2027 विश्व कप में रोहित-विराट की भागीदारी पर गंभीर का बड़ा बयान
गंभीर का बयान: फेयरवेल नहीं, प्रदर्शन है चयन का आधार
गौतम गंभीर ने ‘इंडिया एट 2047’ समिट में कहा कि रोहित शर्मा और विराट कोहली को टीम में तब तक रहना चाहिए जब तक वे अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं। उन्होंने टीम चयन में अपनी भूमिका नहीं होने की बात कही और फेयरवेल को महत्वहीन बताया। उनका मानना है कि खिलाड़ी का प्रदर्शन ही उसके चयन का आधार होना चाहिए।
मंगलवार को भारतीय टीम के हेड कोच गौतम गंभीर ने कहा की रोहित शर्मा और विराट कोहली को टीम का हिस्सा तब तक बने रहना चाहिए जब तक वो अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं। उन्हीने दावा किया की इंग्लैंड के आगामी टेस्ट दौरे के लिए इन दो सीनियर बल्लेबाज़ों को चुना जाए या नहीं, यह तय करने में उनकी कोई भूमिका नहीं होगी। विराट कोहली के बारे में बहुत ज्यादा चर्चा नहीं है, लेकिन उनके भविष्य पर भी सवाल हैं। ‘इंडिया एट 2047’ समिट में बोलते हुए गंभीर ने सीनियर खिलाड़ियों के भविष्य पर टिपण्णी करने से बचने की कोशी की और कहा की, “सबसे पहली बात, कोच का काम टीम का चयन करना नहीं है। कोच केवल उन 11 खिलाड़ियों का चयन करता है जो मैच खेलेंगे। न तो मुझसे पहले कोचिंग करने वाले चयनकर्ता थे न ही मैं चयनकर्ता हूँ।”
जब गंभीर से इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, “जब तक रोहित और कोहली अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं, उन्हें टीम का हिस्सा बने रहना चाहिए। आप कब खेलना शरू करते हैं और कब खत्म करते हैं, यह आपका व्यक्तिगत निर्णय है।” उन्होंने ये भी कहा, “कोई कोच, कोई चयनकर्ता या BCCI आपको यह नहीं बता सकता कि आपको कब खेलना बंद कर देना चाहिए। अगर आप अच्छा प्रदर्शन करते हैं, तो 40 की उम्र में क्या, आप 45 साल तक खेल सकते हैं, आपको कौन रोक रहा है?”
भारत 20 जून से इंग्लैंड के खिलाफ होने वाले पांच टेस्ट मैचों की सीरीज के लिए इंग्लैंड का दौरा करेगी। हालांकि गंभीर ने दोनों के भविष्य पर कोई निश्चित जवाब नहीं दिया लेकिन साउथ अफ्रीका में 2027 वनडे विश्व कप तक उनके खेलने की क्षमता पर उनका दृष्टिकोण थोड़ा ज्यादा सकरात्मक था। “यह उनके प्रदर्शन पर निर्भर करेगा। केवल इसी से उनका चयन सुनिश्चित हो सकता है।”
दोनों बल्लेबाज़ों को ऑस्ट्रेलिया टेस्ट दौरे पर अपने निराशाजनक प्रदर्शन के लिए काफी आलोचना मिली थी। हालांकि दोनों बल्लेबाज़ों ने चैंपियंस ट्रॉफी के दौरान काफी अच्छा प्रदर्शन किया और गंभीर ने इस बात को स्वीकार किया। “और मैं उनके प्रदर्शन के बारे में क्या कहूं? दुनिया ने देखा कि उन्होंने सीटी में कैसा प्रदर्शन किया,” गंभीर ने कहा।
गंभीर ने योजनाबद्ध फेयरवेल को भी खारिज कर दिया और कहा की कोई भी खिलाड़ी इसे अपनी विश लिस्ट में नहीं रखता। उन्होंने कहा “कोई भी खिलाड़ी भव्य फेयरवेल के बारे में सोचकर क्रिकेट नहीं खेलता। फेयरवेल के बजाय, हमें यह याद रखने की कोशिश करनी चाहिए की उन्होंने देश के लिए कैसे और किन परिस्थियों में मैच जीते हैं। उन्हें फेयरवेल मिले या न मिले, यह महत्वपूर्ण नहीं है। अगर उन्होंने देश के लिए योगदान दिया है, तो वह अपने आप में एक बड़ी विदाई है। क्या देशवासियों के प्यार से बड़ी कोई ट्रॉफी हो सकती है? क्रिकेटरों के लिए फेयरवेल मायने नहीं रखती।”