युवाओं में इस वजह से बढ़ रहा Heart Attack का खतरा
Heart Attack: आज कल आए दिन हार्ट अटैक के मामले सामने आ रहे है। यह एक गंभीर चिंता का विषय बनता जा रहा है। सबसे हैरान कर देने वाली बात यह है कि कोरोना महामारी के बाद से खासकर युवाओं में हार्ट अटैक के मामले ज्यादा बढ़े है।
- कमजोर हो रहा है युवाओं का दिल
- युवाओं में तेजी से बढ़ रहे है हार्ट अटैक के मामले
युवा भी दिल की बीमारी से ग्रस्त
आपको बता दें हार्ट अटैक के बढ़ते हुए मामले के पीछे सबसे बड़ा कारण खराब लाइफस्टाइल, नींद पूरी न होना, खराब डाइट, चीनी की ओवर इटिंग, एक्सरसाइज न करना बताया जाता है। बदलता खान-पान और धूम्रपान के कारण भी 25 से 35 साल के युवा भी दिल की बीमारी से ग्रस्त नजर आ रहे हैं। जिसका नजारा लाला लाजपत राय मेडिकल कॉलेज के सुपर स्पेशलिटी ब्लॉक के कार्डियोलॉजी डिपार्टमेंट की ओपीडी में देखने को मिल रहा है। प्रतिदिन बड़ी संख्या में युवा यहां अपना हार्ट से संबंधित उपचार करने के लिए आ रहे हैं।
साइलेंट अटैक लोगों की मौत का कारण
बता दें सीनियर हार्ट स्पेशलिस्ट डॉ. साकेत गोयल ने कहा कि अपने दिल की बात दिल के लिए दिल से सुनेंगे तो ह्दय रोग से बचा जा सकता है। कोटा में बदलती लाइफ स्टाइल से सैकड़ों मरीज प्रतिदिन अस्पतालों में पहुंच रहे हैं।कोटा में प्रतिदिन 12 हॉर्ट के मरीजों की मौत हो रही है। इसमें अधिकांश 50 साल की आयु से कम हैं। इनमें से तीन लोगों की मौत साइलेंट अटैक से हो रही है।
आहार में मोटा अनाज बढाएं
डॉ. साकेत गोयल ने बताया कि, हार्टवाइज जीवनशैली के माध्यम से दिल का ख्याल रखा जा सकता है। इस जीवनशैली से हम हृदय रोग, मधुमेह, रक्तचाप के जोखिम में 80 प्रतिशत से अधिक कटौती कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि जीरो शुगर युक्त संतुलित आहार आपके सेहत लक्ष्य प्राप्ति में सहायक होगा. उन्होंने कहा कि, गेहूं के उपयोग में कमी करें और बाजरा, ज्वार, मक्का, चना, रागी, सोयाबीन आदि का उपयोग बढ़ाएं। प्रोटीन की अच्छी मात्रा लें साथ ही तेल, घी कम मात्रा में और कच्चा लेने का प्रयास करें।
दिल के लिए बेहद जरूरी है व्यायाम
डॉ. साकेत गोयल ने दिल को स्वस्थ्य रखने के लिए विशेष जीवन शैली को फॉलो करने की हर मरीज और स्वस्थ्य व्यक्ति को सलाह दी है। साथ ही वो सोशल मीडिया पर भी लोगों को जागरुक करते हैं। वह कहते हैं कि, 10 हजार कदम रोज चलने का नियम अपनाएं, 'जो रोज चलते हैं, वो ज्यादा चलते हैं'. अपने बैठने के समय में 50 प्रतिशत की कमी करेंगे तो 50 प्रतिशत तक बीमारियों में कमी की जा सकती है।
मोबाइल का कम इस्तेमाल करना चाहिए
डॉ. साकेत गोयल ने कहा कि मांसपेशियों को संरक्षित रखने के लिए पुश अप, वजन उठाने इत्यादि जैसे कुछ एक्सरसाइज आवश्यक है। सूर्य-नमस्कार समग्र फिटनेस के लिए सर्वोत्तम व्यायाम है। अपने काम और परिवार, अपने लक्ष्यों और खुशियों के बीच सामंजस्य स्थापित करने का प्रयास करें। मोबाइल का उपयोग कम करें। ध्यान और समुचित नींद का नियम बनाएं।
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