राज्यपाल दत्तात्रेय ने की हरियाणा के कोविड प्रबंधन की सराहना, कहा-रोल मॉडल बनकर उभरा राज्य
राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने कोरोना वायरस को लेकर कहा है कि, राज्य कोविड-19 प्रबंधन और टीकाकरण अभियान में रोल मॉडल के रूप में उभरा है
03:55 PM Jan 30, 2022 IST | Desk Team
हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने कोरोना वायरस को लेकर कहा है कि, राज्य कोविड-19 प्रबंधन और टीकाकरण अभियान में रोल मॉडल के रूप में उभरा है। राज्य में टीकों की लगभग चार करोड़ खुराकें दी जा चुकी हैं। उन्होंने एक बयान में कहा कि प्रत्येक बीतते दिन के साथ टीकाकरण की गति और दायरा बेहतर योजना और वैक्सीन आपूर्ति श्रृंखला को सुव्यवस्थित करके चिह्न्ति किया जा रहा है। साथ ही कोविड -19 के कारण समाज के सभी वर्गों के संकट को कम करने में कुछ भी कसर नहीं छोड़ी जा रही है। उन्होंने कहा कि एक वाक्य में, हम एक समावेशी दृष्टिकोण के साथ कोविड -19 से मजबूती से निपट रहे हैं।
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डब्ल्यूएचओ ने भारत को खतरे के क्षेत्र में नहीं रखा है : राज्यपाल
राज्यपाल दत्तात्रेय के अनुसार, विशेषज्ञों ने भविष्यवाणी करते हुए कहा है कि तीसरी लहर के चरम पर प्रतिदिन चार लाख मामले सामने आएंगे। उन्होंने 23 जनवरी को उस समय के रूप में निर्धारित किया जब मामले अधिकतम हो जाएंगे, लेकिन यह संख्या चार लाख के निशान को पार नहीं कर पाई। तब से कोविड -19 मामलों की संख्या में कमी आ रही है। पिछले 24 घंटों में 2.34 लाख से अधिक मामले सामने आए। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने भारत को खतरे के क्षेत्र में नहीं रखा। जब अप्रैल 2021 में कोविड-19 की दूसरी लहर अपने चरम पर थी, तब पूरे देश में 3.86 लाख नए मामले सामने आए थे। तब पूरी तरह से टीका लगाने वाले लोगों का अनुपात सिर्फ दो प्रतिशत था। अब, सभी वयस्कों में से 75 प्रतिशत को पूरी तरह से टीका लगाया गया है। राष्ट्रव्यापी टीकाकरण अभियान के तहत अब तक 165.70 करोड़ से अधिक टीकों की खुराक दी जा चुकी है।
तीसरी लहर की गंभीरता बहुत कम है : दत्तात्रेय
देश में अब तक 15-18 आयु वर्ग के चार करोड़ से अधिक युवाओं को टीके की पहली खुराक दी जा चुकी है। औसतन हर 24 घंटे में 60-70 लाख टीके की खुराक दी जाती है। राज्यपाल दत्तात्रेय ने कहा कि तीसरी लहर की गंभीरता बहुत कम है। घबराने की जरूरत नहीं है बल्कि सावधानी बरतने की जरूरत है। कोविड के उचित व्यवहार पर टिके रहने की जरूरत है। उन्होंने कहा, कोविड-19 को हराने के लिए मास्क पहनना, सैनिटाइजर का इस्तेमाल, सोशल डिस्टेंसिंग और भीड़-भाड़ वाली जगहों से बचना जैसी कुछ ऐसी सावधानियां हैं, जिनका हमें पालन करने की जरूरत है।
स्वस्थ आहार और व्यायाम समान रूप से महत्वपूर्ण हैं
दत्तात्रेय ने कहा कोरोना से लड़ाई में स्वस्थ आहार और व्यायाम समान रूप से महत्वपूर्ण हैं। चूंकि मजबूत प्रतिरक्षा शरीर को कोरोनावायरस से ठीक से लड़ने में मदद करती है, इसलिए जंक फूड से बचना चाहिए और स्वस्थ आहार का चुनाव करना चाहिए। उतना ही जरूरी है नियमित व्यायाम और योग को अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाना। राज्यपाल ने कहा कि जागरूकता की कमी और अंधविश्वास के कारण लोगों के शुरूआती प्रतिरोध से हतोत्साहित होने के बजाय, उन्होंने टीकाकरण अभियान को सुचारू और निर्दोष रखने के लिए सभी बाधाओं को पार कर लिया है। अब तक राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के पास 12.84 करोड़ से अधिक शेष और अप्रयुक्त वैक्सीन खुराक उपलब्ध हैं।
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