Top NewsIndiaWorld
Other States | Delhi NCRHaryanaUttar PradeshBiharRajasthanPunjabJammu & KashmirMadhya Pradeshuttarakhand
Business
Sports | CricketOther Games
Bollywood KesariHoroscopeHealth & LifestyleViral NewsTech & AutoGadgetsvastu-tipsExplainer
Advertisement

सरकारी इमारतों पर होगा गोबर से बना प्राकृतिक पेंट, CM योगी का निर्देश

सरकारी इमारतों की दीवारें होंगी गोबर पेंट से रंगी

05:44 AM May 05, 2025 IST | Aishwarya Raj

सरकारी इमारतों की दीवारें होंगी गोबर पेंट से रंगी

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को पशुपालन विभाग की समीक्षा बैठक में बड़ा फैसला लिया। उन्होंने कहा कि अब सरकारी इमारतों पर गोबर से बने प्राकृतिक पेंट का प्रयोग किया जाए और पेंट प्लांट्स की संख्या बढ़ाई जाए। इसके साथ ही उन्होंने निराश्रित गोवंश संरक्षण केंद्रों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए ठोस प्रयासों पर जोर दिया। सीएम योगी ने कहा कि यह क्षेत्र केवल दुग्ध उत्पादन तक सीमित नहीं है, बल्कि इसमें पोषण सुरक्षा, महिला सशक्तिकरण और स्वरोजगार की भी बड़ी संभावनाएं हैं।

गौ संरक्षण केंद्रों को बनाएंगे आत्मनिर्भर

मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि अच्छे कार्य कर रहे गौशालाओं को सम्मानित किया जाए और मंडल स्तर पर देशी नस्ल की गायों की प्रतियोगिता करवाई जाए। गौ उत्पाद बनाने वाली संस्थाओं के बीच भी प्रतियोगिताएं आयोजित हों। हर गो आश्रय स्थल पर केयरटेकर की तैनाती हो, समय पर वेतन मिले, भूसा बैंक, पानी और चारे की उचित व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। साथ ही जिन गरीब परिवारों के पास पशुधन नहीं है, उन्हें ‘मुख्यमंत्री निराश्रित गोवंश सहभागिता योजना’ के तहत गायें दी जाएंगी।

Advertisement

दुग्ध उत्पादन बढ़ाने और महिला सशक्तिकरण पर जोर

सीएम योगी ने दुग्ध उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए प्राथमिक सहकारी समितियों की संख्या बढ़ाने और उनके सदस्यों को प्रशिक्षण देने का निर्देश दिया। 2024-25 में 4922 नई दुग्ध समितियों का गठन होगा। वर्तमान में राज्य में प्रतिदिन 3.97 लाख लीटर दूध संग्रहण हो रहा है, जो पिछले साल की तुलना में 10% अधिक है। दुग्ध संघों का टर्नओवर 1120.44 करोड़ रुपये तक पहुंच चुका है।

Yogi सरकार बनाएगी परिषदीय स्कूलों को खेल प्रतिभाओं की नर्सरी

CBG और गोमूत्र प्रोसेसिंग से जुड़ेगी ऊर्जा की नई राह

अधिकारियों ने जानकारी दी कि राज्य के 7693 गौशालाओं में 11.49 लाख गोवंश का संरक्षण हो रहा है। इनकी निगरानी CCTV से हो रही है और समय-समय पर निरीक्षण भी किया जा रहा है। वाराणसी और मुजफ्फरनगर में CBG (कंप्रेस्ड बायोगैस) प्लांट और गोमूत्र प्रोसेसिंग प्लांट की स्थापना की जा रही है, जिससे स्वदेशी ऊर्जा संसाधनों को बढ़ावा मिलेगा।

Advertisement
Next Article