टॉप न्यूज़भारतविश्वराज्यबिजनस
खेल | क्रिकेटअन्य खेल
बॉलीवुड केसरीराशिफलSarkari Yojanaहेल्थ & लाइफस्टाइलtravelवाइरल न्यूजटेक & ऑटोगैजेटवास्तु शस्त्रएक्सपलाइनेर
Advertisement

Gold Rate Today: सोना के बढ़े दाम, 135 रूपये हुआ महंगा, चांदी में इतने रूपये की हुई गिरावट, देखें लिस्ट

अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने की कीमतों में तेजी आने के बीच राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के सर्राफा बाजार में बृहस्पतिवार को सोना 135 रुपये मजबूत होकर 51,898 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ। एचडीएफसी सिक्योरिटीज ने यह जानकारी दी।

06:24 PM Nov 10, 2022 IST | Desk Team

अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने की कीमतों में तेजी आने के बीच राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के सर्राफा बाजार में बृहस्पतिवार को सोना 135 रुपये मजबूत होकर 51,898 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ। एचडीएफसी सिक्योरिटीज ने यह जानकारी दी।

सोने पर बारीकी नजर रखने वालों के लिए यह खबर काफी अहम मानी जा रही है। क्योंकि इंटरनेशनल बाजार में सोने की कीमतों में तेजी से उछाल आने के बाद से ही राजधानी के सर्राफा बाजार में गुरूवार को सोना 135 महंगा हो गया । जिसकी मौजूदा कीमत पहले की तुलना में बढ़कर 51,898 रूपये प्रति दस ग्राम पहुंच गई है। इस बात की जानकारी को पूर्ण रूप से HDFC Securities ने साझा की है। 
51,898 रूपये प्रति दस ग्राम पहुंचा सोना 
आधिकारिक सत्रों के मुताबिक  इससे पिछले कारोबारी सत्र में सोना 51,763 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ था। हालांकि, चांदी की कीमत 250 रुपये की गिरावट के साथ 61,618 रुपये प्रति किलोग्राम रह गयी। मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज में जिंस शोध विभाग के वरिष्ठ उपाध्यक्ष, नवनीत दमानी ने कहा, ‘‘अमेरिका के महत्वपूर्ण मुद्रास्फीति के आंकड़ों से पहले बाजार भागीदारों ने सतर्कता का रुख बरता। मुद्रास्फीति के आंकड़ों से पता चलते कि अमेरिकी केंद्रीय बैंक का ब्याज दरों को लेकर रुख क्या रहेगा।’’
सोना में 153 रूपये का हुआ भारी उछाल
अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोना बढ़त के साथ 1,709 डॉलर प्रति औंस हो गया, जबकि चांदी गिरावट के साथ 21.05 डॉलर प्रति औंस पर रही। गौरतलब है कि बुधवार को शुरुआती कारोबार में रुपया 50 पैसे चढ़कर 81.42 रुपये प्रति डॉलर पर पहुंच गया। एचडीएफसी सिक्योरिटीज के शोध विश्लेषक विनय रजनी ने कहा, ‘‘सोमवार को भारी तेजी दर्ज करने के बाद सोना पिछले दो कारोबारी सत्रों से ‘सुगठन’ के दौर में रहा। निवेशकों को अमेरिकी मध्यावधि चुनावों पर अनिश्चितता के बीच मुद्रास्फीति के आंकड़ों का इंतजार है।’’
Advertisement
Advertisement
Next Article