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Birthday Special: कभी उधार की किट से हार्दिक पंड्या खेलते थे क्रिकेट, खाने को नहीं होते थे पैसे, आज जीते हैं लग्जरी लाइफ

भारतीय क्रिकेट टीम के स्टार ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या आज यानी 11 अक्‍टूबर को अपना 26वां जन्मदिन मना रहे हैं। हार्दिक पांड्या अपनी विस्फोटक बल्लेबाजी और स्टाइल

06:23 AM Oct 11, 2019 IST | Desk Team

भारतीय क्रिकेट टीम के स्टार ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या आज यानी 11 अक्‍टूबर को अपना 26वां जन्मदिन मना रहे हैं। हार्दिक पांड्या अपनी विस्फोटक बल्लेबाजी और स्टाइल

भारतीय क्रिकेट टीम के स्टार ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या आज यानी 11 अक्‍टूबर को अपना 26वां जन्मदिन मना रहे हैं। हार्दिक पांड्या अपनी विस्फोटक बल्लेबाजी और स्टाइल के लिए जाने जाते हैं। आज हार्दिक पांड्या लग्जरी लाइफ जीते हैं लेकिन इस जिंदगी के लिए उन्होंने काफी संघर्ष किया है। 
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हार्दिक पांड्या ने अपना क्रिकेट कैरियर गुजरात के वडोदरा से शुरु किया था और आज उन्होंने अपने शानदार प्रदर्शन से भारतीय टीम में अहम जगह बनाई है। भारत का प्रतिनिधत्व करने के लिए बहुत कड़ी मेहनत हार्दिक पांड्या ने किया है। बता दें कि हार्दिक के पिता हिमांशु पांड्या का फाइनेंस का बिजनेस गुजरात के सूरत में था। 
उनके पिता ने साल 1998 में अपना बिजनेस बंद कर दिया था और वह वडोदरा सिफ्ट हो गए। जिस समय पांड्या के पिता वडोदरा गए उस समय हार्दिक सिर्फ पांच याल के ही थे। पांड्या परिवार वडोदरा में एक किराए के मकान में रहते थे। बता दें कि क्रिकेट हार्दिक के पिता को बहुत पंसद था। हमेशा से वह दोनों बेटों को मैच दिखाते थे तो कई बार मैच के लिए स्टेडियम भी ले जाते थे। 
क्रिकेट किट नहीं थी खेलने के लिए 
हार्दिक पांड्या और क्रुणाल पांड्या को उनके पिता ने आर्थिक तंगी के बाद भी किरण मोरे की एकेडमी में दाखिला करवाया। नौवीं क्लास में हार्दिक फेल भी हो गए थे। उसके बाद उन्होंने पढ़ाई छोड़कर अपना पूरा फोकस क्रिकेट पर लगा दिया था। 
हार्दिक पांड्या बताते हैं कि 17 साल की उम्र में उनके पास खुद की क्रिकेट किट भी नहीं होती थी। एक साल तक बड़ौदा क्रिकेट एसोसिएशन से दोनों भाइयों ने क्रिकेट किट लेकर ही खेला। वहां तक भी उनका संघर्ष खत्म नहीं हुआ था। 
काम चलाते थे मैगी खाकर
हार्दिक पांड्या ने अपने एक इंटरव्यू में कहा था कि अंडर-19 टीम में खेलने के दौरान पैसों की तंगी बहुत होती थी तब वह सुबह-शाम मैगी खाकर ही गुजारा करते थे। हार्दिक पांड्या के परिवार के लिए उस समय दो वक्त का खान भी बहुत मुश्किल से मिलता था। 
हार्दिक का यह संघर्ष आईपीएल में खेलने के बाद खत्म हुआ। मुंबई इंडियंस टीम ने उन्हें आईपीएल में खेलने का मौका दिया उसके बाद उनकी जिंदगी में बदलाव आने शुरु हुए। साल 2016 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हार्दिक पांड्या को भारतीय टीम में मौका मिला और उसी साल ही पांड्या को वनडे टीम में ही चयन किया गया। 
उसके बाद अगले साल श्रीलंका के खिलाफ टेस्ट टीम में भारतीय टीम में पांड्या को मौका मिला और उसका उन्होंने पूरा फायदा उठाते हुए अपने प्रदर्शन से भारतीय टीम में अहम जगह बना ली। 
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