हरियाणा कांग्रेस की रणनीति में बड़ा बदलाव, दो बड़े नेताओं को दी गई अहम जिम्मेदारी
Haryana Congress New Strategy: कांग्रेस पार्टी ने हरियाणा में संगठनात्मक स्तर पर बड़ा फेरबदल करते हुए दो अहम नियुक्तियों की घोषणा की है। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (AICC) की ओर से जारी आधिकारिक सूचना के मुताबिक, पार्टी ने राव नरेंद्र सिंह को हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी (HPCC) का नया अध्यक्ष नियुक्त किया है। यह फैसला तुरंत प्रभाव से लागू किया गया है।
Haryana Congress New Strategy: राव नरेंद्र सिंह को सौंपी गई कमान
राव नरेंद्र सिंह को हरियाणा कांग्रेस की कमान सौंपी गई है। पार्टी नेतृत्व को उम्मीद है कि वे अपने अनुभव और नेतृत्व क्षमता से राज्य में संगठन को नई ऊर्जा देंगे। राव नरेंद्र सिंह को प्रदेश अध्यक्ष बनाए जाने के पीछे संगठन को मजबूत करने और आगामी चुनावों के लिए पार्टी को तैयार करने की मंशा बताई जा रही है।
Haryana Elections 2025 Congress plan: भूपेंद्र सिंह हुड्डा बने विधायक दल के नेता
इसके साथ ही कांग्रेस अध्यक्ष ने हरियाणा कांग्रेस विधायक दल के नए नेता के रूप में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा की नियुक्ति को भी मंजूरी दे दी है। हुड्डा न केवल पार्टी के अनुभवी नेताओं में गिने जाते हैं बल्कि राज्य की राजनीति में उनकी मजबूत पकड़ भी है। वे पहले भी मुख्यमंत्री रह चुके हैं और कार्यकर्ताओं में उनकी अच्छी पकड़ मानी जाती है।
Haryana Congress Political News: पूर्व अध्यक्ष उदय भान के कार्यों की सराहना
पार्टी ने निवर्तमान प्रदेश अध्यक्ष उदय भान के कार्यकाल की सराहना की और उनके द्वारा किए गए कार्यों की प्रशंसा करते हुए आभार जताया। पार्टी ने कहा कि उनके नेतृत्व में संगठन ने कई अहम उपलब्धियां हासिल की हैं।
केरल के वायनाड में भी संगठन में बदलाव
हरियाणा के अलावा कांग्रेस पार्टी ने केरल के वायनाड जिले में भी संगठनात्मक फेरबदल किया है। 26 सितंबर को कांग्रेस अध्यक्ष ने एडवोकेट टीजे इसाक को वायनाड जिला कांग्रेस कमेटी का नया अध्यक्ष नियुक्त किया। यह फैसला भी तुरंत प्रभाव से लागू किया गया।
वायनाड में आंतरिक कलह के कारण बदलाव
सूत्रों के मुताबिक, वायनाड की कांग्रेस इकाई में पिछले कुछ समय से आंतरिक मतभेद और गुटबाजी की स्थिति बनी हुई थी। इसके चलते संगठन में असंतोष का माहौल था। इसी कारण एनडी अप्पाचन ने अपने पद से इस्तीफा देने का निर्णय लिया था। अप्पाचन ने मीडिया से बातचीत में भी इस बात की पुष्टि की थी कि उन्होंने पार्टी को इस्तीफा सौंप दिया है और अब निर्णय केरल प्रदेश कांग्रेस कमेटी (KPCC) पर निर्भर करता है।
अप्पाचन को मिली नई जिम्मेदारी
हालांकि, पार्टी ने अप्पाचन को संगठन से बाहर नहीं किया बल्कि उन्हें ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी (AICC) का सह-मनोनित सदस्य नियुक्त कर सम्मानजनक ढंग से नई भूमिका सौंपी है। इससे यह संकेत मिलता है कि पार्टी पुराने नेताओं के अनुभव का सम्मान करती है और उन्हें संगठन में उपयोगी मानती है।
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