
गुजरात (Guajarat) में होने वाले विधानसभा चुनाव (Guajarat Assembly Election) से पहले कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) एक्शन में नजर आ रही हैं, कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष गांधी ने गुजरात प्रदेश कांग्रेस कमेटी (GPCC) के कार्यकारी अध्यक्षों की नियुक्ति के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (AICC) के संगठन के प्रभारी महासचिव केसी वेणुगोपाल ने एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि जिग्नेश मेवाणी (Jignesh Mevani) और जीपीसीसी के 6 अन्य कार्यकारी अध्यक्षों को तत्काल प्रभाव से नियुक्त करने के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई है।
जिग्नेश मेवानी समेत इन नेताओं को मिली गुजरात की जिम्मेदारी
विज्ञप्ति के मुताबिक जिन पार्टी नेताओं को जीपीसीसी के कार्यकारी अध्यक्ष के रूप में नियुक्त किया गया है। उनमें विधायक ललित कागथरा, रुत्विक मकवाना, अंबरीश जे डेर, हिम्मत सिंह पटेल और जिग्नेश मेवानी शामिल हैं। विज्ञप्ति में कहा गया है कि पार्टी के 2 अन्य नेताओं कादिर पीरजादा और इंद्र विजय सिंह गोहिल को भी राज्य में पार्टी का कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त किया गया है।
कांग्रेस का यह बड़ा फैसला गुजरात विधानसभा चुनाव से ठीक पहले आया है, राज्य में इस साल नवंबर-दिसंबर में विधानसभा चुनाव होने की उम्मीद है। बुधवार को पार्टी ने सभी 26 संसदीय क्षेत्रों में संसदीय क्षेत्रवार पर्यवेक्षक नियुक्त किए थे। जिन नेताओं को पार्टी के काम के लिए तैयार किया गया है, उनमें राजस्थान सरकार के कई मंत्री और पार्टी के वरिष्ठ नेता शामिल हैं।
पार्टी के बड़े नेता हार्दिक पटेल ने थामा था भाजपा का दामन
उनमें से कुछ शाले मोहम्मद और इंद्रजीत सिंह गुर्जर कच्छ संसदीय क्षेत्र के पर्यवेक्षक होंगे, बनासकांठा के लिए अशोक चंदना, मेहसाणा के लिए उदय लाल अंजना और वलसाड के लिए नितिन राउत। पार्टी ने आगामी चुनावों की तैयारी के लिए दिल्ली में बैठकें की हैं। कांग्रेस टास्क फोर्स ने सोमवार को पांच घंटे की मैराथन बैठक की थी।
इस बैठक में गुजरात के नेताओं को विधानसभा चुनाव के लिए एकजुट होकर भारतीय जनता पार्टी (BJP) को सत्ता से हटाने के लिए रणनीति तैयार कर रही है। विशेष रूप से, कांग्रेस ने हाल ही में हार्दिक पटेल (Hardik Patel) सहित कुछ हाई प्रोफाइल नेताओं का दल बदलना देखा है। पाटीदार विरोध का नेतृत्व करने वाले हार्दिक पटेल भाजपा में शामिल हो गए। राज्य में स्थानीय निकाय चुनावों में भी पार्टी को करारा झटका लगा है।