खराब लाइफस्टाइल से Metabolic Syndrome हो सकता प्रभावित, आज से ही करें सुधार
Metabolic Syndrome: Metabolic Syndrome को इंसुलिन रेजिस्टेंस सिंड्रोम और डिस मेटाबोलिक सिंड्रोम भी कहा जाता है। कई लोग अपली बीमारी को जानकर भी अनदेखा करते हैं, जो सेहत के लिए काफी हानिकारक हो सकता है। अगर आप मेटाबोलिक सिंड्रोम से होने वाले नुकसान से बचना चाहते हैं तो हेल्दी लाइफस्टाइल अपनाना शुरू कर दें।
Highlights
- Metabolic Syndrome हो सकता प्रभावित
- खजरा लाईफस्टाइल से हो सकती है गंभीर समस्या
मेटाबॉलिक सिंड्रोम का इलाज
मेटाबॉलिक सिंड्रोम एक ऐसी समस्या है, जिस पर अगर समय रहते ध्यान न दिया जाए, तो सेहत को कई गंभीर नुकसान हो सकते हैं। इसकी वजह से हाई ब्लड प्रेशर, मोटापा, डायबिटीज, हार्ट डिजीज और PCOD जैसी प्रॉब्लम्स हो सकती हैं। हालांकि, इन बीमारियों के होने के मतलब ये नहीं है कि आप मेटाबॉलिक सिंड्रोम की चपेट में हैं, क्योंकि ये संकेत किसी गंभीर बीमारी के होने के हैं।
क्या होता है मेटाबोलिक सिंड्रोम
मेटाबोलिक सिंड्रोम को इंसुलिन रेजिस्टेंस सिंड्रोम और डिस मेटाबोलिक सिंड्रोम भी कहा जाता है। अगर आप मेटाबोलिक सिंड्रोम से होने वाले स्वास्थ्य नुकसान से बचना चाहते हैं तो हेल्दी लाइफस्टाइल अपनाना शुरू कर देना चाहिए. इससे किसी भी गंभीर समस्या को कंट्रोल किया जा सकता है। आइए जानते हैं उन फैक्टर्स को जिनसे मेटाबॉलिक सिंड्रोम का रिस्क बढ़ सकता है।
मेटाबोलिक सिंड्रोम के लक्षण
हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक, इस सिंड्रोम से जुड़ा कोई भी लक्षण स्पष्ट तौर पर नजर नहीं आता है लेकिन कमर पर ज्यादा फैट होना या हाई डायबिटीज होना इसका मुख्य लक्षण हो सकता है। इस सिंड्रोम की चपेट में आने के बाद मरीज को बहुत ज्यादा प्यास, थकान और तनाव फील होने लगता है। इस कंडीशन में डॉक्टर से मिलना चाहिए।
मेटाबोलिक सिंड्रोम का खतरा बढ़ाने वाले कारण
- मेटाबॉलिक सिंड्रोम और वजन का काफी गहरा संबंध है। ज्यादा वजन, मोटापा और एक्टिव न रहने से यह प्रभावित हो सकता है। इसलिए वजन कम करने पर फोकस करना चाहिए. इससे कई और बीमारियों का खतरा टलता है।
- हेल्दी डाइट की कमी होने से भी मेटाबॉलिज्म से जुड़े रिस्क बढ़ सकते हैं। इसलिए अपनी डाइट में सब्जियां, फल, हाई फाइबर, प्रोटीन और साबुत अनाज जरूर शामिल करें। वहीं, शुगर, मीठी ड्रिंक्स, अल्कोहल, ज्यादा नमक और फैटी फूड्स को अवॉयड करें।
- हेल्थ एक्सपर्ट के मुताबिक, हर दिन एक्सरसाइज और वॉक से भी कई गंभीर बीमारियों से बचा जा सकता है, मेटाबॉलिक सिंड्रोम इनमें से एक है।
- मेटाबॉलिक सिंड्रोम और कई खतरनाक बीमारियों से बचना है तो स्मोकिंग से दूरी बनाएं। सिगरेट पीना छोड़कर ओवरऑल हेल्थ को बेहतर बना सकते हैं।
- बहुत ज्यादा तनाव से मेटाबोलिक सिंड्रोम ट्रिगर हो सकता है। इससे बचने के लिए फिजिकल एक्टिविटी बढ़ाएं, मेडिटेशन करें और योग को अपनी दिनचर्या में शामिल करें।
Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई गई विधि, तरीक़ों और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें. Punjabkesari.com इसकी पुष्टि नहीं करता है।
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