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गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल ने बताया उनकी सरकार ने भारत के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में 10 प्रतिशत योगदान देने और 2026-27 तक 500 अरब अमेरिकी डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने का लक्ष्य रखा है।बता दें वाइब्रेंट गुजरात वैश्विक शिखर सम्मेलन के 10वें संस्करण से पहले ‘ई-मेल’ के जरिए दिए एक साक्षात्कार में पटेल ने कहा कि वर्तमान में देश की कुल आबादी का केवल पांच प्रतिशत हिस्सा गुजरात में बसता है जबकि राष्ट्रीय सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में इसका 8.3 प्रतिशत योगदान है।
भारत के कुल व्यापारिक निर्यात में राज्य की हिस्सेदारी पिछले वर्ष 33 प्रतिशत थी।प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी वाइब्रेंट गुजरात वैश्विक शिखर सम्मेलन का उद्घाटन यहां बुधवार को करेंगे।पटेल ने कहा कि शिखर सम्मेलन में गुजरात की भविष्य की परियोजनाओं और निवेश को प्रदर्शित किया जाएगा। इसमें सेमीकंडक्टर, नवीकरणीय ऊर्जा, इलेक्ट्रिक वाहन, हरित हाइड्रोजन, एयरोस्पेस तथा रक्षा, प्लग-एंड-प्ले पार्क, कृत्रिम बुद्धिमत्ता, स्मार्ट ग्रीनफील्ड शहर आदि जैसे नए व उभरते क्षेत्र शामिल होंगे।मुख्यमंत्री ने कहा कि कपड़ा, रसायन तथा पेट्रोरसायन, रत्न व आभूषण और सिरेमिक जैसे क्षेत्रों में अग्रणी होने के अलावा गुजरात मोटर वाहन क्षेत्र के केंद्र के रूप में भी उभरा है। राज्य ने खुद को देश की आर्थिक शक्ति के रूप में पेश किया है।उन्होंने कहा, ‘‘ पांच प्रतिशत आबादी के साथ गुजरात राष्ट्रीय सकल घरेलू उत्पाद में 8.3 प्रतिशत से अधिक का योगदान देता है। भारत के कुल व्यापारिक निर्यात में राज्य की हिस्सेदारी पिछले वर्ष 33 प्रतिशत थी।’’
भारत को 5000 अरब अमेरिकी डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने में गुजरात का क्या योगदान होगा, इस प्रश्न के जवाब में पटेल ने कहा, ‘‘ मजबूत वैश्विक संबंध तथा विविधीकृत जीएसडीपी (सकल राज्य घरेलू उत्पाद) हमारी अर्थव्यवस्था को असाधारण रूप से मजबूत बनाती है। हमारी सरकार ने भारत की जीडीपी में 10 प्रतिशत योगदान देने और 2026-27 तक 500 अरब अमेरिकी डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने का लक्ष्य रखा है।’’उन्होंने कहा, ‘‘ हम रणनीतिक रूप से उन क्षेत्रों पर गौर कर रहे हैं, जो न केवल वर्तमान आर्थिक परिदृश्य को परिभाषित करते हैं बल्कि वैश्विक भविष्य को आकार देने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। राज्य की वृद्धि ने ‘‘गुजरात का मतलब वृद्धि’’ की अवधारणा को मजबूत किया है।’’
मुख्यमंत्री ने कहा कि सेमीकंडक्टर, हरित हाइड्रोजन, इलेक्ट्रिक वाहन, नवीकरणीय ऊर्जा और वित्तीय सेवा उद्योग जैसे नए व उभरते क्षेत्रों में रणनीतिक वृद्धि इस महत्वाकांक्षी लक्ष्य को प्राप्त करने की दिशा में राज्य की प्रगति को दर्शाती है।पटेल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ‘विकसित भारत @2047’ के दृष्टिकोण को साकार करने में गुजरात महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व में वाइब्रेंट गुजरात वैश्विक शिखर सम्मेलन राज्य के लिए बड़ा बदलाव साबित हुआ।
मुख्यमंत्री ने कहा कि शिखर सम्मेलन के पिछले नौ संस्करणों ने गुजरात को सबसे पसंदीदा निवेश गंतव्य के रूप में पेश किया है, जिसने भारत की वृद्धि गाथा में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।उन्होंने कहा, ‘‘ पिछले 20 वर्षों की इस यात्रा में गुजरात के जीएसडीपी में 16 गुना वृद्धि हुई, जो 2002-03 में 17.7 अरब अमरीकी डॉलर से बढ़कर 2022-23 में 282 अरब अमरीकी डॉलर हो गई है।’’मुख्यमंत्री ने कहा कि वाइब्रेंट गुजरात शिखर सम्मेलन 2024 का लक्ष्य राष्ट्रीय प्राथमिकताओं और जी20 के विषयों के साथ तालमेल बिठाते हुए राज्य के हर कोने तक पहुंचना है।