GK : स्टूडेंट्स को Pregnant होने के लिए मिल रहे लाखों रुपये, सरकार की इस पहल को जानकर हो जाएंगे आवाक
जहां एक ओर चीन और भारत में जनसंख्या लगातार बढ़ रही है, वहीं दूसरी ओर एक ऐसा देश भी है जो अपनी घटती जनसंख्या को लेकर चिंतित है। यहां तेजी से घटती और बढ़ती उम्र की आबादी को देखते हुए सरकार ने जनसंख्या को बढ़ावा देने के लिए एक नई और विवादास्पद योजना की शुरुआत की है। इस योजना के तहत बच्चा जन्म देने वाली (Pregnant) छात्राओं को एक लाख 9 हजार रूपये से ज्यादा की आर्थिक मदद मिल रही है।
इतने मिलते है पैसे
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, यह सहायता न सिर्फ प्रेग्नेंट (Pregnant) और डिलीवरी के लिए दी जा रही है, बल्कि बच्चे के पालन-पोषण में भी सहायता के लिए है। इसी साल 2025, मार्च में सरकार की तरफ से इस योजना को देश के 10 हिस्सों में लागू की गई है। यह देश कोई और नहीं बल्कि रूस है। शुरुआत में यह योजना सिर्फ बालिग़ लड़कियों और छात्राओं के लिए था, लेकिन अब सरकार इस योजना को विस्तार करते हुए नाबालिग लड़कियों को भी इसमें शामिल कर लिया है। इसका उद्येश्य सिर्फ कम उम्र की लड़कियों से बच्चे पैदा कराना है।
इस वजह से लागू की गई योजना
रूस के इस अनोखे योजना के पीछे की वजह भी सामने आई है. इसकी सबसे बड़ी वजह रूस-यूक्रेन युद्ध भी एक कारण माना जा रहा है। युद्ध में अब तक करीब 2.5 लाख रुसी सैनिक मारे जा चुके हैं। (Pregnant) वहीं लाखों शिक्षित युवा देश छोड़ चुके हैं। इसके कारण देश की कार्यशील जनसंख्या लगातार कम होने लगी, जिसके कारण सरकार ने यह योजना लागू की।
ग्रमीणों में ये ट्रेंड बढ़ा
हालांकि, यह नीति रूस में बहस का विषय बनी हुई है। वहीं ग्रामीण इलाकों में शादी के बिना मां बनना (Pregnant) अब सामाजिक रूप से बहुत बड़ा अपराध नहीं माना जाता। सोवियत काल के बाद से यह सोच बदल गई है। रूस में अब एकल मां या अविवाहित मां होना पहले की तरह क़ानूनी या सामाजिक रूप से ग़लत नहीं माना जाता। रूस के बड़े शहरों में शादी से पहले मां बनना आम बात है।
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