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हरिद्वार: गंगा दशहरा पर हरकी पैड़ी घाट में श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ा

गंगा में आस्था की डुबकी लगाने पहुंचे लोग

02:33 AM Jun 05, 2025 IST | IANS

गंगा में आस्था की डुबकी लगाने पहुंचे लोग

गंगा दशहरा में हरिद्वार के हरकी पैड़ी घाट पर श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा है। प्रशासन ने भीड़ को नियंत्रित करने के लिए व्यापक इंतजाम किए हैं। मेला क्षेत्र को 11 जोन और 27 सेक्टरों में बांटा गया है, जहां सुरक्षा बलों की तैनाती की गई है। गाजीपुर को लाहुरि काशी की मान्यता दी गई है, ऐसे में काशी के बाद गाजीपुर के गंगा घाटों पर स्नान करने की सदियों से परंपरा चली आ रही है।

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देशभर में गंगा दशहरा के पावन अवसर पर श्रद्धालुओं ने गंगा स्नान के बाद सुख-शांति की कामना की। इस पावन पर्व पर हरिद्वार के हरकी पैड़ी घाट पर श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा है। सुबह से ही लोग गंगा में आस्था की डुबकी लगाने पहुंचे और मां गंगा से सुख-शांति की कामना की। मान्‍यता है कि इस दिन मां गंगा का अवतरण स्वर्ग लोक से धरती पर हुआ था। भागीरथ ने अपने पूर्वजों के माेक्ष के लिए धरती पर आने के लिए मां गंगा को तपस्या के बाद प्रसन्न किया था। प्रशासन ने भीड़ को नियंत्रित करने के लिए व्यापक इंतजाम किए हैं। मेला क्षेत्र को 11 जोन और 27 सेक्टरों में बांटा गया है, जहां सुरक्षा बलों की तैनाती की गई है। सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं और ड्रोन से भी निगरानी की जा रही है।

श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा को देखते हुए हरिद्वार में भारी वाहनों के प्रवेश पर पूरी तरह रोक लगा दी गई है। ट्रैफिक व्यवस्था को सुचारू बनाए रखने के लिए रूट डायवर्ट किए गए हैं। पुलिस, होमगार्ड, जल पुलिस और राहत दल के जवान घाटों पर तैनात हैं। स्थानीय प्रशासन ने स्वास्थ्य सेवाएं, पानी, शौचालय और खोया-पाया केंद्र की भी व्यवस्था की है, जिससे किसी को कोई दिक्कत न हो।

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वहीं, गाजीपुर में भी है करीब दर्जनों गंगा घाटों पर गंगा स्नान करने वाले श्रद्धालुओं की भीड़ देखी जा रही है। गाजीपुर को लाहुरि काशी की मान्यता दी गई है, ऐसे में काशी के बाद गाजीपुर के गंगा घाटों पर स्नान करने की सदियों से परंपरा चली आ रही है, जिसका प्रत्यक्ष उदाहरण गंगा घाटों पर लगी है भीड़ है। घाटों पर प्रशासन ने सुरक्षा के पूरे इंतजाम किए हुए हैं।

गंगा घाट के पुजारी श्रद्धालु कन्हैया महाराज ने बताया कि भागीरथ ने अपने पूर्वजों के उद्धार के लिए मां गंगा की पूजा करके प्रसन्न किया और स्वर्ग लोक से पृथ्वी लोक पर लेकर आए है। इस दिन गंगा मां का अवतरण हुआ था, इसलिए आज के दिन को गंगा के जन्‍मोत्‍सव के रूप में मनाया जाता है। यहां लोग पकवान बना रहे हैं और मां गंगा को वस्त्र चढ़ा रहे हैं।

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