इस साल 2025 में सोने-चांदी के दाम में देखने को मिली तेजी, लेकिन घट गई डिमांड, जानें इसके पीछे की वजह
Gold Demand in India: इस साल 2025 में सोना और चांदी दोनों ही कीमती धातुओं ने रिकॉर्ड तोड़ बढ़त दर्ज की है। हालांकि, हाल के दिनों में इनकी कीमतों में थोड़ी गिरावट जरूर आई, लेकिन लंबे समय तक ये लगातार नए शिखर छूते रहे। कीमतों में इस भारी उछाल का असर अब देश में सोने की मांग पर साफ दिखाई दे रहा है। वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल (WGC) की रिपोर्ट के अनुसार, भारत में सोने की मांग तीसरी तिमाही में 16% तक घट गई है।
Gold Demand in India: तीसरी तिमाही में सोने की मांग में 16% की गिरावट
जुलाई से सितंबर 2025 के बीच भारत में सोने की खपत में तेज गिरावट देखी गई। WGC द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, इस अवधि में देश में सोने की मांग घटकर 209.4 टन रह गई, जो पिछले साल की समान तिमाही में 248.3 टन थी। यानी सालाना आधार पर करीब 39 टन की कमी दर्ज की गई। रिपोर्ट में कहा गया है कि डिमांड में यह गिरावट सोने की ऊंची कीमतों की वजह से आई है। जब सोने के दाम लगातार बढ़ते रहे, तो उपभोक्ताओं ने खरीदारी टाल दी, जिससे ज्वेलरी सेक्टर में बिक्री धीमी पड़ गई।
Gold Demand Fall: कीमतों के बढ़ने से वैल्यू में दिखा उछाल
हालांकि सोने की मात्रा में गिरावट आई, लेकिन इसकी कुल वैल्यू (मूल्य) में जबरदस्त बढ़त दर्ज की गई। पिछले साल तीसरी तिमाही में सोने की मांग की कीमत करीब 1,65,380 करोड़ रुपये थी, जबकि इस साल मांग घटने के बावजूद इसका मूल्य बढ़कर 2,03,240 करोड़ रुपये पहुंच गया। इससे यह साफ झलकता है कि कीमतों में आए उछाल ने सोने की कुल वैल्यू बढ़ा दी, भले ही लोगों ने कम सोना खरीदा हो।
Gold Silver Price: निवेश के रूप में सोने की मांग बढ़ी
वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल के भारत प्रमुख सचिन जैन के अनुसार, हालांकि उपभोक्ता स्तर पर सोने की खरीदारी में कमी आई है, लेकिन निवेश के रूप में सोना खरीदने वालों की संख्या बढ़ी है। जुलाई-सितंबर 2025 के दौरान निवेश मांग में 20% की वृद्धि हुई और यह 91.6 टन तक पहुंच गई। उनका कहना है कि यह रुझान दिखाता है कि भारतीय उपभोक्ता सोने को केवल गहनों के रूप में नहीं, बल्कि लॉन्ग-टर्म रिजर्व (दीर्घकालिक बचत) के रूप में देखने लगे हैं।
Gold In India: जुलाई-सितंबर में सोने की कीमतों में 46% की बढ़त
रिपोर्ट के अनुसार, इस तिमाही में देश में सोने की औसत कीमत 46% बढ़कर 97,074.9 रुपये प्रति 10 ग्राम पहुंच गई, जबकि पिछले साल इसी अवधि में यह 66,614 रुपये प्रति 10 ग्राम थी। ये दरें जीएसटी के बिना बताई गई हैं। इतनी तेज़ी से बढ़ती कीमतों ने आम उपभोक्ताओं की खरीदने की क्षमता पर सीधा असर डाला है।
मौजूदा गोल्ड रेट में उतार-चढ़ाव
एमसीएक्स (MCX) पर गुरुवार को सोने के दामों में तेज़ उतार-चढ़ाव देखा गया। शुरुआत में सोना 2,000 रुपये प्रति 10 ग्राम तक गिरकर 1,18,665 रुपये पर आ गया, जबकि चांदी 1,600 रुपये से ज्यादा गिरकर 1,44,402 रुपये प्रति किलो पर पहुंची। हालांकि, बाद में कारोबार के दौरान गिरावट थम गई और दाम फिर से थोड़ा सुधर गए। 1 जुलाई 2025 को एमसीएक्स पर सोने का वायदा भाव 99,105 रुपये प्रति 10 ग्राम था। अब यह बढ़कर 1,20,715 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गया है। यानी कुछ महीनों में सोना 21,610 रुपये प्रति 10 ग्राम महंगा हो गया है।
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