फुस्स... निकला गौतम गंभीर का बैकअप प्लान, बिना बुमराह - सिराज के घुटनों पर आई टीम इंडिया
Gautam Gambhir flop backup plan: दूसरे वनडे में साउथ अफ्रीका के खिलाफ मिली हार ने साफ कर दिया कि गौतम गंभीर का तेज़ गेंदबाजों वाला बैकअप प्लान फिलहाल उम्मीदों पर खरा नहीं उतर रहा। टीम इंडिया ने पहले बल्लेबाज़ी करते हुए 350 से ज्यादा रन बनाकर मैच को पहले ही हाफ में अपने पाले में झुका लिया था, लेकिन इसके बावजूद भारतीय गेंदबाज अफ्रीका के सामने टिक नहीं पाए। मैच का पूरा मोमेंटम भारत के पास था, लेकिन अनुभवहीन तेज गेंदबाजों ने लगातार रन दिए और भारत को बैकफुट पर डाल दिया। बड़े स्कोर के बाद भी हार मिलना इस बात का सबूत है कि टीम की गेंदबाजी में अनुभव की कमी साफ झलकती है।
Gautam Gambhir flop backup plan: शुरुआत से बैकफुट पर भारत
इस मुकाबले में देखने को मिला कि भारतीय गेंदबाज शुरुआत से ही सही लाइन-लेंथ नहीं पकड़ सके। पावरप्ले हो या डेथ ओवर्स, दोनों ही जगहों पर भारत को विकेट नहीं मिले और रन लगातार बहते रहे। साउथ अफ्रीका को शुरुआत में ही मजबूत पकड़ मिल गई, और उसके बाद भारतीय बॉलर्स सिर्फ डिफेंड करने की कोशिश करते रहे। अर्शदीप सिंह और हर्षित राणा जैसे युवा गेंदबाजों में काबिलियत तो दिखती है, लेकिन अभी उनमें वह मैच टेम्परामेंट नजर नहीं आता जो 350 जैसे स्कोर को बचाने के लिए चाहिए होता है। इसके अलावा प्रसिद्ध कृष्णा ने भी जमकर रन लुटाए। विपक्षी बल्लेबाजों ने आसानी से गैप खोजे, स्ट्राइक रोटेट की और पार्टनरशिप बनाकर मैच को भारत से दूर ले गए।
बुमराह - सिराज की कमी खली
इस हार ने एक बार फिर जताया कि जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद सिराज और मोहम्मद शमी की अनुपस्थिति टीम इंडिया को कितनी भारी पड़ती है। ये तीनों सिर्फ विकेट-टेकर नहीं बल्कि मैच का फ्लो बदलने वाले अनुभवी गेंदबाज हैं। बुमराह की डेथ ओवर स्किल, सिराज की नई गेंद पर स्विंग और शमी के शानदार कंट्रोल ने लम्बे समय तक भारत को इस प्रारूप में मजबूत बनाए रखा है। इनके बिना मैदान पर भारतीय गेंदबाजी अटैक बिल्कुल दिशाहीन नजर आया। इससे साबित होता है कि चाहें जितनी भी रणनीति बना लो, लेकिन अनुभव का विकल्प कुछ नहीं है।
फिलहाल बुमराह को इस ODI सीरीज से आराम आराम दिया गया है, जबकि सिराज को अब केवल टेस्ट फॉर्मेट खिलाड़ी कंसीडर किया जा रहा है। वहीं, लगातार इग्नोर होने के बाद मोहम्मद शमी का करियर में अंत की तरफ जाता नजर आ रहा है।
गौतम गंभीर की रणनीति फ्लॉप
दूसरी तरफ Gautam Gambhir लगातार नए खिलाड़ियों को आज़मा रहे हैं ताकि टीम की बेंच स्ट्रेंथ मजबूत हो सके, लेकिन इस मैच ने दिखा दिया कि बैकअप तैयार करने की ये प्रक्रिया अभी अधूरी है। युवा गेंदबाजों में दम तो है, लेकिन इंटरनेशनल लेवल का प्रेशर झेलने के लिए उन्हें और वक्त चाहिए। सीरीज अब 1-1 की बराबरी पर पहुंच चुकी है, लेकिन भारत के लिए सबक यही है कि बिना अनुभवी पेसर्स के टीम इंडिया कमजोर दिखती है। ये हार एक चेतावनी है कि बैकअप प्लान तभी सफल होगा जब गेंदबाज न सिर्फ गति बल्कि मैच की समझ और दबाव में खेलने की क्षमता भी विकसित करेंगे।
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