Haq Movie Review: तीन तलाक पर बनी Yami Gautam की फिल्म, कर देगी आपको इमोश्नल
Haq Movie Review: फिल्म ‘Haq’ एक सशक्त और भावनात्मक कहानी है जो मुस्लिम महिलाओं के अधिकार और न्याय की लड़ाई को सामने लाती है। शाहबानो केस से प्रेरित यह फिल्म दिखाती है कि कैसे एक महिला अपने हक के लिए समाज और धर्म की दीवारों से टकराती है। Supern Verma के निर्देशन में बनी इस कोर्टरूम ड्रामा में Yami Gautam ने एक दृढ़ और पीड़ित महिला का किरदार निभाया है, जबकि Emraan Hashmi ने अपने किरदार में मजबूती दिखाई है। ‘हक’ सिर्फ एक फिल्म नहीं, बल्कि औरत की आवाज है — जो हर बंद दरवाजे के पीछे छिपे अन्याय को उजागर करती है।
फिल्म का परिचय

Haq Movie Review: करीब चार दशक पहले देश में शहबानो केस ने एक नया सामाजिक और कानूनी अध्याय लिखा था। उसी ऐतिहासिक फैसले से प्रेरित फिल्म ' HAQ' मुस्लिम महिलाओं के अधिकारों की लड़ाई को फिर से जिवंत करती हैं। सुपूर्ण वर्मा की निर्देशन में बनी इस फिल्म में Yami Gautam और Emraan Hashmi ने मुख्य भूमिका निभाई हैं। ये कहानी न सिर्फ एक महिला के संघर्ष की हैं, बल्कि उस समाज के आईने की भी हैं, जो धर्म और परंपरा के नाम पर औरत के हक को कुचलने की कोशिश करते है।
कहानी की झलक
Haq Movie Review: कहानी साठ के दशक के उत्तर प्रदेश के एक छोटे से कस्बे से शुरू होती है। मशहूर वकील अहमद खान (Emraan Hashmi) की शादी शाजिया बानो (Yami Gautam) से होती है। दोनों की जिंदगी खुशियों से भरी होती है और उनके तीन बच्चे होते हैं। लेकिन कहानी तब मोड़ लेती है, जब अहमद अपनी पुरानी मोहब्बत सायरा (Vartika Singh) से दूसरी शादी कर लेता है।
शाजिया के लिए घर में रहना असंभव हो जाता है और वह अपने बच्चों के साथ मायके लौट आती है। कुछ समय तक गुजारा भत्ता देने के बाद अहमद उसे पैसे देना बंद कर देता है। जब शाजिया अपने हक की मांग करती है, तो उसे तीन तलाक दे दिया जाता है। धार्मिक अदालतें उसका साथ नहीं देतीं, तब वह अपने पिता की मदद से सिविल कोर्ट का दरवाजा खटखटाती है।
तलाक देने पर पुरुषों को नहीं पड़ते कोड़े

Haq Movie Review: इस फिल्म में एक बेहद ही अहम सीन है जहां पर बानो यह सवाल उठाती है कि जब महिलाओं को तीन बार तलाक तलाक तलाक कहकर छोड़ दिया जाता है और उनका तलाक हो जाता है तो उसको लेकर कुरान में लिखा गया है कि अगर कोई पुरुष इस तरह से तलाक देता है तो उसे सबके सामने कोड़े पड़ने चाहिए | लेकिन लोग इस तरीके का फायदा उठाकर महिलाओं को तलाक तो दे देते हैं, लेकिन कभी भी किसी भी पुरुष कोड़े पढ़ते हुए नहीं देखा गया।
क्या हिंदू मुस्लिम कॉन्सेप्ट पर आधारित है ये फिल्म?

Haq Movie Review: इस फिल्म को लेकर सोशल मीडिया पर काफी बज था कि यह फिल्म हिंदू मुस्लिम के कॉन्सेप्ट पर आधारित है, लेकिन आप जब यह फिल्म देखेंगे तब आपको समझ आएगा कि इस कॉन्सेप्टस से फिल्म का कोई लेना-देना नहीं है, बल्कि यह फिल्म महिलाओं के हक पर आधारित है जिसका जाती या धर्म से कोई ताल्लुक नहीं है।
पंजाब kesari.com देता है इस फिल्म को 3.5 स्टार की रेटिंग, क्योंकि ये एक ऐसी फिल्म है जिसे आप अपनी फैमिली के साथ बैठकर देख सकते हैं और इसमें आपको काफी कुछ जानने और समझने को मिलेगा।

Join Channel