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गिरिराज सिंह का राहुल गांधी पर तंज, जिन्होंने अराजकता फैलाई, वो आज आंबेडकर बनना चाहते हैं

डॉ. भीमराव आंबेडकर के अपमान को लेकर पक्ष और विपक्ष आमने सामने…

07:24 AM Dec 20, 2024 IST | Shera Rajput

डॉ. भीमराव आंबेडकर के अपमान को लेकर पक्ष और विपक्ष आमने सामने…

गिरिराज सिंह का राहुल गांधी पर तंज  जिन्होंने अराजकता फैलाई  वो आज आंबेडकर बनना चाहते हैं
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डॉ. भीमराव आंबेडकर के अपमान को लेकर पक्ष और विपक्ष आमने सामने हैं। शुक्रवार को गिरिराज सिंह ने लोकसभा के नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा, जिन्होंने अराजकता फैलाई, वो आज आंबेडकर बनना चाहते हैं।

शायद किसी को यह गलतफहमी हो जाएगी कि राहुल गांधी आंबेडकर हो गए – गिरिराज सिंह

लोकसभा सांसद गिरिराज सिंह ने कहा कि शायद किसी को यह गलतफहमी हो जाएगी कि राहुल गांधी आंबेडकर हो गए। जिस कांग्रेस का डीएनए भीमराव आंबेडकर को अपमानित करने का रहा है, वो उस पाप को कैसे धो पाएगा। उन्होंने तो अराजकता फैलाई है और अब बाबा साहब आंबेडकर बनना चाहते हैं। क्या वो आंबेडकर को इतना छोटा कर देंगे।

कांग्रेस ने जवाहर लाल नेहरू, इंदिरा गांधी और राजीव गांधी को भारत रत्न दे दिया – लोकसभा सांसद

गिरिराज सिंह ने कहा, कांग्रेस ने जवाहर लाल नेहरू, इंदिरा गांधी और राजीव गांधी को भारत रत्न दे दिया, लेकिन बाबासाहेब को नहीं दिया। वहीं, अब वे लोग बाबा साहेब आंबेडकर को छोटा कर राहुल गांधी के बराबर करना चाहते हैं। राहुल गांधी की तुलना बाबा साहेब से करना निंदनीय है और इसके लिए उन लोगों को माफी मांगनी चाहिए।

भाजपा से राज्यसभा सांसद दिनेश शर्मा ने विपक्ष को घेरा

भाजपा से राज्यसभा सांसद दिनेश शर्मा ने विपक्ष को घेरते हुए कहा, सभी को संसदीय परंपराओं का पालन करना चाहिए, यह सभी का धर्म है। विपक्ष ने संसदीय परंपराओं का जितना उल्लंघन किया है, इससे उनको बचना चाहिए।

सभी लोग मिलजुल कर रहें और एक-दूसरे की आस्था का सम्मान करें

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत के इस बयान पर कि कुछ लोग मंदिर-मस्जिद का मुद्दा उठाकर हिंदुओं को बड़े नेता बनना चाह रहे हैं, जो किसी भी हालत में स्वीकार नहीं है, दिनेश शर्मा ने कहा, ऐसा वक्तव्य उन्होंने पहले भी दिया है। उनका मंतव्य यह है कि हम अपने धर्म का पालन करते समय अन्य मान्यताओं के अनुपालन से आगे बढ़ें और देश को अच्छे वातावरण और उन्नति की ओर ले जाएं।

उन्होंने कहा, मैंने मोहन भागवत का वक्तव्य अभी नहीं सुना, लेकिन सभी लोग मिलजुल कर रहें और एक-दूसरे की आस्था का सम्मान करें। साथ ही देश की तरक्की के लिए आगे आएं। यही सभी भद्र लोगों की इच्छा होती है।

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