क्या तकिया इस्तेमाल करने से रीढ़ की हड्डी में होती है परेशानी? ऐसे करें बचाव
Health Tips: तकिया लगाकर सोना एक आम बात है, लेकिन इससे होने वाली परेशानियों का सामना करना एक दिक्कत है। आईए जानते हैं तकिया लगाने से कौन-कौन सी दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है, साथ ही इससे बचने के समाधान क्या है।
Highlights
- नींद और स्लीप क्वॉलिटी पर पड़ता है असर
- प्राकृतिक आकृति का रखें ध्यान
- सही तकिया इस्तेमाल करें
रात में तकिया लगाकर सोने की आदत को बढ़ावा दिया जाता है क्योंकि यह नींद और स्लीप क्वॉलिटी को बेहतर बनाता है। तकिया चुनते समय शरीर की प्राकृतिक आकृति को ध्यान में रखना चाहिए। मेमोरी फोम, लेटेक्स और फेदर तकिये लोकप्रिय विकल्प हैं जो शरीर की समस्याओं को ठीक कर सकते हैं। तकिये के कम्फर्ट की जांच करना बहुत महत्वपूर्ण है। आरामदायक नींद हर किसी को पसंद होती है, लेकिन कई लोग ऐसे है जिन्हें बिना तकिया लगाएं नींद नहीं आती। लोगों की आदत में आ जाता है तकिया लगा कर सोना। ऐसे में क्या आप जानते हैं, तकिया लगा कर सोने से रीढ़ की हड्डी पर असर पड़ता है। आइए जानते हैं, तकिया लगाने से प्रभाव पड़ता है।
सीधा सोएं
तकिया लगाकर सोने से लोगों को परेशानियां हो सकती है। अगर तकिया गलत हो तो इसका रीढ़ की हड्डी पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। सोते वक्त रीढ़ की हड्डी को हमेशा सीधा रखना चाहिए क्योंकि गलत तकिया हड्डी को झुका या मोड सकता है।
सही तकिया इस्तेमाल करें
कई लोगों को सोते वक्त दो तकिए की जरूरत होती है, लेकिन दो तकिया लगाना भी रीढ़ की हड्डी को नुकसान पहुंचा सकता है। इसके अलावा गलत तकिया लगाने से कई नकारात्मक प्रभाव होते हैं। पहला प्रभाव सर दर्द है, गर्दन और पीठ में दिक्कत होना, सिर दर्द का कारण बन सकती है।
गर्दन दर्द का कारण
गलत तकिया लगाने से आपके कंधे और हाथों की नस दबने लगती है जिससे आपको दर्द होने लगता है। आप लंबे समय तक गलत तकिए का उपयोग करते हैं तो रीड की हड्डी में दिक्कत परेशानी होने लगती है। कई बार अचानक से गर्दन में कुछ आ जाता है इसका कारण होता है गलत तकिया लगाना।
पीठ की मांसपेशियों में तकलीफ
गलत तकिए लगाना पीठ की मांसपेशियों को भी तनाव दे सकता है, जिससे दर्द और जकड़न बनी रहती है. गलत तकिया बहुत सारी परेशानियां खड़ी कर देता है, जिससे बचने के लिए कुछ उपाय हैं. जिन्हें आप कर कई समस्याओं से बच सकते हैं.
कम इस्तेमाल करें
सबसे पहले आपको ध्यान रखना होगा की तकिए की जरूरत हो तो ही इसे लगाएं, कोशिश करें की तकिया जितना हो सके कम लगाएं. इसके अलावा अगर आपको तकिया लगाने की शुरू से आदत है, तो फिर आप पतला तकिया चुन सकते हैं।
हर 2 साल में तकिया बदलें
वहीं जो लोग करवट लेकर सोते हैं उन्हें एक मोटा और गद्दे वाला तकिया लेना चाहिए। इसके अलावा आपको हर 2 साल में अपने तकिए को बदलना चाहिए। इन उपायों को कर आप कमर दर्द जैसी दिक्कतों से बच सकते हैं। अगर इन उपायों को करने के बाद भी आराम नहीं मिलता है, तो डॉक्टर की सलाह जरूर लें।
आर्टिकल में बताई गई विधि, तरीक़ों और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें. Punjabkesari.com इसकी पुष्टि नहीं करता है।