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हरियाणा पुलिस का दावा : पंचकूला हिंसा में हनीप्रीत का ही हाथ

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09:51 AM Oct 07, 2017 IST | Desk Team

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चंडीगढ़ : पंचकूला के पुलिस आयुक्त ए एस चावला ने दावा किया कि 25 अगस्त को बलात्कार के मामले में अदालत में डेरा सच्चा सौदा प्रमुख राम रहीम के दोषी पाए जाने के बाद जो हिंसा फैली थी, उसमें हनीप्रीत इंसां का हाथ होने के सबूत हरियाणा पुलिस को मिले हैं।पुलिस की पड़ताल में सामने आया है कि 38 दिन फरार रहने के दौरान हनीप्रीत ने 3 इंटरनेशनल सिम कार्ड समेत कुल 17 सिम का इस्तेमाल किया ताकि पुलिस उसकी लोकेशन ट्रैक न कर सके। चावला ने कहा कि हनीप्रीत गुमराह कर रही है और पूछताछ में सहयोग नहीं कर रही है। हरियाणा में 25 अगस्त को हिंसा में 35 लोग मारे गए थे।

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हनीप्रीत के नाम से चर्चित प्रियंका तनेजा को तीन अक्टूबर को हरियाणा पुलिस ने हिंसा के सिलसिले में गिरफ्तार किया था। हनीप्रीत खुद को जेल में बंद राम रहीम की दत्तक पुत्री बताती है। जब चावला से पत्रकारों ने पूछा किया कि क्या हिंसक घटनाओं में हनीप्रीत का हाथ होने का बात सामने आई है तो उन्होंने कहा, ‘अब तक हमने जो सबूत इकट्ठा किये हैं, उनके हिसाब से निश्चित ही उसका हाथ था। उन्होंने सबूतों का ब्योरा तो नहीं दिया, बस इतना कहा कि पुलिस उसे अदालत के सामने रखेगी। पहले हनीप्रीत के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी किया गया था। पुलिस के अनुसार वह राजस्थान, पंजाब, दिल्ली समेत विभिन्न राज्यों में वह पुलिस से बचती फिर रही थी।

चावला ने कहा कि जांच के प्रति उसका रवैया ठीक नहीं है। शुरु में उसने अनजान बनने का बहाना किया। लेकिन, जो कुछ पंचकूला में हुआ, उसके तथ्यों एवं सबूतों से जब उसका सामना कराया गया तो उसने गुमराह करना शुरू कर दिया। उन्होंने कहा कि पुलिस उससे जांच में सहयोग का उम्मीद कर रही है। उसने पुलिस को जो सूचना दी थी, उसकी पुष्टि के लिए कल उसे बठिंडा ले जाया गया था। हमने पाया कि उसने जो कुछ बताया, वह झूठ निकला। उसके बाद हमने वहां से आने का फैसला किया।

चावला ने कहा कि हम आशान्वित हैं कि हम सच्चाई को सामने ला पाएंगे। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि जांच के दौरान जिस किसी व्यक्ति की भूमिका सामने आएगी, उससे जांच में जुड़ने को कहा जाएगा, चाहे उसका दर्जा कितना भी बड़ा क्यों न हो। जरुरत पड़ने पर उसे गिरफ्तार भी किया जाएगा।

जब पुलिस अधिकारी से पूछा गया कि क्या किसी नेता ने हनीप्रीत को शरण दी थी तो उन्होंने कहा, ‘इस चरण में मैं नहीं समझता कि इस पर कुछ कहना ठीक होगा।’ उन्होंने कहा कि कुछ अन्य गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ के दौरान यह आरोप लगाया गया कि 25 अगस्त को डेरा प्रमुख को बलात्कार मामले में अदालत से दोषी पाए जाने की स्थिति में पंचकूला में हिंसा फैलाने के लिए जरुरी प्रबंध करने के लिए डेरा सदस्यों को सवा करोड़ रुपए दिए गए थे।

एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि हिंसा में संलिप्तता के आरोपी डेरा पदाधिकारियों आदित्य इंसां एवं पवन इंसां को पकड़ने के लिए छापे मारे जा रहे हैं। वैसे उन्होंने आदित्य के देश से चले जाने के बारे में कोई सूचना होने से इनकार किया। इस बीच चावला ने मीडिया से जांच के बारे में किसी अटकल पर आधारित कोई खबर प्रकाशित या प्रसारित करने से बचने की अपील की।

आपको बता दें कि 25 अगस्त को पंचकूला की विशेष अदालत ने डेरा सच्चा सौदा प्रमुख राम रहीम को रेप के मामले में 20 साल की सजा सुनाई थी। इसके बाद डेरा समर्थकों ने वहां हिंसा और आगजनी की जिसमें 37 लोगों की मौत हो गई थी। हरियाणा पुलिस ने हिंसा भड़काने और राम रहीम को जेल से भगाने की साजिश में हनीप्रीत गिरफ्तार किया था।

हनीप्रीत ने भिजवाई थी दंगा भड़काने के लिए सवा करोड़ की रकम : सुखदीप कौर
पुलिस की पूछताछ में हनीप्रीत के साथ पकड़ी गई सुखदीप कौर ने बताया कि 17 अगस्त की मीटिंग के बाद हनीप्रीत ने चमकौर के हाथ भिजवाई थी दंगा भड़काने के लिए सवा करोड़ की रकम। चमकौर और अन्य डेरा समर्थक कबूल चुके हैं हनीप्रीत ने ही दंगे के लिए पैसे दिए थे।
हनीप्रीत बारे में कुछ चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। पुलिस की पूछताछ में पता लगा कि डेरे में फाइनेंस की कमान हनीप्रीत के हाथ थी। इसीलिए 38 दिनों तक दिक्कत नहीं आई। पंचकूला में हुए दंगों को लेकर 17 अगस्त की मीटिंग के बाद चमकौर को सवा करोड़ रुपए देकर हनीप्रीत ने ही भेजा था। सिर्फ ये पता चला है कि हनीप्रीत जब दिल्ली गई थी तो उसके साथ दो गाड़ियां थीं। पंजाब के ही कुछ लोगों ने उसकी मदद की थी।

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