हरभजन सिंह ने Chandrayaan-2 के सफल लॉन्च पर पाकिस्तान को किया ट्रोल, लोगों ने की कड़ी आलोचना
22 जुलाई 2019 सोमवार को इसरो ने इतिहास रचते हुए चंद्रयान-2 को श्रीहरिकोटा से सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से रवाना किया। इसरो के वैज्ञानिकों की बहुत तारीफ हो रही है।
10:03 AM Jul 23, 2019 IST | Desk Team
22 जुलाई 2019 सोमवार को इसरो ने इतिहास रचते हुए चंद्रयान-2 को श्रीहरिकोटा से सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से रवाना किया। इसरो के वैज्ञानिकों की बहुत तारीफ हो रही है। चंद्रयान-2 की लॉन्चिंग के बाद से ही राजनेताओं से लेकर सेलेब्स ने इसरो के वैज्ञानिकों को बधाई दी है।
Advertisement
इसी लिस्ट में भारतीय टीम के स्पिनर हरभजन सिंह ने ट्वीट करके बधाई दी है। जिसे देखकर लोग गुस्सा हो गए हैं और साथ ही लोगों ने उन्हें जातिवाद फैलाने वाला और इस्लामोफोबिक तक बता दिया है।
हरभजन ने पाकिस्तान का उड़ाया मजाक
दरअसल हरभजन ने पाकिस्तान का नाम लिया बिना उनका मजाक उड़ा दिया है। हरभजन ने ट्वीट करते हुए कहा, कई देशों के झंडों में चांद होते हैं। वहीं कुछ देशों के झंडे चांद पर हैं।
हरभजन ने अपने ट्वीट में वो झंडे भी लगाए थे जिनके झंडों पर चांद है। इन्हीं के बीच पाकिस्तान का भी झंडा है। हरभजन ने अपने ट्वीट में पाकिस्तान का झंडा सबसे पहले लगाया।
हरभजन ने अपने ट्वीट में तुर्की, लीबिया, ट्यूनीशिया, अजरबैजान, अल्जीरिया, मलयेशिया, मालदीव और मॉरिटानिया का झंडा लगाया। इसके साथ ही हरभजन ने अपने बिना चांद वाले ट्वीट में भारत, अमेरिका, चीन और रूस का झंडा लगाया। हरभजन के इस ट्वीट पर सोशल मीडिया पर लोगों ने उनकी कड़ी निंदा की है साथ ही उन्हें जातिवाद फैलाने वाला भी बोल दिया है।
लोगों ने हरभजन की कड़ी आलोचना की
1.
2.
3.
4.
5.
6.
7.
8.
9.
10.
11.
12.
13.
14.
15.
16.
17.
सोमवार को भारत ने चंद्रमा के अनछुए पहलुओं के बारे में पता चलाने के लिए सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र यानी एसडीएससी से सफलता पूर्वक चंद्रयान-2 को भेजा है। बाहुबली नाम के सबसे ताकतवर रॉकेट जीएसएलवी-मार्क 3 के जरिए अपराहृ 2 बजकर 43 मिनट पर चंद्रयान-2 को रवाना किया गया।
भारत की धाक यह प्रक्षेपण अंतरिक्ष क्षेत्र में सोमवार को जमाएगा और दुनिया को चांद के बारे में कई नई जानकारियां भी देगा। बीते 15 जुलाई को रॉकेट में कुछ तकनीकी खराबी आ गई थी जिसके बाद इसे रोक दिया गया था। 15 जुलाई को चंद्रयान-2 का प्रक्षेपण आधी रात को 2 बजकर 51 मिनट पर होना था।
लेकिन प्रक्षेपण से 56 मिनट 24 सेकंड पहले इसके रॉकेट में तकनीकी खराबी आ गई थी जिसके बाद इसे रोक दिया गया। उस दिन भी प्रक्षेपण स्थल पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द मौजूद थे।
Advertisement