US: ट्रंप की टीम में एक और भारतवंशी, हरमीत ढिल्लों को मिली बेहद अहम जिम्मेदारी
नवनिर्वाचित डोनाल्ड ट्रंप अमेरिका के नए राष्ट्रपति के रूप में 20 जनवरी को शपथ लेंगे।
नवनिर्वाचित डोनाल्ड ट्रंप अमेरिका के नए राष्ट्रपति के रूप में 20 जनवरी को शपथ लेंगे। इससे पहले वह अपनी टीम बनाने में जुटे हैं। उन्होंने टीम में कई नए चेहरे को शामिल कर चुके हैं। इसमें चंडीगढ़ की हरमीत के. ढिल्लों का नाम भी शामिल हो गया है। ट्रंप ने न्याय विभाग में बतौर नागरिक अधिकार मामलों की सहायक अटॉर्नी जनरल नियुक्त किया है। ट्रंप ने यह जानकारी ट्रूथ सोशल पर एक पोस्ट कर दी। उन्होंने कहा कि मुझे अमेरिकी न्याय विभाग में नागरिक अधिकारों के लिए सहायक अटॉर्नी जनरल के रूप में हरमीत को चुनते हुए खुशी हो रही है।
ढिल्लो ने बहुमूल्य नागरिक स्वतंत्रता की रक्षा के लिए उठाई है आवाज : ट्रंप
ट्रंप ने कहा कि अपने करियर के दौरान हरमीत ने हमारी बहुमूल्य नागरिक स्वतंत्रता की रक्षा के लिए आवाज उठाई है, जिसमें हमारी मुक्त अभिव्यक्ति को सेंसर करने के लिए बड़ी तकनीक का सामना करना। उन ईसाइयों का प्रतिनिधित्व करना, जिन्हें कोरोना संक्रमण काल के दौरान एक साथ प्रार्थना करने से रोका गया था। उन निगमों पर मुकदमा करना, जो श्रमिकों के खिलाफ भेदभाव करने को जागरुकता नीतियों का इस्तेमाल करते हैं।
लॉ से स्नातक हैं ढिल्लों
उन्होंने बताया कि ढिल्लों देश के शीर्ष चुनाव वकीलों में से एक है, जो सुनिश्चित करने को लड़ रही हैं कि सभी और केवल, कानूनी वोटों की गिनती हो। वह डार्टमाउथ कॉलेज और यूनिवर्सिटी ऑफ वर्जीनिया लॉ स्कूल से स्नातक हैं। यूएस फोर्थ सर्किट कोर्ट ऑफ अपील्स में क्लर्क हैं। हरमीत सिख धार्मिक समुदाय की सम्मानित सदस्य हैं। न्याय विभाग में नई भूमिका में, हरमीत हमारे संवैधानिक अधिकारों का एक अथक रक्षक होंगी। हमारे नागरिक अधिकारों एवं चुनाव कानूनों को निष्पक्ष व दृढ़ता से लागू करेंगी।
बचपन में माता-पिता के साथ चली गईं थीं अमेरिका
ढिल्लों ने जुलाई में रिपब्लिकन नेशनल कन्वेंशन में अरदास का पाठ किया था। उसके बाद उन पर नस्लीय हमले हुए थे। बीते साल वह रिपब्लिकन नेशनल कमेटी के अध्यक्ष पद को असफल रहीं। 54 वर्षीय ढिल्लों बचपन में भारत से माता-पिता के साथ अमेरिका चली गई थीं। 2016 में क्लीवलैंड में जीओपी कन्वेंशन के मंच पर दिखाई देने वाली पहली भारतीय-अमेरिकी थीं।