Ganesh Aarti Lyrics In Hindi: भगवान गणेश की इन आरतियों का पाठ करने से मिलते हैं ये लाभ
Ganesh Aarti Lyrics In Hindi: भगवान गणेश को विघ्नहर्ता और शुभारंभ के देवता माना जाता है। किसी भी पूजा या शुभ कार्य से पहले सबसे पहले गणेश जी की पूजा होती है। ऐसा माना जाता है कि गणपति की आरती करने से न केवल मन को शांति मिलती है, बल्कि जीवन की कई बाधाएं भी दूर हो जाती हैं।
Ganesh Aarti Lyrics In Hindi: गणेश जी की प्रमुख आरतियां
1. जय गणेश जय गणेश देवा
जय गणेश जय गणेश जय गणेश देवा।
माता जाकी पार्वती, पिता महादेवा॥
एक दंत दयावंत चार भुजाधारी।
माथे सिंदूर सोहे, मूसे की सवारी॥
जय गणेश...
पान चढ़े, फूल चढ़े और चढ़े मेवा।
लड्डुअन का भोग लगे, संत करें सेवा॥
जय गणेश...
अंधन को आंख देत, कोढ़िन को काया।
बांझन को पुत्र देत, निर्धन को माया॥
जय गणेश...
सूर श्याम शरण आए, सफल कीजे सेवा।
मात-पिता सहित सुखदा, करिए कृपा देवा॥
जय गणेश...
2. सुखकर्ता दुःखहर्ता वार्ता विघ्नांची
सुखकर्ता दुःखहर्ता वार्ता विघ्नांची।
नुरवी पुरवी प्रेम कृपा जयाची॥
सर्वांगी सुंदर उटी शेंदुराची।
कंठी झळके माळ मुक्ताफळांची॥
जय देव जय देव जय मंगलमूर्ती।
दर्शनमात्रे मनकामना पूर्ण होती॥
रटती सतत तुज माहेरची मंडळी।
तुमच्यामुळे साजण झाली मज पंढळी॥
जय देव जय देव...
कंठी झळके माळ मुक्ताफळांची।
रतनखचित फडा विराजे वरमाथा।
गजवदन पांढरा झळके चंद्रमाथा॥
जय देव जय देव...
3. गणपति आरती
गणराज रंगी नाचतो, नाचतो गणराज रंगी नाचतो।
डिंड्यांचा ठेका वाजतो, वाजतो गणराज रंगी नाचतो॥
मोरया रे बाप्पा मोरया रे,
सिद्धिविनायक मोरया रे॥
गजर झाला बाप्पाचा, वाजला ढोल ताशांचा।
साज सजला मखराचा, आला दिवस बाप्पाचा॥
घेऊ साजरा गणपती उत्सव,
भाव भक्तीने वाढवू उत्सव॥
नाचू गाऊ आनंदे, बाप्पा मोरया म्हणू प्रेमे॥
4. गणेश जी की हिंदी आरती
श्री गणेशाय धीमहि, वक्रतुंडाय धीमहि।
गजवक्त्राय धीमहि, एकदंताय धीमहि॥
लंबोदराय धीमहि, विघ्ननाशाय धीमहि।
सिद्धिविनायकाय धीमहि, भक्तप्रियाय धीमहि॥
जय गणेश, जय गणेश, जय गणेश देवा।
माता जाकी पार्वती, पिता महादेवा॥
जो भजे तुम्हे मन लाय के, संकट मिटे सब जाय के।
विघ्न हरन मंगल करण, दायक सुख अपार के॥
Ganesh Aarti Lyrics: गणेश आरती करने से होने वाले लाभ
1. बाधाओं का नाश होता है
गणपति जी को 'विघ्नहर्ता' कहा जाता है, यानी जो जीवन की अड़चनों को दूर करते हैं। नियमित आरती से जीवन की परेशानियाँ कम होती हैं।
2. मन को शांति मिलती है
आरती के समय जब हम भगवान का ध्यान करते हैं और भक्ति से गाते हैं, तो मानसिक तनाव कम होता है और मन शांत होता है।
3. सकारात्मक ऊर्जा का संचार
आरती से वातावरण में सकारात्मक ऊर्जा फैलती है। इससे घर का माहौल भी शुभ और शांतिपूर्ण बनता है।
4. आत्मिक शुद्धि होती है
गणेश जी की आरती से आत्मा की शुद्धि होती है और भक्ति भावना जाग्रत होती है, जिससे जीवन में संतुलन आता है।
5. कार्य सिद्ध होते हैं
जो भी व्यक्ति श्रद्धा और नियमपूर्वक गणेश आरती करता है, उसके कार्यों में सफलता मिलने की संभावना बढ़ जाती है।
Ganesh Aarti Lyrics: गणेश आरती कैसे करें?
- साफ वस्त्र पहनकर, भगवान गणेश के सामने दीप जलाएं।
- पहले गणेश स्तुति करें, फिर आरती शुरू करें।
- आरती के समय घंटी बजाएं और दीपक घुमाएं।
- आरती के बाद प्रसाद चढ़ाएं (मोदक या लड्डू)।
- आरती के अंत में सभी को प्रसाद बांटें।