“ना को बैरी, नाही बिगाना, सगल संग हम कउ बन आई” गुरु पर्व पर प्रियजनों को भेजें शुभकामनाएं
12:27 PM Nov 05, 2025 IST | Khushi Srivastava
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Guru Nanak Jayanti Wishes: आज यानी 5 नवंबर को गुरु नानक जयंती का पर्व मनाया जा रहा है। यह गुरु नानक देव जी की 556वीं जन्म वर्षगांठ है। सिख धर्म में गुरु नानक जयंती को बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है। इसे गुरु पूरब (Guru Purab) या गुरुपर्व के नाम से भी जाना जाता है।
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गुरु नानक देव जी ने ही सिख धर्म की नींव रखी थी। सिख धर्म के लोग इसे बड़ी ही आस्था और उल्लास के साथ मनाते हैं। इस दिन को गुरु नानक देव जी के प्रकाश पर्व के रूप में मनाया जाता है। 15वीं शताब्दी के अंत में गुरु नानक देव जी पंजाब में सिख धर्म (Sikhism) स्थापित किया जो मानवता, समानता, निस्वार्थ सेवा और एक ईश्वर की भक्ति पर केंद्रित है। गुरु नानक देव जी ने अपने विचारों, करुणा और सादगी से मानवता को एक नई दिशा दी।
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Guru Nanak Jayanti Wishes: गुरु पर्व पर अपनों को भेजें ये खास शुभकामनाएं

1. गुरु नानक देव जी के उपदेश आपके जीवन को सत्य, प्रेम और करुणा के मार्ग पर ले जाएं। गुरु नानक जयंती की हार्दिक शुभकामनाएं!

2. “ना को बैरी, नाही बिगाना, सगल संग हम कउ बन आई।” गुरु नानक देव जी के इन उपदेशों को जीवन में अपनाएं। गुरु नानक जयंती की मंगलकामनाएं!

3. गुरु नानक कहते हैं कि ईश्वर एक है और वह सब जगह मौजूद है, इस पावन दिन पर अपने अंदर के अहंकार को मिटाओ और सेवा के मार्ग पर चलो, प्रकाश पर्व की मंगलमय शुभकामनाएं!

4. जिसने सत्य-नाम की राह दिखाई, प्रेम का पाठ पढ़ाया, कांप उठी दुनिया सारी, जब बाबर को ललकारा, ऐसे गुरु को नमन हमारा, जिसने जग उजियारा, Happy Guru Nanak Jayanti

5. ‘किरत करो, नाम जपो, वंड छको’, एक ओंकार के नाम का जाप करो, ईमानदारी से मेहनत करो और खुशियां बांटते चलो, गुरु नानक देव जी के प्रकाश पर्व की आपको और आपके परिवार को बहुत-बहुत बधाई!
Happy Gurpurab 2025: गुरु पर्व का महत्व

गुरु नानक देव जी ने अपने पूरे जीवन काल में लोगों को प्रेम, सत्यता, सेवा और समानता की दिशा दिखाई। उन्होंने लोगों को सिखाया कि सच्ची भक्ति पूजा और उपवास से नहीं, बल्कि जरुरतमंदों की मदद और स्वयं की ईमानदारी से होती है। सच्चे भक्त वहीं होते हैं जो निस्वार्थ भाव से लोगों की सेवा करते हैं।
गुरु नानक जयंती के दिन सच्चे मन से गुरु नानक देव जी का ध्यान करने और गुरबाणी सुनने से मन शांत होता है और आत्मबल मिलता है। भक्त प्रसाद, मिठाई और फल बांटकर एक दूसरे के साथ प्रेम भाव से इस दिन को मनाते हैं।
Guru Nanak Dev Ji Ke Vichar: गुरु नानक देव जी ने अपने पूरे जीवन काल में लोगों को प्रेम, सत्यता, सेवा और समानता की दिशा दिखाई। उन्होंने लोगों को सिखाया कि सच्ची भक्ति पूजा और उपवास से नहीं, बल्कि जरुरतमंदों की मदद और स्वयं की ईमानदारी से होती है। आगे पढ़ें...

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