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भारत सरकार से मिली मंजूरी, ISRO जल्द करेगा शुक्रयान मिशन की शुरुआत

ISRO के निदेशक नीलेश देसाई ने कहा कि इसरो को शुक्र की परिक्रमा करने वाले उपग्रह शुक्रयान के लिए भारत सरकार से मंजूरी मिल गई है।

04:22 AM Nov 26, 2024 IST | Samiksha Somvanshi

ISRO के निदेशक नीलेश देसाई ने कहा कि इसरो को शुक्र की परिक्रमा करने वाले उपग्रह शुक्रयान के लिए भारत सरकार से मंजूरी मिल गई है।

भारत सरकार से मिली मंजूरी  isro जल्द करेगा शुक्रयान मिशन की शुरुआत

भारत सरकार ने शुक्रयान को मंजूरी दी

“भारत सरकार ने हाल ही में हमारे शुक्र की परिक्रमा करने वाले उपग्रह शुक्रयान को मंजूरी दी है। नीलेश देसाई ने मीडिया से बात करते हुए कहा की इसे 2028 में प्रक्षेपित किया जाएगा, चंद्रयान 4 का विचार चंद्रयान 3 के अनुवर्ती के रूप में प्रस्तावित किया गया है, जहां हम न केवल चंद्रमा पर उतरेंगे बल्कि मिट्टी और चट्टान के नमूने भी लेकर लौटेंगे। ये मिशन भारत और जापान का एक संयुक्त मिशन होगा जिसका हम एक साथ संचालन करेंगे।

ये भारत और जापान एक संयुक्त मिशन होगा

उन्होंने कहा, “चंद्रयान 4 में दो मिशन शामिल होंगे। भारत और जापान एक संयुक्त मिशन करेंगे, जिसमें चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव की नोक पर 90 डिग्री दक्षिण की ओर जाएंगे, जबकि हमारा पिछला प्रयास 69.3 डिग्री दक्षिण की ओर था। यह एक सटीक लैंडिंग होगी। हमें मिशन के लिए अभी तक सरकार की मंजूरी नहीं मिली है। मिशन के हिस्से के रूप में रोवर का वजन 350 किलोग्राम होगा, जो पिछले रोवर से 12 गुना भारी है। अगर हमें सरकार की मंजूरी मिल जाती है, तो हम 2030 तक मिशन को अंजाम दे पाएंगे।” इसके अलावा, उन्होंने कहा कि सेंसर और उपग्रहों पर चर्चा चल रही है, जिन्हें INSAT 4 श्रृंखला के हिस्से के रूप में लॉन्च किया जाएगा।

भारत के पास नए मौसम और समुद्र विज्ञान सेंसर है

भारत नए मौसम विज्ञान और समुद्र विज्ञान सेंसर के साथ और भी बेहतर पूर्वानुमान प्रदान करने में सक्षम होगा।” निदेशक ने यह भी कहा कि मंगल मिशन के तहत मंगल की सतह पर उतरने का प्रयास किया जाएगा। उन्होंने कहा, “मंगल मिशन के तहत हम न केवल मंगल की कक्षा में उपग्रह स्थापित करेंगे, बल्कि उसकी सतह पर उतरने का भी प्रयास करेंगे। अगले दो वर्षों में गगनयान लॉन्च किया जाएगा। यह ISS जितना बड़ा नहीं होगा, लेकिन इसमें पांच मॉड्यूल होंगे। हम 2028 में पहला मॉड्यूल लॉन्च करेंगे और भारत का अंतरिक्ष स्टेशन 2035 तक बनकर तैयार हो जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 2040 तक चंद्रमा पर उतरने के आह्वान के तहत हमारा अंतरिक्ष स्टेशन रास्ते में एक पारगमन सुविधा के रूप में काम करेगा।”

[Input from ANI]

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Samiksha Somvanshi

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