गाज़ा में हमास प्रमुख मुहम्मद सिनवार की मौत, PM नेतन्याहू ने की पुष्टि
मुहम्मद सिनवार की मौत पर इजरायल की प्रतिक्रिया
इज़राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने पुष्टि की है कि हमास के प्रमुख मुहम्मद सिनवार की गाज़ा में मौत हो गई है। सिनवार को 14 मई को एक सटीक हवाई हमले में गंभीर रूप से घायल किया गया था। इस घटना को हमास के नेटवर्क को कमजोर करने की दिशा में इज़राइल की बड़ी सफलता के रूप में देखा जा रहा है।
इज़राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने बुधवार को बड़ी घोषणा करते हुए कहा कि इज़राइली सेना ने गाज़ा में हमास के टॉप कमांडर मुहम्मद सिनवार को मार गिराया है। नेतन्याहू ने कहा कि यह कार्रवाई 14 मई को एक सटीक हवाई हमले के ज़रिए की गई थी, जिसमें सिनवार गंभीर रूप से घायल हो गए थे। उस समय इज़राइली रक्षा बल (IDF) इस बात की पुष्टि नहीं कर पाए थे कि वे मारे गए या नहीं, लेकिन अब यह स्पष्ट हो गया है कि वह हमला घातक साबित हुआ। इस कार्रवाई को गाज़ा में हमास के नेटवर्क को तोड़ने की दिशा में इज़राइल की बड़ी सफलता माना जा रहा है।
कौन थे मुहम्मद सिनवार?
मुहम्मद सिनवार हमास के पूर्व प्रमुख यह्या सिनवार के भाई थे। यह्या सिनवार अक्टूबर 2024 में इज़राइली सेना के साथ मुठभेड़ में मारे गए थे। मुहम्मद को गाज़ा में हमास की कमान संभालने वाले बचे हुए अंतिम शीर्ष नेताओं में से एक माना जाता था। उन्होंने संगठन के सैन्य और रणनीतिक संचालन में अहम भूमिका निभाई थी। गुप्त ठिकानों से ऑपरेशन को अंजाम देना, सुरंगों के ज़रिए युद्ध रणनीतियाँ बनाना और इज़राइल पर हमलों की योजना बनाना उनकी प्रमुख जिम्मेदारी थी।
क्या है हमास के लिए इसका असर?
मुहम्मद सिनवार की मौत हमास के लिए एक बड़ा झटका है। वह हमास की सैन्य रणनीति के प्रमुख दिमागों में से एक थे। उनकी मौत से गाज़ा में हमास की नेतृत्व संरचना कमजोर हुई है। यह कार्रवाई इज़राइल के लिए न सिर्फ सामरिक बल्कि मनोवैज्ञानिक जीत भी मानी जा रही है। विशेषज्ञों का मानना है कि इससे हमास की आंतरिक संरचना में दरार आ सकती है और संगठन की साख पर भी असर पड़ेगा।
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नेतन्याहू का सख्त संदेश
प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि इज़राइल आतंक के खिलाफ किसी भी स्तर पर कार्रवाई करने को तैयार है। उन्होंने कहा कि यह ऑपरेशन हमास को उसकी हरकतों का जवाब देने और गाज़ा में स्थायी शांति स्थापित करने के इज़राइली संकल्प का हिस्सा है। साथ ही यह संदेश भी दिया गया कि अब हमास के नेता कहीं भी छिपे हों, उन्हें बख्शा नहीं जाएगा।