाकों में शामिल है, जो आगामी जी20 शिखर सम्मेलन के लिए तैयार हो रहें हैं। रिपोर्ट कहती है ये पार्क “वेस्ट टू वंडर” पार्क के तर्ज पर तैयार हो रहें हैं। आप भी इन पार्क देखने तो नेशनल एनिमल्स और नेशनल बर्ड्स का रूप आपको देखने को मिलेगा। ये पार्क ‘एक धरती, एक परिवार, एक भविष्य’ के थीम पर आधारित होगें। इस जगह को तैयार करने के लिए विशेष रूप से मूर्तीयों को तैयार किया गया हैं।
खराब समानो से बना है पार्क 
आपको जान कर हैरानी होगी कि इस पार्क में लगे सभी मूर्तीयों को नई दिल्ली नगरपालिका परिषद के यार्ड और अन्य संस्थाओं से रद्दी और अन्य खराब सामग्री से बनाया गया है। कला परियोजनाओं को बढ़ावा देना और बनाना ललित कला अकादमी की जिम्मेदारी है। हर मूर्ति बनाने में उपयोग किए जाने वाले धातु के टुकड़ों का आयाम 5-7 फीट और 4-5 फीट तक है।
इन जानवरों को मिली है जगह 
रिपोर्ट के मुताबिक इन मूर्तियों को ललित कला अकादमी के 25 कलाकारों द्वारा बनाय गया हैं, जिसमें 19 पशु प्रतिकृतियां स्थापित की गईं है। इन प्रतिकृतियों में बाइसन (अमेरिका का राष्ट्रीय स्तनपायी), जगुआर (ब्राजील), रेड क्राउन क्रेन (चीन), अरेबियन कैमल (सऊदी अरब), मैगपाई (दक्षिण कोरिया), रूस्टर (फ्रांस), रेडविंग (तुर्की), स्पैरो (इटली) शामिल हैं। , एमु (ऑस्ट्रेलिया), ग्रे जे (कनाडा), ब्राउन बियर (रूस), मकाक बंदर (जापान), रूफस हॉर्नेरो (अर्जेंटीना), गोल्डन ईगल (मेक्सिको) और पीकॉक (भारत) आदि शामिल है।
बागवानी विभाग ने पार्क में G20 में भाग लेने वाले देशों – 19 देशों और यूरोपीय संघ के झंडे भी लगाए हैं। पार्क में केंद्रीय बिंदु तक जाने वाले तीन प्रवेश मार्ग हैं। प्रवेश बिंदुओं को लकड़ी की झोपड़ी के आकार के फिक्स्चर से सुशोभित किया गया है। टी-आकार के पथों के बिंदु के मिलन पर, हमारे पास अर्धवृत्ताकार आकार में पेड़ों का एक मेहराब है।
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Gulshan Kumar Jha

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मेरा नाम गुलशन कुमार झा है। मैं 2022 से मीडिया क्षेत्र में काम कर रहा हूं। मैंने पत्रकारिता में स्नातक की पढ़ाई नोएडा से की हैं। अपने प्रोफेशनल जिंदगी की शुरुआत मैंने न्यूज24 में इंटर्न के रूप में काम किया, जिसके बाद रिपब्लिक इंडिया डिजिटल प्लेटफॉर्म में एंकर के रूप में काम करते हुए नई-नई चीजों को सिखा। पॉलिटिक्स, लाइफस्टाइल, ट्रेंडिंग समेत इंटरनेशनल बीट पर अच्छी कमांड रखते हुए अभी मैं पंजाब केसरी.कॉम में कंटेंट राइटर और एंकर के रूप में काम कर रहा हूं।

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