टेक्टॉनिक प्लेटों की हलचल से चट्टानों में तनाव बढ़ने पर उनके टूटने से ऊर्जा निकलती है, जिससे भूंकप आता है।
कैसे आता है भूकंप?


Gujarat Earthquake News: गुजरात के गिर सोमनाथ जिले मे भूकंप के तेज झटके लगे है। रिक्टर स्केल पर 3.1 तीव्रता बताई जा रही है। साल 2025 खत्म होने में महज कुछ दिन ही बचे हैं। ऐसे मे चलिए जानते है 2025 में भारत में भूकंप कब-कब आया? साल 2025 में भारत और उसके आसपास के कई हिस्सों में भूंकप के तेज झटके लगे हैं।
| माह | दिनांक | स्थान | तीव्रता (M) | भारत पर प्रभाव |
|---|---|---|---|---|
| जनवरी 2025 | 7 जनवरी | दक्षिणी तिब्बती पठार | 7.1 | उत्तर भारत में झटके महसूस |
| फरवरी 2025 | 17 फरवरी | दिल्ली–एनसीआर (धौलाकुआँ के पास) | 4.0 | दिल्ली में तेज झटके |
| फरवरी 2025 | 28 फरवरी | नेपाल | 5.5 | बिहार (पटना), पूर्वी भारत में कंपन |
| जून 2025 | 8 जून | दिल्ली | 2.3 | हल्का कंपन, कोई नुकसान नहीं |
| जुलाई 2025 | 10–11 जुलाई | दिल्ली–एनसीआर | — | लगातार हल्के झटके |
| जुलाई 2025 | 11 जुलाई | झज्जर, हरियाणा | 3.7 | दिल्ली-एनसीआर में झटके |
| सितंबर 2025 | 15 सितंबर | उत्तर-पूर्वी भारत, भूटान सीमा | 5.5 | असम/अरुणाचल में झटके |
| दिनांक (2025) | स्थान / क्षेत्र | तीव्रता / विवरण |
|---|---|---|
| 17 फरवरी 2025 | Delhi (और आसपास) | ~ 4.0 मैग्नीट्यूड |
| (फरवरी 2025, पूर्वोत्तर India) | उत्तर-पूर्व क्षेत्र (कुल 12 भूकंप) | फरवरी माह में उत्तर-पूर्व में ~12 भूकंप हुए — जिसमें असम, मेघालय आदि शामिल थे |
| 04 अप्रैल 2025 | पड़ोसी नेपाल — झटके उत्तर भारत में महसूस | 5.0 मैग्नीट्यूड quake, जिसके झटके उत्तर भारत (कुछ हिस्सों) तक महसूस हुए Advertisement
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| मार्च 2025 (पूरा महीना) | भारत व उसके आस-पास का क्षेत्र (मुख्यतः उत्तर, पूर्वोत्तर, हिमालयन जोन) | मार्च में कुल लगभग 164 भूकंप भारत/पड़ोसी क्षेत्र में दर्ज — जिनमें 9 quake ≥ 5.0 शामिल थे |
| 10 जुलाई 2025 | Jhajjar, हरियाणा — Delhi NCR | 4.4 मैग्नीट्यूड, झटके दिल्ली-एनसीआर सहित आसपास महसूस किए गए |
| 14 सितंबर 2025 | Udalguri, Assam (और पूर्वोत्तर भारत) | 5.8 मैग्नीट्यूड, झटके कई राज्यों में महसूस — हालांकि शुरुआत में बड़े नुकसान की सूचना नहीं मिली थी |
| (अक्टूबर 2025) | पूर्वोत्तर भारत (असम, अरुणाचल आदि) | अक्टूबर में पूर्वोत्तर क्षेत्र में 25 भूकंप दर्ज हुए; असम ने 7 quake व अरुणाचल ने 6 quake दर्ज किए |
| 02 दिसंबर 2025 | Bay of Bengal / बंगाल की खाड़ी — झटके महसूस | 4.2 मैग्नीट्यूड quake — हालांकि अभी तक बड़े नुकसान की सूचना नहीं मिली है Advertisement
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दिसंबर 2025 की शुरुआत में नेपाल, जम्मू-कश्मीर और तेलंगाना में भी छोटे भूकंप दर्ज किए गए, जैसे 7 दिसंबर को नेपाल (4.1 M) और 6 दिसंबर को तेलंगाना (2.6 M) में।

भूकंप पृथ्वी की सतह का अचानक और तेज़ हिलना या कांपना है। यह इसलिए होता है क्योंकि पृथ्वी की सतह कई बड़े-बड़े टेकटोनिक प्लेटों से बनी है, जो लगातार धीरे-धीरे हिलती रहती हैं। जब इन प्लेटों के बीच तनाव बहुत बढ़ जाता है और वह अचानक टूटकर या खिसककर ऊर्जा बाहर निकालता है, तो उस ऊर्जा के झटके को भूकंप कहा जाता है।
1. प्लेटों में तनाव बढ़ता है
2. चट्टानें एक-दूसरे पर दबाव डालती हैं
3. अचानक ऊर्जा टूटकर बाहर आती है
4. ज़मीन हिलने लगती है — यही भूकंप है.
* जहां प्लेटें टकराती हैं
* जहाँ प्लेटें एक-दूसरे से अलग होती हैं
* जहाँ प्लेटें एक-दूसरे के ऊपर से फिसलती हैं.
रिक्टर स्केल (Magnitude) – बताता है कि भूकंप कितना शक्तिशाली था.
MMI Scale (Intensity) – बताता है कि जमीन कितनी हिली और नुकसान कितना हुआ.

Focus (Hypocenter): पृथ्वी के भीतर वह बिंदु जहां से भूकंप शुरू होता है.
Epicenter: पृथ्वी की सतह पर वह स्थान जो फोकस के ठीक ऊपर होता है.
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