सरकार मुद्दों का हल करने के लिए किसानों के साथ बात करने को इच्छुक है : केन्द्रीय मंत्री
केन्द्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने बृहस्पतिवार को कहा कि नए कृषि कानूनों के विरोध में प्रदर्शन कर रहे किसानों के साथ बैठ कर बातचीत करने और मुद्दों का समाधान करने के लिए सरकार इच्छुक है।
01:52 AM Dec 18, 2020 IST | Shera Rajput
केन्द्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने बृहस्पतिवार को कहा कि नए कृषि कानूनों के विरोध में प्रदर्शन कर रहे किसानों के साथ बैठ कर बातचीत करने और मुद्दों का समाधान करने के लिए सरकार इच्छुक है।
पंजाब, हरियाणा और अन्य राज्यों के हजारों की संख्या में किसान सिंघू और टिकरी बॉर्डर सहित दिल्ली से लगी अन्य सीमाओं पर पिछले एक पखवाड़े से भी ज्यादा समय से प्रदर्शन कर रहे हैं। वे तीन नए कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग कर रहे हैं।
उद्योग संगठन पीएचडीसीसीआई के एक ऑनलाइन कार्यक्रम में पुरी ने कहा, ‘‘मुझे इस बात से दुख हो रहा है कि प्रदर्शन कर रहे कई लोगों को पता ही नहीं है कि वे किस चीज का विरोध कर रहे हैं… सरकार अभी भी सभी किसानों को संदेश भेज रही है कि कृपया आएं और बात करें।’’
उन्होंने कहा कि (किसानों की) तीन मांगें हैं–एमएसपी (न्यूनतम समर्थन मूल्य) समाप्त नहीं किया जाए, मंडिया बरकरार रहें और कोई भी गुप्त तरीके से किसानों की जमीन पर कब्जा ना कर सके– ये सभी स्वीकार कर ली गई हैं।
पुरी ने कहा, ‘‘एक बहुत बड़ी गलतफहमी हुई है… हम किसी के भी साथ बैठ कर बात करने और समाधान निकालने को इच्छुक हैं।’’
नागर विमानन मंत्री ने विश्वास जताया कि घरेलू उड़ानों का परिचालन दिसंबर के अंत तक या फिर 2021 की पहली तिमाही (जनवरी से मार्च) तक उड़ानें ‘‘कोविड-19 से पहले की स्थिति में पहुंच जाएगा।’’
उन्होंने कहा कि मार्च में लॉकडाउन के साथ ही देश में सभी सामान्य यात्री उड़ानों को बंद कर दिया गया था और वह 25 मई से महज 30,000 यात्री प्रतिदिन की क्षमता से शुरू हुई।
उन्होंने कहा, ‘‘कुछ ही दिन पहले एक दिन में 2,53,000 से ज्यादा यात्रियों ने यात्रा की…मुझे विश्वास है कि दिसंबर के अंत तक या फिर 2021 की पहली तिमाही (जनवरी से मार्च) तक स्थिति कोविड-19 के पहले जैसी हो जाएगी।’’
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