Top NewsIndiaWorldOther StatesBusiness
Sports | CricketOther Games
Bollywood KesariHoroscopeHealth & LifestyleViral NewsTech & AutoGadgetsvastu-tipsExplainer
Advertisement

आपस में भिड़ गए स्कूलों का रियलिटी चेक करने पहुंचे गौरव भाटिया और सौरभ भारद्वाज

दिल्ली की आम आदमी पार्टी (AAP) और भारतीय जनता पार्टी (BJP) के बीच शराब और स्वास्थ्य मुद्दे के बाद अब शिक्षा को लेकर बहस छिड़ गई है।

04:09 PM Aug 31, 2022 IST | Desk Team

दिल्ली की आम आदमी पार्टी (AAP) और भारतीय जनता पार्टी (BJP) के बीच शराब और स्वास्थ्य मुद्दे के बाद अब शिक्षा को लेकर बहस छिड़ गई है।

दिल्ली की आम आदमी पार्टी (AAP) और भारतीय जनता पार्टी (BJP) के बीच शराब और स्वास्थ्य मुद्दे के बाद अब शिक्षा को लेकर बहस छिड़ गई है। आप प्रवक्ता द्वारा एक टीवी चैनल पर चुनौती देने के बाद बीजेपी नेता गौरव भाटिया दिल्ली के एक स्कूल का रियलिटी चेक पहुंचे। लेकिन यहां उनकी आप प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज के साथ तू-तू, मैं-मैं हो गई। उनकी इस बहस का वीडियो भी वायरल हुआ है।
Advertisement
दरअसल, गौरव भाटिया आप प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज को चुनौती देकर दिल्ली के नए स्कूलों का रियलिटी चेक करने कौटिल्य स्कूल पहुंचे थे।  वहां सौरभ भारद्वाज भी पहुंच गए। दोनों नेताओं के बीच जमकर बहस हुई। दोनों  नेताओं ने एक दूसरे की पार्टियों पर जमकर आरोप प्रत्यारोप भी लगाए। इस दौरान दोनों नेताओं के समर्थकों ने भी नारेबाजी की।
स्कूल देखने के बजाए वहां से भाग गए गौरव भाटिया
इस बहस का वीडियो ट्विटर पर शेयर करते हुए सौरभ भारद्वाज ने गौरव भाटिया पर स्कूलों को न देखने का आरोप लगाया है। सौरभ भारद्वाज ने ट्वीट कर कहा कि बीजेपी नेता गौरव भाटिया स्कूल देखने के लिए आए थे लेकिन बार-बार आग्रह करने के बाद भी वो स्कूल के अंदर नहीं गए और भाग गए। उनको कहा भी कि अभी तो 498 स्कूल और देखने हैं चलिए, मगर वो नहीं माने और भाग गए। इस पर राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने कहा कि बीजेपी वाले दिल्ली के बच्चों से नफरत करते हैं, दिल्ली के शानदार स्कूलों की बुराई करते हैं। जब उन्हें देखने के लिए बुलाया तो वो भाग गए।


आप के आरोप पर गौरव भाटिया का पलटवार 

आप प्रवक्ता के इन आरोपों पर पलटवार करते हुए बीजेपी नेता गौरव भाटिया ने कहा कि जैसा वादा किया था 11 बजे आप के प्रवक्ता से 500 नए स्कूल की सूची लेने कौटिल्य विद्यालय पहुंचा लेकिन बार-बार सूची मांगने पर भी प्रवक्ता ने सूची नहीं दी। पुराने बने स्कूल को अपना बताया फिर झूट पकड़ा गया। कट्टर बईमान अरविंद केजरीवाल का शिक्षा मॉडल खुद ही देख लीजिए।
Advertisement
Next Article