पंचकूला में पहली बार बागेश्वर धाम के धीरेंद्र शास्त्री की हनुमंत कथा
पंचकूला में बागेश्वर धाम के धीरेंद्र शास्त्री की कथा का आयोजन
बागेश्वर धाम के धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री पहली बार पंचकूला में 26 मई से श्री हनुमंत कथा का आयोजन कर रहे हैं। यह आयोजन 30 मई तक चलेगा और इसमें हरियाणा के मुख्यमंत्री भी शामिल होंगे। पूरे ट्राइसिटी में श्रद्धालुओं में भारी उत्साह है और हजारों की संख्या में लोग आयोजन स्थल पर पहुंचने की उम्मीद है।
बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री आज 26 मई से पंचकूला में पहली बार श्री हनुमंत कथा का आयोजन करने जा रहे हैं। यह प्रवचन श्रृंखला 26 से 30 मई तक चलेगी और इसे लेकर पूरे ट्राइसिटी (चंडीगढ़, पंचकूला और मोहाली) में भारी उत्साह देखा जा रहा है। आयोजन स्थल पर हजारों श्रद्धालुओं के पहुंचने की उम्मीद है और इसकी तैयारियां युद्धस्तर पर की जा रही हैं। खास बात यह है कि इस बार हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी भी कथा मंच पर धीरेंद्र शास्त्री के साथ मौजूद रहेंगे।
विशाल पंडाल और मंच, 28 हजार श्रद्धालुओं के बैठने की व्यवस्था
पंचकूला के दशहरा ग्राउंड में कार्यक्रम के लिए विशाल पंडाल तैयार किया जा रहा है, जिसकी लंबाई 700 फीट और चौड़ाई 210 फीट होगी। इसमें एक साथ करीब 28 हजार श्रद्धालु बैठ सकेंगे। मंच का आकार 120 बाई 180 फीट रखा गया है, जिस पर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री और मुख्यमंत्री नायब सैनी विराजमान होंगे। पंडाल की भव्यता और तकनीकी सुविधाओं के चलते यह आयोजन अब तक का सबसे बड़ा धार्मिक कार्यक्रम बनने की ओर अग्रसर है।
2300 महिलाओं की कलश यात्रा, बारिश के बावजूद उमड़ा जनसैलाब
25 मई को कथा से एक दिन पहले शहर में भव्य कलश शोभायात्रा निकाली गई, जिसमें 2300 महिलाओं ने भाग लिया। धार्मिक गीतों और भक्तिरस से सराबोर इस शोभायात्रा ने पंचकूला की गलियों को आध्यात्मिक रंग में रंग दिया। रविवार को बारिश के बावजूद श्रद्धालु पीछे नहीं हटे और बड़ी संख्या में महिलाएं कलश लेकर यात्रा में शामिल हुईं। हालांकि, शालीमार ग्राउंड में बारिश के कारण कीचड़ फैल गया, जिससे श्रद्धालुओं को कुछ कठिनाइयों का सामना करना पड़ा।
हरियाणा : Panchkula में विश्व स्तरीय शूटिंग रेंज स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स का शिलान्यास
ट्राइसिटी में कथा को लेकर भक्तों में जोश, चंडीगढ़-मोहाली से भी जुट रहे लोग
धीरेंद्र शास्त्री की कथा को लेकर पंचकूला ही नहीं, बल्कि पूरे ट्राइसिटी में भक्तों में जबरदस्त उत्साह है। चंडीगढ़ और मोहाली के लोग भी कथा स्थल पर पहुंचने और तैयारियों को देखने के लिए आ रहे हैं। शास्त्री जी के प्रवचनों की शैली, उनका स्पष्ट और जोशीला अंदाज भक्तों को विशेष रूप से आकर्षित करता है। श्रद्धालुओं का कहना है कि वे 26 मई का बेसब्री से इंतजार कर रहे थे और अब उनका सपना पूरा हो रहा है।