Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई गई विधि, तरीक़ों और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें. Punjabkesari.com इसकी पुष्टि नहीं करता है।
Advertisement
Advertisement
Health Tips: बच्चों की सेहत का खास ख्याल रखने के लिए कुछ जरूरी पोषक तत्वों से भरपूर चीजों को उनकी डाइट का हिस्सा बनाना ना भूलें। शरीर के सही विकास के लिए डाइट में सभी पोषक तत्वों को शामिल करना बहुत जरूरी हो जाता है। खासकर बच्चों के लिए यह और भी ज्यादा जरूरी होता है।
बच्चों को खाना खिलाना एक बहुत बड़ा टास्क होता है। आजकल की बदलती लाइफस्टाइल की वजह से पेरेंट्स के लिए हेल्दी ईटिंग प्रमोट करना मुश्किल हो जाता है, लेकिन एक बच्चे के समुचित विकास के लिए जरूरी है कि उनकी डाइट का पूरा ध्यान रखा जाए। कुछ जागरूक पेरेंट्स तो इस बात का ध्यान देते हैं, लेकिन वहीं कुछ ऐसे भी हैं, जो सुविधा अनुसार बच्चे को चॉकलेट, मफिंस केक, कैंडी, चिप्स, कुकीज, डोनट्स आदि दे देते हैं।
आयरन से हिमोग्लोबिन बनता है, जिससे बच्चे के शरीर के सभी अंगों को पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन मिलती है। इसी से शरीर की सभी अन्य कार्यशैली सुचारू रूप से संचालित हो पाती है और बच्चा शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ रहता है। इसके लिए हरी पत्तेदार सब्जियां, अनार और चुकंदर डाइट में जरूर शामिल करें।
मजबूत दांत और हड्डियों के लिए कैल्शियम का बहुत महत्व है। दूध, दही, छाछ, घी, काबुली चना, नट्स, सीड्स जैसे फूड्स को डाइट में शामिल करने से कैल्शियम की आपूर्ति पूरी की जा सकती है।
ये एक फैट सॉल्युबल विटामिन है, जो बोन हेल्थ, हार्मोन प्रोजक्शन, हार्ट फंक्शन, इम्युनिटी आदि के लिए बहुत जरूरी है। इसके लिए बच्चे को कुछ देर धूप में नेचर के बीच खेलने जरूर दें।
ये भी एक फैट सॉल्युबल विटामिन है, जो कि आंखों के स्वास्थ्य के साथ अन्य अंगों के लिए भी बहुत जरूरी है। गाजर, अंडे, मीट, हरी सब्जियां नहीं खाने वाले बच्चों को कम उम्र में चश्मा लगने का खतरा बढ़ जाता है।
खासकर स्कूल जाने वाले बच्चों के लिए जिंक का बहुत महत्व है। ये इम्युनिटी बढ़ाता है, भूख को नियंत्रित करता है, ब्रेन और आंतों की सेहत के लिए बेहद फायदेमंद होता है। जिंक की कमी होने से भूख कम लगने लगती है। इसके लिए दाल, बींस, (पंपकिन, हेंप, तिल)सीड्स, नट्स, मूंगफली, साबुत अनाज, बादाम, अंडे, मीट भरपूर मात्रा में बच्चों को खाना चाहिए।